JBT Full Form And Meaning Full Form Of JBT In Hindi

JBT Full Form | Meaning | JBT कोर्स क्यों करना चाहिए

Full Form in Hindi

मित्रों JBT की फुल फॉर्म Junior Basic Training होती है. ऐसी ही अन्य Full Forms in hindi जानने के लिए आप हमारी वेबसाइट hellozindgi.com से जुड़े रहिये. तो आइये दोस्तों जानते हैं कि Full Form of JBT in Hindi क्या होती है. दोस्तों अगर आप के मन में भी ये शंका है कि JBT ka full form kya hai तो आप ठीक जगह पे हैं.  देखते हैं JBT ka full form Hindi mai-

 JBT का full form

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आपको बता दें कि JBT का full form “Junior Basic Training” होता है इस कोर्स को करने के पश्चात आप शिक्षक बनकर किसी प्राइवेट या सरकारी स्कूल में अवश्य पढ़ा सकते हैं। जूनियर बेसिक ट्रेनिंग एक डिप्लोमा कोर्स होता है जो केवल दो साल का होता है। इस पाठ्यक्रम में दो साल में चार सेमेस्टर भी होते हैं। प्राथमिक स्तर पर बच्चो को पढ़ाने के साथ – साथ शिक्षको को उन्हें संभालना भी आना चाइये, ऐसे में ये पाठ्यक्रम शिक्षको को इन सब चीजों का प्रशिक्षण देने के लिए बहुत ही अनिवार्य है।

आपको यह बता दें कि यह पाठ्यक्रम छात्रों को पढ़ाने का तरीका सीखने और पढ़ाने की योजना बनाने, परीक्षणों का आकलन करने आदि वस्तुओं के लिए बहुत सहायता करता है। दरअसल यह पाठ्यक्रम करने के लिए उम्मीदवार को 10+2 (12वी) में न्यूनतम अंक कम से कम 45% के साथ उत्तीर्ण होना पड़ता है, जो छात्र इस कोर्स के लिए योग्य है वो कॉलेज में जाकर इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस कोर्स को आप सरकारी या प्राइवेट दोनों कॉलेज में कर सकते हैं। यह कोर्स D.El.Ed कोर्स के समान होता है।

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ऐसा कहा जाता है कि जो लोग प्राम्भिक स्तर पर बच्चो को शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं या फिर स्कूल स्तर पर एक शिक्षक का पेशा भी अपनाना है उनके लिए जूनियर बेसिक ट्रेनिंग एक बहुत ही अच्छा कोर्स है यह कोर्स छात्रों को शिक्षण कौशल एवं विषयवार ज्ञान प्रदान करने के लिए ही बनाया गया है। यह कोर्स 1st क्लास से लेकर 5th क्लास तक के बच्चो को पढ़ाने के लिए होता है आपको बता दें कि JBT एक डिप्लोमा कोर्स है तथा यह दो साल का  होता है इसमें दो साल में कम से कम 4 सेमेस्टर होते है अर्थात हर 6 महीने पश्चात एक सेमेस्टर भी होता है।

जेबीटी के लिए पात्रता

दरअसल जेबीटी कोर्स करने के लिए छात्रों में कुछ योग्यतायें होनी चाहिए.

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  • इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को कक्षा 10+2 (12वी) में न्यूनतम 45% अंक के साथ उत्तीर्ण करना बहुत ही आवश्यक होता है तथा यह प्रतिशत अलग – अलग कॉलेजो में अलग – अलग हो सकते हैं।
  • आपको बता दें कि इस कोर्स में आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु कम से कम 17 से 28 वर्ष तक अवश्य होनी चाहिए। 

दरअसल जो छात्र ग्रेजुएशन पूरा करने के पश्चात ये कोर्स करना चाहते हैं तो उनके ग्रेजुएशन में कम से कम 45% अंक अवश्य होना चाहिए

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आपको बता दें कि जेबीटी कोर्स में हमे क्या – क्या पढ़ाया जाता है वो इस प्रकार हैं

  • Understanding Child and Learning Process
  • Educational Technology
  • Education for Peace, Value, Environment and Human Right
  • Teaching of Hindi 
  • Teaching of Social Studies
  • Teaching of Environmental Science
  • Teaching of Mathematics
  • Teaching of English
  • Population Education

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दरअसल इसके अलावा और भी कई सारे विषय इस कोर्स के अंदर ही पढ़ाये जाते हैं।

