BHMS Full Form | BHMS में विशेषज्ञता |पूरी जानकारी

Full Form in Hindi

आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में BHMS Full Form in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं BHMS की Hindi में Full Form  क्या होती है।

BHMS की फुल फॉर्म – 

दरअसल BHMS की फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी) मेडिकल क्षेत्र में एक स्नातक डिग्री प्रोग्राम होती है | इस डिग्री में होम्योपैथिक प्रणाली के चिकित्सा ज्ञान को शामिल अवश्य किया गया है। इस डिग्री को पूर्ण करने के पश्चात् आप होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में एक डॉक्टर बनने के लिए योग्य हैं।

बी.एच.एम.एस (BHMS) क्या है –

आपको यह बता दूँ कि BHMS अर्थात बेचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी एक अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है, जिसमे आपको मेडिकल में होम्योपैथिक से जुड़ी पढ़ाई अवश्य करवाई जाती है। यह कोर्स करीब साढ़े पांच साल का कोर्स होता है, जिसमे 4.5 साल की कॉलेज होती है एवं 1 साल की इंटर्नशिप अवश्य होती है। दरअसल BHMS Course करने के पश्चात् आप होमियोपैथिक मेडिकल फील्ड में डॉक्टर अवश्य बन जाते हैं। इस डिग्री को करने के पश्चात् आपके नाम के आगे डॉक्टर अवश्य लगाया जाता है। इस कोर्स में आपको थियोरिटिकल पढ़ाई के साथ – साथ प्रैक्टिकल पढ़ाई भी ज़रूर दी जाती है।

योग्यता –

इस कोर्स को आगे बढ़ाने के लिए न्यूनतम योग्यता जीवविज्ञान / रसायन विज्ञान / भौतिकी / अंग्रेजी के साथ अनुमोदित शैक्षणिक बोर्ड से X एवं XII योग्यता मानी जाती है, बारहवीं कक्षा में अध्ययन किए गए प्रमुख विषयों के साथ, कम से कम 50 प्रतिशत का कुल स्कोर बहुत ही ज़रूरी होता है। निर्धारित न्यूनतम आयु सीमा कम से कम 17 वर्ष अवश्य होनी चाहिए. 

BHMS के पश्चात् सैलरी पैकेज –

BHMS करने के पश्चात् मिलने वाली Salary Company एवं कार्य के अनुसार पूरी तरह अलग-अलग हो सकती है. यदि शुरुआती Salary की बात है तो औसतन 40 हजार से रूपए लेकर 60 हजार रूपए तक तो रहती ही है. एवं कुछ Companies इससे अधिक भी Salary देती हैं.

BHMS करने के लाभ – 

BHMS Course करने के पश्चात् विद्यार्थियों को बहुत सारे लाभ प्राप्त होते हैं. आज के समय में होम्‍योपैथी का क्षेत्र बहुत ही अधिक बड़ा हो गया है इसलिए इस क्षेत्र में अनेक रोजगार मिल जाते हैं. BHMS में कई Course कराये जाते हैं जिससे विद्यार्थी को इस क्षेत्र से जुडी हर जानकारी प्राप्त अवश्य हो जाती है. इसके पश्चात् छात्र इस क्षेत्र में डॉक्टर, प्राइवेट प्रैक्टिस, पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट्स, टीचर्स, रिसर्चेस, कंसलटेंट, फार्मासिस्ट, आदि पोस्ट में जॉब ज़रूर कर सकते हैं.

BHMS में विशेषज्ञता

ध्यान रखने वाली बात यह है कि सफलतापूर्वक कोर्स को पूर्ण करने के पश्चात्, होम्योपैथी में विशेषज्ञता पूरी तरह से हासिल कर सकता है. होम्योपैथी में विशेषज्ञता के लिए विभिन्न विकल्प माने जाते हैं जैसे बाल रोग, बांझपन, मनोरोग, त्वचा विशेषज्ञ, आदि।

प्रवेश प्रक्रिया – 

  • दरअसल BHMS में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार को राष्ट्रीय स्तर या फिर राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली विभिन्न प्रकार की प्रवेश परीक्षाओं में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होता है .
  • बता दें कि BHMS Course के लिए प्रवेश प्रक्रिया में प्राप्त अंकों के आधार पर विद्यार्थियों को चयन अवश्य किया जाता है .
  • बता दें कि Written exam में सफल होने के पश्चात् उन्हे Group Discussion एवं Personal Interview के लिये अवश्य बुलाया जाता है .
  • उसके पश्चात् उत्तीर्ण हुए उम्मीदवार Counseling के पहले Round में शामिल अवश्य हो सकते हैं.
  • उसके पश्चात् दूसरा Round उन उम्मीदवारों के लिए आयोजित ज़रूर किया जाता है जिनके नाम Waiting List में अवश्य हों.

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.