Ritu Ke Naam Hindi Mein

Ritu Ke Naam Hindi Mein | Bharat ki 6 ritu Name in Hindi

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हमारे भारत देश में हम लोग हर ऋतु का लुत्फ़ उठाते हैं हमारी Website आपको देगी Ritu Ke Naam Hindi Mein और कुछ जानकारी. We provide Paragraph on Summer Season in Hindi. बसंत ऋतु का ऋतुओं में सर्वश्रेष्ठ स्थान होता है पढ़ें Basant Ritu Short Essay In Hindi.

भारत ऋतुओं का देश

भारत में सारे मौसम होते हैं। विश्व में जितने भी मौसम होते हैं शायद ही कोई और देश हो जिसमे इतने मौसम और ऋतुएँ होती हैं इसलिए दुनिया के सबसे ज्यादा प्रकार के अनाज, फल और सब्जियां भारत में पाई जाती हैं। इन अनाज, फल और सब्जियों के लिए वातावरण के भिन्न भिन्न तापमान की आवश्यकता होती है जोकि भारत में है।

भारत ऋतुओं, त्यौहार और भाषाओं का देश है. भारत एक ऐसा देश है ऋतुओं के मुताबिक खाना और त्योहार यहाँ की संस्कृति का हिस्सा है। भारत में ऋतुओं के इस अद्भुत संयोग से विश्व भर के पर्यटक साल भर आते हैं। ऋतुओं की इतनी भिन्नता के कारण आदमी की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित है। आइये जानते हैं भारत की ऋतुओं के बारे में।

ऋतुओं के प्रकार

भारत में मुख्य रूप से छ ऋतुएँ होती हैं। जो कि निम्न लिखित है 

शरद ऋतु

शरत ऋतु अक्तूबर से नवंबर तक रहती है। हिन्दू कैलेंडर में अगहन मास से लेकर कार्तिक मास तक होती है। इस मौसम में तापमान कम रहता है। इस मौसम में धान, बाजरा , उरद, तिल आदि फसलें पाक जाती हैं। दीपावली इस मौसम का मुख्य त्यौहार है।

बसंत ऋतु

 शिशिर ऋतु के तुरंत बाद बसंत ऋतु आती है। बसंत ऋतु में मौसम साफ़ हो जाता है। दिन भर सूर्य की धूप मिलती है। यह हिंदी कैलेंडर में चैत्र से वैशाख तक होता है। सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन में प्रवेश करते हैं। इस मौसम में न तो ठण्ड होती है न गर्मी होती है। लेकिन तापमान थोडा बढ़ने लगता है। बसंत ऋतु फरवरी से अप्रेल तक रहती है। दिन बड़े होने शुरू हो जाते हैं। रात छोटी होने लगती हैं। आम के पेड़ों पर बुहर आने लगता है। कृषि में गर्मी में होने वाली फसलें फलने फूलने लगती हैं। स्वास्थ्य की द्रष्टि से यह ऋतु अच्छी मानी जाती है। नवरात्रि और दशहरा इस मौसम का प्रमुख त्यौहार है| 

ग्रीष्म ऋतु

बसंत ऋतु ग्रीष्म ऋतु की शुरूआती ऋतु मानी जाती है। मई से जून तक यह ऋतु रहती है। हिंदी कैलेंडर में ज्येष्ठ मास से आषाढ़ मास तक यह ऋतु रहती है। सूर्य न उत्तरायण और दक्षिणायन में होता है सूर्य दोनों के मध्य से होकर गुजरता है। दिन बड़े होते हैं रात छोटी होती है। आम इस मौसम का मुख्य फल होता है। गेंहू इस मौसम की मुख्य फसल होती है। स्वास्थ्य की द्रष्टि से यह मौसम अच्छा नहीं होता है।

वर्षा ऋतु

वर्षा ऋतु प्रकृति के अनुकूल ऋतु है। जुलाई से सितम्बर तक यह ऋतु रहती है। हिंदी कैलेंडर में सावन मास से भाद्र मास तक यह ऋतु रहती है। इस ऋतु में प्रकृति अपना श्रृंगार करती है। ग्रीष्म ऋतु में सूर्य अपने तापमान से प्रकृति से हरियाली छीन लेती है। जून से अगस्त तक यह ऋतु रहती है। सूर्य का तापमान और हवाएं मौसम बदल देती हैं। और समय समय पर बादल बनते हैं। वारिश हो जाती है तापमान तेजी से गिरता है। फिर तापमान तेजी से बढ़ता है फिर बादल बनते हैं फिर वारिश हो जाती है ऐसा क्रम जगह जगह चलता रहता है।

