Vastu Shastra ki Jankari- simple tips home east facing south north ghar hindi west remedies

vastu shastra | घर के लिए वास्तु शास्त्र | Remedies PDF

Vastu Tips for Home in Hindi

Vastu Shastra ki Jankari

माना जाता है कि वास्तु शास्त्र (vastu shastra ki jankari) हमारे जीवन को सुगम बनाने एवं कुछ अनिष्टकारी शक्तियों से रक्षा करने में हमारी मदद करता है. एक तरह से वास्तु शास्त्र हमें नकारात्मक ऊर्जा से दूर सुरक्षित वातावरण में रखता है. उत्तर भारत में मान्यता के अनुसार वास्तु शास्त्र वैदिक निर्माण विज्ञान है, जिसकी नींव विश्वकर्मा जी ने रखी है. जिसमें वास्तुकला के सिद्धांत और दर्शन सम्मिलित हैं, जो किसी भवन निर्माण में अत्यधिक महत्व रखते हैं.आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से Vastu Tips in Hindi pdf में देने जा रहे हैं.

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Ghar Ka Vastu In Hindi (घर का वास्तु हिंदी में )

कहा जाता है कि भूखंड की शुभ-अशुभ दशा का अनुमान वास्तुविद आसपास उपस्थित वस्तुओं को देखकर लगाते हैं. भूखंड की किस दिशा की ओर क्या स्थित है और उसका भूखंड पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इस बात की जानकारी वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के विश्लेषण से प्राप्त होती है. Ghar Ka Vastu In Hindi यदि वास्तु सिद्धांतों व नियमों के अनुरूप भवन निर्माण करवाया जाए तो भवन में रहने वाले लोगों का जीवन सुखमय होने की संभावना प्रबल हो जाती है.

प्रत्येक मनुष्य की इच्छा होती है कि उसके घर में  सुंदर, सुखदायी व सकारात्मक ऊर्जा का वास हो, जहां रहने वालों का जीवन सुखद एवं शांतिमय हो. इसलिए आवश्यक है कि भवन वास्तु (vastu shastra)सिद्धांतों के अनुरूप निर्मित हो और उसमें कोई वास्तु दोष न हो. यदि घर की दिशाओं में या भूमि में दोष है तो उस पर कितनी भी लागत लगाकर मकान क्यों न खड़ा किया जाए, फिर भी उसमें रहने वाले लोगों का जीवन सुखमय नहीं होगा. मुगल कालीन भवनों, मिस्र के पिरामिड आदि के निर्माण-कार्य में भी वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों व नियमों का सहारा लिया गया था.

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Vastu Tips For Home In Hindi (घर के लिए वास्तु टिप्स हिंदी में )

कैसे कराएँ भवन निर्माण

कुछ विद्वानों का मत है कि मकान बनवाते समय सबसे पहले बोरिंग, फिर चौकीदार का कमरा और बाद में बाहरी दीवार अवश्य बनवाना चाहिए. इससे काम समय पर पूरा होता है. ध्यान रखें  कि बिजली के स्विचेज़, बिजली का मुख्य मीटर, टीवी आदि कमरे में आग्नेय कोण अथवा वायव्य कोण पर रखने से धन में काफी परिवर्तन होता है.  ध्यान देने वाली बात यह है कि मकान की सभी दिशाओं की तुलना में उत्तरी व पूर्वी भाग में खाली स्थान अधिक हो तो आर्थिक उन्नति के साथ व्यापार में भी विशेष वृद्धि होती रहती है.

पानी के ढलान पर रखें विशेष ध्यान

ऐसा मानना है कि छत की ढलान उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में ही रखना चाहिए ताकि हमारे परिवारों की आर्थिक उन्नति होती रहे.

शाम को जलाएं दीया –

ध्यान रहे कि हर रोज शाम को अगर साफ-सफाई करने के बाद अगर घर के बाहर दीया न जलाते हैं तो नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और बुरी आत्माओ का आने का डर बना रहता है. इस नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाने के लिये एक कांच के गिलास में पानी लें और उसमें एक नींबू डाल दें. ध्यान रहे इस पानी को हर शनिवार को नियमपूर्वक बदलते रहना चाहिए.

No mirror in bedroom

बेडरूम में न हो शीशा

यह भी कहा जाता है कि घर के मास्टर बेडरूम में शीशा बिल्कुल नहीं होना चाहिये. यदि आपके बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल या अलमारी पर शीशा लगा है, तो सोते वक्त उस पर पर्दा अवश्य डाल दें जिससे आपके घर में झगड़ा या बीमारी कभी नही आ सकती.

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करें गंगाजल का प्रयोग

अगर घर के किसी कोने में अंधेरा रहता है, तो वहां हर हफ्ते नियमित रूप से गंगा जल अवश्य डालना चाहिए. हो सके तो रौशनी करने के लिये लाइट की व्यवस्था जरूर करें. इससे नकारात्मक ऊर्जा वहां से दूर भाग जायेगी.

फर्नीचर की दिशा का रखें ध्यान

ध्यान देने वाली बात यह है कि हमेशा पूर्व की ओर मुख करके ही ब्रश करना चाहिए तथा घर के दक्षिण या पश्‍चिमी भाग में फर्नीचर होना काफी असरदार है. ध्यान रखे कि फर्नीचर को उत्तर या पूर्वी दीवार से सटा कर कभी नहीं रखना चाहिए.

