जैतून का तेल (Olive oil) खाने की सलाह तमाम डॉक्टर्स देते हैं. जैतून का तेल ऑलिव ऑयल शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. जैतून का तेल बालों, त्वचा एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं में अत्यधिक लाभकारी सिद्ध हुआ है. ऐसा माना जाता है कि नवजात शिशु की जैतून के तेल की मालिश करने से वह रोगमुक्त हो जाता है.
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Jaitun Ka Tel And Jaitun Ka Tel Benefits In Hindi
मधुमेह को दूर करे
ध्यान रहे कि अभी के खान-पान और गलत दिनचर्या की वजह से मधुमेह किसी को भी हो सकता है। अगर एक बार किसी को मधुमेह हो जाए, तो फिर उसे हमेशा संभलकर रहना होता है और अपने खाना-पान का खास ध्यान रखना होता है। ऐसे में जैतून के तेल का सेवन मधुमेह के मरीजों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
कब्ज में आराम
डॉक्टरो का मानना है कि सही खान-पान न होने की वजह से आए दिन लोगों को पेट संबंधी परेशानियां लगी रहती हैं। कब्ज उन्हीं समस्याओं में से एक है। कब्ज की परेशानी में अगर जैतून के तेल का सेवन किया जाए, तो इससे काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है। जैतून का तेल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट और पेट के लिए बहुत असरदार होता है। जैतून के तेल का गाढ़ापन और टेक्सचर पाचन तंत्र की क्रिया को बढ़ाता है। इसके नियमित सेवन से कब्ज से आराम मिल सकता है।
उच्च रक्तचाप में लाभदायक
वैज्ञानिको के मुताबिक काम का दवाब, तनाव और कई अन्य कारणों से उच्च रक्तचाप की समस्या आजकल आम हो गई है। अगर इसे गंभीरता से न लिया जाए, तो यह जान का दुश्मन बन सकता है। इसलिए, अगर आपको उच्च रक्तचाप है, तो आप अपने जीवनशैली में सुधार करें, व्यायाम के साथ-साथ अपने खान-पान में बदलाव करें। आप अपनी डाइट में ऑलिव ऑयल यानी जैतून के तेल को शामिल करें। इससे हाई ब्लड प्रेशर का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। इसमें पॉलीफेनोल और मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं।
आंखों के लिए असरदार
डॉक्टरो का मानना है कि आंखें हमारे शरीर का अहम हिस्सा होती हैं। वहीं, आजकल पूरा दिन कंप्यूटर, टीवी और मोबाइल पर लगे रहने से हमारी आंखों पर काफी जोर पड़ता है। इस कारण वक्त के साथ-साथ आंखों की रोशनी कम होती चली जाती है। ऐसे में जरूरी है कि आप वक्त रहते इस पर ध्यान दें। आंखों की देखभाल के लिए आप जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप आंखों के आसपास जैतून के तेल से हल्की-हल्की मालिश कर सकते हैं। इससे आपकी आंखों के आसपास रक्त संचार सही होगा, थकान दूर होगी और आपको ताजगी का एहसास होगा। आप सोने से पहले ऐसा कर सकते हैं। इसके अलावा, आप जैतून के तेल का सेवन भी कर सकते हैं।
Jaitun Ka Tel For Face In Hindi
डॉक्टरो का मानना है कि जैतून के तेल का भेदन प्रभाव बहुत ही अच्छा होता है और चाहे यह चेहरे पर लगाया गया हो या शरीर के दूसरे भागों में यह पूरी तरह त्वचा के अंदर चला जाता है और त्वचा को पोषित करता है। यह दिन में लगाया जाए या रात में, इसका प्रभाव नमी वाली त्वचा पर साफ दिखता है। थोड़ा सा जैतून का तेल निम्बू के रस में मिला कर लगाने से आपकी त्वचा चिकनी और तरोताज़ा दिख सकती है। इससे चहरे पर देर तक कोमलता और नरमी बनी रहती है। और चेहरा साफ नजर आटा है|
