AIMIM ka Full Form in Hindi|इतिहास |पूरी जानकारी

Full Form in Hindi

आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में AIMIM Full Form in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं AIMIM की Hindi में Full Form  क्या होती है।

AIMIM ka full form in Hindi- 

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन 

आपको यह बता दूँ कि एआईएमआईएम एक राजनीतिक दल है जिसका पूरा नाम यह है –

All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen है. 

AIMIM क्या है एवं इसका इतिहास क्या है –

बता दें कि AIMIM का फुल फॉर्म ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ( AIMIM) होता है पर AIMIM भारत में एक क्षेत्रीय राजनीतिक दल है। तेलंगाना एवं महाराष्ट्र राज्यों में पार्टी की मौजूदगी बताई गई है।

पार्टी की जड़ें ब्रिटिश युग में वापस आती जाती हैं जब पार्टी की स्थापना सन 1927 में हैदराबाद में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (MIM) के रूप में हुई थी।  तब पार्टी को हैदराबाद के नवाब महमूद नवाज खान किलदार ने निजाम समर्थक पार्टी के रूप में उनका आकार दिया था।

वर्तमान में, सांसद असदुद्दीन ओवैसी पार्टी के अध्यक्ष हैं।  पार्टी का विजन एवं मिशन भारत में मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा करना तथा उन्हें आगे बढ़ाना होता है।

दरअसल पार्टी ने सन 1984 से हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र के लिए लोकसभा सीट पर कब्जा कर रखा है। लंबे समय तक केवल आंध्र प्रदेश (तथा अब तेलंगाना) में उपस्थिति वाले मुसलमानों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व के रूप में अवश्य देखा जाता है, पार्टी ने सन 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीतीं।  फिर सन 2015 में औरंगाबाद नगरपालिका चुनावों में, AIMIM ने कम से कम 23 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सबको चौंका दिया।

बता दें कि सन 2014 में तेलंगाना में राज्य विधान सभा चुनावों में, पार्टी ने कम से कम सात सीटें जीतीं एवं भारत के चुनाव आयोग के द्वारा ‘राज्य पार्टी’ के रूप में मान्यता भी प्राप्त की।

दरअसल पूर्व में हैदराबाद से बाहर इसकी बहुत कम उपस्थिति थी। हालांकि, हाल के वर्षों में, AIMIM ने अन्य राज्यों में विस्तार करना आरंभ कर दिया है। अब इम्तियाज जलील ने औरंगाबाद निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल कर तथा विधान सभा के लिए चुने गए कई सदस्यों के साथ, महाराष्ट्र में इसने  महत्वपूर्ण उपस्थिति भी दर्ज की है। AIMIM ने सन 2020 में कम से कम पांच विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करते हुए बिहार में भी अपनी अच्छीखासी पैठ बनाई है.

बता दें कि कासिम रज़वी के नेतृत्व में रजाकार स्वयंभू “स्वयंसेवकों” का एक इस्लामी अर्धसैनिक संघ था, जिसे जाहिर तौर पर भारत के साथ “विलय का विरोध” करने के लिए एकदम से तैयार किया गया था। रज़वी एवं MIM को हैदराबाद से पूर्णतया अलग होने के लिए एक मुस्लिम राष्ट्र की बहुत ही आवश्यकता थी।

हैदराबाद राज्य के भारतीय विलय के पश्चात्, सन 1948 में, MIM प्रतिबंधित कर दिया गया था। कासिम रिज़वी को सन 1948 से सन 1957 तक जेल में रखा गया था एवं उन्हें इस शर्त पर छुट्टी दे दी गई थी कि वह पाकिस्तान में भाग लेंगे जहाँ उन्हें शरण दी गई थी।

एआईएमआईएम की पहली जीत –

बता दें कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन मतलब एआईएमआईएम पार्टी नें पहली जीत का परचम सन 1960 में लहराया, जब सलाहुद्दीन ओवैसी हैदराबाद नगर पालिका के लिए चुने गए थे| इसके दो वर्ष पश्चात ही वह एक विधायक के रूप में भी अवश्य चुने गये | इस प्रकार एआईएमआईएम का प्रचार-प्रसार लगातार बढ़ता चला गया तथा सन 1984 में सलाहुद्दीन पहली बार हैदराबाद से लोकसभा के लिए चुने गए, लेकिन उनकी पार्टी पर सांप्रदायिक दल होने के आरोप लगातार लगते रहे |

निष्कर्ष – 

इस आर्टिकल में हमनें आपको AIMIM (ऐमिम) का फुल फार्म तथा इसके विषय में खूब बढ़िया से बढ़िया जानकारी दी | अगर इस जानकारी से रिलेटेड आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न या विचार उत्पन्न हो रहा हो, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी आप प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमें आप कमेंट बाक्स के माध्यम से अवश्य पूछ सकते हैं, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया एवं सुझावों का इंतजार ज़रूर कर रहे हैं |   

धन्यवाद.