Simple Vastu Tips For Home (घर के लिए सिंपल वास्तु टिप्स )

1. Vastu For East Facing House-(उत्तर मुखी घर के लिए वास्तु )

  • पूर्व मुखी भवन में पूर्व और उत्तर दिशाओं में खाली स्थान हो तो भवन स्वास्थ्य और आर्थिक लाभ की दृष्टि से बहुत ही हितकारी है.
  • लिहाजा पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशाओं में खाली स्थान जरूर छोड़ना चाहिए. ऐसा करने से धन और वंश के साथ-साथ स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहेगा.
  • अगर पूर्व मुखी भवन है तो आप कभी भी गन्दगी न फैलाएं तथा किसी भी प्रकार का कोई उतार चढ़ाव न करें.
  • पूर्व मुखी घर में सूर्य एक प्रमुख वस्तु है और ये ऐसे नौकरियों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें अधिकार, ताकत और रम्यता होती है.
  • पूर्व दिशा भी हवा, चुस्ती, रचनात्मकता, ध्यान और सुरक्षा का प्रतिनिधित्व करती है. पूर्व की ओर मुंह वाले घर उन लोगों के लिए मुफीद हैं जो सरकारी कार्यालयों में हैं या जिनके पास बिजनेस है. इसके अलावा, पूर्व की ओर मुंह वाले घर रचनात्मक पेशेवरों, जैसे कलाकार, संगीतकार और नर्तकियों के लिए अच्छे हैं.

2. Vastu Of South Facing House- (दक्षिण मुखी घर के लिए वास्तु )

  • दक्षिणमुखी घर ऊपर किसी भी पेड़ की छाया नहीं होनी चाहिए और घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की  तस्वीर लगाएं.
  • ऐसा कहा जाता है कि गंदे पानी की निकासी उत्तर या पूर्व दिशा में कभी न होने दें. बाउंड्री वॉल से सटा कर पूर्व ईशान से नाली बनाकर आग्नेय की ओर बहाव रखें या उत्तर ईशान से नाली बनाकर उत्तर की ओर निकालें. घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर अवश्य लगाएं.
  • ध्यान देने वाली बात यह है कि घर के सामने कुछ स्थान खाली रहे. यदि दक्षिणमुखी मकान के सामने द्वार से दोगुनी दूरी पर नीम का हराभरा वृक्ष है, तो ये वास्तु प्रभावों को काफी हद तक कम कर देता है.
  • ध्यान देने वाली बात तो यह है कि घर को जमीन से करीब एक से दो फुट ऊंचा कर बनवाएं. ताकि इससे दोष कम हो सकेगा एवं साफ सफाई के लिए थोड़ा ढाल अवश्य दें.  

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3. Vastu North Facing House- (उत्तर मुखी घर के लिए वास्तु )

  • ऐसा मानना है कि आपके घर के उत्तर दिशा में पेड़ बिल्कुल नहीं होने चाहिए. जिससे घर में काफी परेशानी बढ़ सकती है और ध्यान रखे कि घर के उत्तर या उत्तर-पूर्व में कूड़ेदान और अव्यवस्था न रखें.
  • विशेषतौर पर यह कहा जा सकता है कि आपकी वित्तीय स्थिति और बच्चों के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. उत्तर-पूर्व के कोने में रसोई घर भी कभी नहीं होना चाहिए.
  • इस दिशा में सेप्टिक टैंक रखने से बचें तथा बेडरूम और टॉयलेट भी नहीं बनवाना चाहिए.
  • ध्यान रहे कि सीढ़ियां घड़ी के घूमने वाली दिशा में ही बनवानी चाहिए.

4. Vastu West Facing House- (पश्चिम मुखी घर के लिए वास्तु)

  • माना जाता है कि यदि घर का मेन गेट पश्चिम दिशा की ओर हो व अन्य गेट भी पश्चिम में हों तो भी शुभ फल मिलते हैं और घर के सभी सदस्यों को भरपूर लाभ मिलता है.
  • यह भी कहा गया है कि पश्चिम दिशा में गड्ढा, जमीन के अंदर पानी का टैंक या सेप्टिक टैंक नही बनबाना चाहिए. नहीं तो आगे जाकर काफी समस्याएं पैदा हो सकती हैं |
  • जिस पश्चिम मुखी प्लॉट में गहरे गड्ढे हों, जिन्हें भर पाना कठिन हो. उसे बिल्कुल नहीं खरीदना चाहिए.

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5. Vastu Remedies- (घर के लिए वास्तु उपाय)

  • घर के प्रवेश द्वार पर स्वास्तिक या ऊँ की आकृति लगाएं. इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.
  • घर की पूर्वोत्‍तर दिशा में पानी का कलश रखें. इससे घर में समृद्धि आती है.
  • घर के खिड़की दरवाजे इस प्रकार होनी चाहिए, कि सूर्य का प्रकाश ज्‍यादा से ज्‍यादा समय के लिए घर के अंदर आए. इससे घर की बीमारियां दूर भागती हैं.
  • परिवार में लड़ाई-झगड़ों से बचने के लिए ड्रॉइंग रूम यानी बैठक में फूलों का गुलदस्‍ता लगाएं.
  • रसोई घर में पूजा की अल्‍मारी या मंदिर नहीं रखना चाहिए.
  • घर में शौचालय के बगल में देवस्‍थान नहीं होना चाहिए.
  • घर में घुसते ही शौचालय नहीं होना चाहिए.