Jaitun Ka Tel For Baby
क्रैडल कैप का बचाव
ध्यान देने वाली बात यह है कि क्रैडल कैप, जो कि त्वचा की वह समस्या होती है जिसमें बच्चे की खोपड़ी पर शुष्क और पपड़ी जैसी परतें आ जाती हैं। यह आमतौर पर शिशु के लिए बहुत असुविधाजनक नहीं होता लेकिन देखने में अच्छा नहीं लगता है। जैतून का तेल क्रैडल कैप को ठीक करने में लाभकारी है। शिशु के सिर की इस तेल से मालिश करें और 10 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें। एक सौम्य शैम्पू के साथ तेल को धो दें और ढीले हुए टुकड़ों और पपड़ी को हटाने के लिए कंघी का उपयोग करें।
त्वचा को नरम बनाना
डॉक्टरो का मानना है कि ऑलिव ऑयल में नमी प्रदायक गुण होते हैं जो आपके छोटे से शिशु की नरम त्वचा को सुरक्षित रखेंगे, जिससे वह पहले से कहीं अधिक चिकनी, नरम, और चमकदार हो जाएगी! जैतून के तेल में स्क्वैलीन होता है जो एक हाइड्रेटिंग एजेंट है। यह आपके शिशु की त्वचा के भीतर प्रवेश करता है, जिससे यह बिल्कुल नरम हो जाती है।
डायपर रैशेज से बचाव
याद रहे कि डायपर से होने वाले रैशेज यानि त्वचा पर लाल चकत्ते एक और ऐसी समस्या है जो शिशु के लिए बहुत कष्टकारी होती है और माँ को इससे निपटने में परेशानी हो सकती है । अपने शिशु की डायपर पहने जाने वाली जगह की जैतून के तेल से मालिश करके इन चकत्तों को होने से रोकें। आप रैशेज के इलाज के लिए दो चम्मच जैतून के तेल और गुनगुने पानी के मिश्रण का भी उपयोग कर सकती हैं।
खांसी से बचाव
डॉक्टरो का मानना है कि सर्दियां आने के साथ आपके शिशु को कष्ट देने वाला सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या भी आ सकती है। यूकेलिप्टस रेडियोटा तेल और एक अच्छे जैतून के तेल, जैसे फिगारो ऑलिव ऑयल की कुछ बूंदों के मिश्रण से अपने शिशु के छाती की मालिश करने से उसको खांसी और सांस की परेशानी से राहत मिल सकती है। अधिक राहत प्रदान करने के लिए आप इसे उसकी हथेलियों या उसके पैरों के तलवों पर भी रगड़ सकती हैं।
Jaitun Ka Tel For Hair
बालो का मजबूत व चमकदार होना
डॉंक्टरों का भी मानना है कि तेल मालिश से सिर में रक्त का संचार सही तरीके से होता है और बालों की जड़ों से रूखापन समाप्त होता है। इससे बाल मजबूत होते हैं और दिन भर की थकावट और तनाव कम करने में सहायक होते हैं। तेल मालिश से आपके बाल धूप के खराब असर से भी बचे रहते हैं। दरअसल, बालों में तेल लगाने का उन पर कई तरीके से प्रभाव पड़ता है। इससे बाल जड़ से मजबूत होते हैं, बालों का रूखापन दूर होता है और साथ ही बाल बीच से टूटते भी कम हैं। बालों में तेल लगाने से उन पर एक परत बन जाती हैं। तेल की यह परत उस वक्त बालों के काम आती है, जब हम बालों की स्टाइलिंग के लिए हेयर ड्रायर जैसे तरह-तरह के उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं। मसाज करने की पूरी प्रक्रिया भी आपके बाल और सिर के लिए बहुत ही असरदार है।