इस वारिश से प्रकृति फिर से यौवन पा जाती हैं। लगातार पानी और वारिश से पेड़ फलने फूलने लगते हैं। जामुन और अमरुद इसके प्रमुख फल है। इस मौसम में धान, बाजरा, उडद,तिल और मक्का बोने का समय होता है। इस मौसम में तापमान लगातार  घटता और बढ़ता है। तथा वारिश होने से संक्रमण का प्रकोप बढ़ जाता है स्वास्थ्य की द्रष्टि से अच्छा नहीं रहता है। रक्षा बंधन और कृष्ण जन्माष्टमी इस ऋतु के प्रमुख त्यौहार है।

हेमंत ऋतु

वारिश के मौसम के बाद तापमान में गिरावट आती है। क्योंकि सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन की ओर जाना शुरू कर देते हैं। यह मौसम अक्तूबर से नवम्बर तक रहती है। हिंदी कैलेंडर में क्वार मास से कार्तिक मास तक रहती है। और इस ऋतु में न गर्मी होती है। और न सर्दी होती है। रात बड़ी होने शुरू हो जाती है।

दिन छोटे होने लगते हैं। यह घुमने फ्रिरने के लिए बहुत अच्छा होता है। इस मौसम में वारिश में बोने वाली फसल पक जाती है। दशहरा और दीपावली इस मौसम का प्रमुख त्यौहार है। स्वास्थ्य की द्रष्टि से यह मौसम अच्छा नहीं रहता है। लेकिन घुमने फिरने के लिए बहुत अच्छा मौसम होता है क्योंकि इस मौसम में गर्मी तो बिल्कुल होती नहीं है हल्की हल्की ठण्ड होती है। जो आदमी के बिल्कुल अनुकूल होती है। जिससे व्यक्ति में आलस आने लगता है।

शिशिर ऋतु

शिशिर ऋतु जनवरी से फरवरी तक रहती है। हिन्दू कैलेंडर में यह माघ से फागुन तक होती है। इस मौसम में ठण्ड खूब होती है। मतलब ठण्ड शीर्ष पर होती है। दिन में सूर्य तो निकलता है लेकिन उजाला पूरी तरह नहीं होता है। लेकिन धूप मनुष्य को कई कई दिन बाद देखने को मिलती है। जिससे तापमान लगातार गिरता है दिन भर ठंडी हवाएं चलती है जिससे मौसम का तापमान और गिर जाता है। ठण्ड की वजह से लोग ठिठुर जाते हैं।

लोग ठण्ड से बचने के लिए गर्म कपडे पहनते हैं तथा ठण्ड से बचने के लिए आग का सहारा लेते हैं। प्रकृति व्यक्तियों को खाने के लिए भरपूर मात्रा में, और भिन्न भिन्न तरह की फल व् सब्जियां देती है। जिससे व्यक्ति को ठण्ड से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सके। यह मौसम आने जाने के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होता हैं। क्योंकि दिन भर धुंध और कोहरा रहता है रात बड़ी होती हैं दिन चीते हैं।

मकर सक्रांति इस मौसम् का मुख्य त्यौहार है। इस मौसम में अंगूर, चीकू और अमरुद मुख्य फल होता है। बाजरा और गुड शीत ऋतु का मुख्य खाद्य है। इसमें मूंगफली मुख्य रूप से घर घर में खाई जाती है। जो व्यक्ति को ऋतु से लड़ने के लिए पर्याप्त ताक़त देती है। इस ऋतु में विवाह बहुत होते हैं।

Ritu ke Naam English Mein

  • बसंत को स्प्रिंग (SPRING)
  • शिशिर को विंटर (WINTER)
  • ग्रीष्म को समर (SUMMER)
  • वर्षा को रेन (RAINY)
  • शरद को प्री विंटर (PRE-WINTER)
  • हेमंत को ऑटम (AUTUMN)