Shukra Grah Mantra in Hindi शुक्र बीज मंत्र

Shukra Grah Mantra in Hindi | शुक्र बीज मंत्र

Dharma Karma

हर मंत्र को पढ़ने का अपना ही एक विशेष कारण होता है यहाँ हम आपको Shukra Grah Mantra in Hindi से रूबरू करायेंगे और बतायेंगे इससे पढ़ें की विधि और फायदे. आपकी हर परेशानी के लिए कोई न कोई मन्त्र है जैसे जीवन में सफलता पाना चाहते है तो करें केतु मंत्र की साधना. माँ काली का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो पढ़ें Kali Beej Mantra.

Shukra Grah Mantra in Hindi

शुक्र ग्रह बीज मंत्र  ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ॐ शुं शुक्राय नमः

शुक्र मंत्र का जाप कब करें?

शुक्र मंत्र का जाप कोई भी कर सकता है,किसी भी जातक की जन्म पत्रिका में  शुक्र ग्रह की स्थिति अच्छी ना हो  वह जातक अनेकों सुख-सुविधा  वंचित व, पत्नी सुख में कमी, पुरुष के शुक्राणुओं में कमी, समाज में प्रतिष्ठा की कमी होती है|यदि किसी भी जातक की पत्रिका में शुक्र मारक होकर बैठा है, शत्रु राशि में है या त्रिक भावों (छठा भाव, आठवां भाव और बारहवां भाव)में बैठा है और कुंडली में किसी तरह का योग से अशुभ प्रभाव को काट नहीं कर रहा है तो ऐसी स्थिति में जातक शुक्र ग्रह के बीज मंत्र का जाप  (ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ) कर के शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव को अत्ति शुभ  में बदल सकते है।

शुक्र ग्रह का बीज मंत्र व्यक्ति को सभी प्रकार के सुख देने में समक्ष होता है। शुक्र ग्रह की कृपा होने पर जातक को अपने जीवन साथी का सुख व प्रेम संबंधित बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इससे आपको सुख साधनों में बढ़ोतरी होगी, समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी, पत्नी का सुख मिलता है और शुक्र को ख्वाहिशों का ग्रह भी कहा गया है। इसके बीज मंत्र के जाप से आपकी ख्वाहिशें सम्पूर्ण होनी शुरू हो जाती है।

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Shukra Beej Mantra Benefits in Hindi

शुक्र ग्रह को सुख-सुविधाओं का ग्रह माना जाता है| प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में यदि शुक्र की स्थिति सही हो और बलशाली होकर किसी अच्छे भाव में बैठा हो तो व्यक्ति सर्वे-सुख साधनों से परिपूर्ण होता है| पुरुष के लिए पत्नी का कारक ग्रह शुक्र होता है| कुंडली में पत्नी सुख देखने के लिए सबसे पहले शुक्र की स्थिति देखी जाती है| समाज में व्यक्ति की प्रतिष्ठा का कारक भी शुक्र होता है, आपको कई ऐसे अभिनेता या नेता देखने को मिलेंगे, जिनकी कुंडली में शुक्र योग कारक और बलशाली होकर बैठा है|यदि आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह मारक अवस्था में होगा या कुंडली के त्रिक भावों में से किसी भाव में बैठा होगा और विपरीत राज योग की स्थिति नहीं बन रही होगी तो आपकी जिंदगी में सुख-सुविधाओं में कमी होगी और यदि किसी पुरुष की कुंडली में शुक्र मारक हो तब उसके पत्नी सुख में कमी आती है और उसके शुक्राणु से सबंधित भी परेशानी आ सकती है|यदि आपकी कुंडली में शुक्र मारक है, सूर्य से अस्त है, शत्रु क्षेत्री है या त्रिक भावों में से किसी भाव में बैठा है तब आप शुक्र बीज मंत्र का जाप करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं| 

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शुक्र बीज मंत्र की विधि (Shukra beej Mantra Vidhi)

  शुक्रवार के दिन प्रातः काल के समय स्नान ध्यान करने के बाद मंत्र को 108 बार जपें। दोनों बीज मंत्रों से आप किसी एक मंत्र का जाप कर सकते हो| विधि इस प्रकार है|पहले दिन जाप शुरू करने से पहले गणेश पूजा, गुरु पूजा और कुलदेव की पूजा करनी है| जाप करने के लिए सफ़ेद रंग के आसन का प्रयोग करना है|जाप करते वक़्त दीप और धूप का प्रयोग करें तो अच्छा है| शुक्र बीज मंत्र की रोज़ाना कम से कम एक माला जाप जरूर करना है यदि अधिक कर सकते हो तो लाभ भी अधिक होगा| शुक्र बीज मंत्र का जाप किसी शुक्रवार वाले दिन से शुरू करना है|