JBT कोर्स क्यों

  • आपको बता दें कि जो लोग अध्यापक बनकर पढ़ाना चाहते हैं तथा वो अपने करियर में आगे चलकर शिक्षक के रूप में कार्य करना चाहते हैं उन लोगो के लिए जूनियर बेसिक ट्रेनिंग एक उपयोगी कोर्स भी होता है। 
  • दरअसल ये कोर्स उनके लिए है जो लोग शिक्षण के पेशे से मोहब्बत भी करते हैं एवं उन्हें बच्चो को पढ़ाना बहुत बढ़िया लगता है। 
  • ऐसा कहा जाता है कि जेबीटी कोर्स को पूरा करने के पश्चात आप प्राथमिक स्कूलों, नर्सरी एवं इसी तरह के शिक्षण संस्थानों में शिक्षा प्रदान करने के लिए पात्र बन जाते हैं ये कोर्स उन लोगो के लिए है जो प्राम्भिक स्तर पर स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं। 
  • दरअसल इस कोर्स को करने के पश्चात आपके पास शिक्षक बनने के अलावा, समाजिक कार्यकर्ता, सलाहकार, शैक्षिक कर्मचारी आदि के रूप में अपना काम करने के विकल्प भी है। 
  • आपको बता दें कि जिन उम्मीदवारों में आत्मविश्वाश, सहायक स्वभाव एवं अच्छा संचार है उनके लिए यह कोर्स बहुत ही बढ़िया होता है। 
  • इसके पश्चात छात्र बीएड एवं एमएड जैसे शिक्षण के क्षेत्र में आगे की पढ़ाई अवश्य कर सकते हैं।

JBT कोर्स में फीस

  • आपको बता दें कि इस कोर्स की फीस सभी कॉलेजो में अलग – अलग हो सकती है क्योंकि ये इस बात पर डिपेंड करता है वो कॉलेज कौन – सा है अगर प्राइवेट कॉलेज है तो वहां की फीस सरकारी कॉलेज से अधिक ही होगी, इसके साथ ही अलग – अलग राज्यों के कॉलेजो में इस कोर्स के लिए फ़ीस अलग – अलग हो सकती है। 
  • जहाँ तक यदि प्राइवेट स्कूल की चर्चा की जाये तो इस कोर्स को करने के लिए आपको कम से कम 5000 से 50000 हजार रूपए तक लग सकते हैं। 

दरअसल वही सरकारी कॉलेज में इस कोर्स को करने के लिए आपको कम से कम 3000 से 20000 रूपए तक फीस लग सकती है।

JBT के बाद रोजगार क्षेत्र

जेबीटी कोर्स को पूरा करने के पश्चात आपके पास रोजगार के क्षेत्र के कई सारे विकल्प है जो निम्न प्रकार से हैं

  • ध्यान रहे कि आप किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में रोजगार अवश्य पा सकते हैं 
  • दरअसल आप कोचिंग सेंटर में अध्यापक के रूप में भी पढ़ा सकते हैं। 
  • आप खेल केंद्र, लाइब्रेरी में रोजगार पा सकते हैं इसके अलावा होम टुटोरिंग के जरिये रोजगार भी अवश्य पा सकते हैं। 
  • आपको बता दें कि आप किसी बच्चो के देखरेख केंद्र में रोजगार प्राप्त भी अवश्य कर सकते हैं। 
  • ध्यान रहे कि आप किसी सरकारी कार्यालय में जॉब भी निश्चित रूप से कर सकते हैं।

JBT course के बाद Job Profile

जेबीटी कोर्स के पश्चात आप कहीं भी जॉब कर सकते हैं तो आपके पास निम्न जॉब प्रोफाइल होंगे जो निम्न प्रकार से हैं

  • अध्यापक 
  • काउंसलर 
  • सहायक अध्यापक 
  • शिक्षा प्रशासक 
  • पुस्तकालय अध्यक्ष 
  • बच्चो की देखरेख करने वाला कार्यकर्ता 
  • समाज सेवक 
  • जनसम्पर्क विशेषज्ञ 
  • कोच

JBT के बाद वेतन

आपको हम यह भी बता दें कि इस कोर्स को करने के पश्चात आपके पास नौकरी करने के लिए कई सारे विकल्प भी होते हैं तथा आपको उन नौकरी के लिए बढ़िया सैलरी भी दी जाती है। आपकी सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस तरह का जॉब करते हैं, यदि आप किसी अच्छे जगह पर जॉब करते हैं जैसे बच्चो को संभालने वाले केंद्र में वहां आपकी सैलरी बहुत अधिक हो सकती है।

दरअसल इस कोर्स को करने के पश्चात जब आप कहीं भी नौकरी करने जाते हैं तब आपकी आरंभ में सैलरी कम से कम 15000 रूपए से अधिक ही होती है। यदि आप भारत के किसी स्कूल में पढ़ाने जाते हैं तो वहां आपकी आरंभ में सालाना सैलरी कम से कम 3 लाख रूपए के आसपास ही होती है। जबकि कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने के लिए अपनी शुरुआती सालाना सैलरी कम से कम 4 लाख से 6 लाख के मध्य होती है। आपको यह भी बता दें कि जैसे जैसे आपके काम करने का अनुभव बढ़ता जाता है वैसे वैसे आपकी सैलरी में भी बहुत अधिक वृद्धि भी होती जाती है।