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शुक्र ग्रह का बीज का जाप कितनी बार किया जाना चाहिए

अब बात करते है शुक्र की अशुभता से कैसे बचें। अगर यह ग्रह व्यक्ति का साथ नहीं देता तो शुक्र के दुष्प्रभाव से त्वचा पर नेत्र रोगों, यौन समस्याएं, अपच, कील-मुहासे, नपुंसकता, क्षुधा की हानि और त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं। साथ ही जीवन में कई तरह की कठनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अशुभता से शुभता में बदलने के लिए आप शुक्र ग्रह के बीज मंत्र का 108 बार जाप करके अपना भाग्योदय कर सकते हैं। शुक्र ग्रह का बीज मंत्र व्यक्ति को सभी प्रकार के सुख देने में समक्ष होता है | जब इस ग्रह की कृपा होने लगे तो व्यक्ति जगत में विख्यात हो जाता है |जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए याद रहें यदि 108 बार शुक्र बीज मंत्र का जाप श्रद्धा,आस्था और विश्वास के साथ किया जाए तभी पूर्ण लाभ होगा| 

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शुक्र को मजबूत करने के उपाय

  1. शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए आप तो शुक्र संबंधित वस्तुओं से उपाय  करना चाहिए
  2.  शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए जातक को शुक्रवार के दिन गूलर की जड़ को किसी सफेद कपड़े में बांधकर अपने गले या बाएं हाथ में धारण करना चाहिए ऐसा करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है।
  3. शुक्र ग्रह को मजबूत बनाने के लिए जातक को हर शुक्रवार के दिन कौवे को चावल तथा बुरा चीनी खिलाना चाहिए तथा घर में शुक्र यंत्र स्थापित करना चाहिए यह करने से शुक्र ग्रह के समस्त दोष समाप्त हो जाते हैं।
  4.  शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए जातक को शुक्र स्त्रोत का पाठ करना चाहिए एवं शुक्र कवच का पाठ शुक्रवार के दिन करना चाहिए जिससे शुक्र ग्रह मजबूत होता है तथा समस्त समस्याओं का हल प्रदान करता है
  5. शुक्र ग्रह को मजबूत करने हेतु जातक को ओपल या हीरा धारण करना चाहिए।

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शुक्र ग्रह के मंत्र

शुक्र का वैदिक मंत्र 

ऊँ अन्नात्परिस्रुतो रसं ब्रह्मणा व्यपिबत क्षत्रं पय: सेमं प्रजापति: । ऋतेन सत्यमिन्दियं विपान ग्वं, शुक्रमन्धस इन्द्रस्येन्द्रियमिदं पयोय्मृतं मधु । नाम मंत्र –ऊँ शुं शुक्राय नम:

शुक्र के लिए तांत्रोक्त मंत्र

  • ऊँ ह्रीं श्रीं शुक्राय नम:  
  • ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
  • ऊँ वस्त्रं मे देहि शुक्राय स्वाहा

शुक्र का पौराणिक मंत्र

ऊँ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम

 Shukra Mantra For Love In Hindi

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि कोई भी जातक प्रतिदिन विधि विधान से शुक्र ग्रह के बीज मंत्र का जाप करता है तो, ऐसे जातकों को अपना मनचाहा प्रेम-प्यार व मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होता है। क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को सुख, सौंदर्य व प्रेम कारक ग्रह माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सभी प्रकार के भौतिक सुखों का  कारक ग्रह शुक्र को माना गया है। इन भौतिक सुखों की अंदर ही दांपत्य जीवन का स्थान भी प्राप्त होता है।  इसलिए मनचाहा प्रेम पाने के लिए यदि कोई  जातक नितन्तर शुक्र के इस बीज मंत्र (ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः) का जाप करता है तो, सदैव व अपने मनचाहा साथी को प्राप्त कर जीवन को अपने तरीके जीने लगता है क्योंकि, शुक्र ग्रह जातक को उसी की तरह उसे जीवन जीना सिखाता है जैसा व्यक्ति जीना चाहता है।   

Shukra Gayatri Mantra For Diabetes

ॐ धन्वंतरये नमः  मन्त्र उपयोग से डायबिटीज में लाभ प्राप्त कर सकते है | जिसमे 7 काली मिर्च के दाने  को अपने दाहिने हाथ में लेकर इस लघु धन्वन्तरी मंत्र को 31बार बोलें। ऐसा करने से काली मिर्च के दाने लघु धन्वन्तरी मंत्र की शक्ति से अभिमंत्रित हो जाएंगे। फिर आधा चम्मच  शक्कर के साथ काली मिर्च के दानों को पीसकर चूर्ण बनाना है और उसका सेवन करना है। इस मंत्र प्रयोग को हर रोज नाश्ते के साथ करें और मधुमेह पूरी तरह से कंट्रोल में आने तक जारी रखें।