HTML Full Form in Hindi |HTML की विशेषताएं |पूरी जानकारी

Full Form in Hindi

आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में HTML Full Form in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं HTML Full Form in Hindi क्या होती है।

HTML का फुल फॉर्म –

बता दूँ कि HTML का फुल फॉर्म Hyper Text Markup Language (हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज) होता है। HTMLवेब पन्नों एवं वेब आधारित एप बनाने में प्रयोग होने वाली एक मार्कअप भाषा होती है।

इतिहास (History) – 

WWW के शुरुआती दिनों से, HTML के कई संस्करण पाए गये हैं:

  • सन 1990 में Tim Berners-Lee ने HTML को पूर्ण रूप से निर्दिष्ट किया एवं सन 1990 के अंत में ब्राउज़र तथा सर्वर सॉफ़्टवेयर भी लिखा।
  • एचटीएमएल का पहला सार्वजनिक रूप से उपलब्ध विवरण “HTML Tags” नामक एक दस्तावेज था, जिसका सबसे पहले सन 1991 के अंत में टिम बर्नर्स-ली के द्वारा ही इंटरनेट पर उल्लेख अवश्य किया गया था।
  • सन 1995 में “HTML 2.0” पूर्ण हुआ, पहला HTML विनिर्देशन जिसे भविष्य के कार्यान्वयन के लिए एक मानक के रूप में जाना जाता है।
  • 14 जनवरी, सन 1997 – HTML 3.2 को W3C अनुशंसा के रूप में प्रकाशित अवश्य किया गया था। यह W3C द्वारा विशेष रूप से विकसित एवं मानकीकृत पहला संस्करण माना जाता था।
  • 18 दिसंबर, सन 1997 – HTML 4.0 को W3C अनुशंसा के रूप में प्रकाशित अवश्य किया गया था।
  • 28 अक्टूबर सन 2014 को, HTML5 को एक स्थिर W3C अनुशंसा के रूप में जारी अवश्य किया गया, जिसका मतलब होता है कि विनिर्देशन प्रक्रिया पूर्ण हो गई है।

HTML का विशेषताएं – 

  • वीडियो: बता दें कि वीडियो तत्व उपयोगकर्ताओं को एक वेबसाइट से वीडियो स्ट्रीम करने की अनुमति अवश्य देता है।
  • चित्र: आकृति तत्व दृश्य सामग्री जैसे फोटो, चित्र, आरेख आदि को प्रदर्शित करने में बहुत ही अधिक सहायता प्रदान करता है।
  • अनुभाग:अनुभाग तत्व, जैसे divs, वेबपृष्ठ सामग्री को विषयगत समूहों में व्यवस्थित करने में बहुत अधिक सहायता किया करते हैं।
  • NAV: इसका इस्तेमाल वेबसाइट के उस हिस्से के लिए किया जाता है जो वेबसाइट के अन्य पृष्ठों से पूरी तरह जुड़ा हुआ हो. 
  • हैडर: बता दें कि यह एक वेबसाइट पर लोगो, नेविगेशन आइटम, खोज फ़ॉर्म आदि जैसे परिचयात्मक तत्वों को एक साथ सामूहित करने की अनुमति अवश्य देता है।
  • फुटर: यह एक वेबपेज के नीचे स्थित रहता है। इसमें आमतौर पर कॉपीराइट जानकारी, सोशल मीडिया के लिंक एवं नेविगेशन आइटम पूरी तरह से शामिल है।

कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी – 

  • दरअसल HTML tags के ज़रिए web pages पर text को display किए जाने के process को text को mark करना कहते हैं। इसी कारण से HTML को text Markup Language भी कहा जाता है।
  • शुरूआत में जब HTML को design किया गया था तो उसका प्रयोग केवल web pages में text को display करने के लिए ही किया जाता था। उस समय HTML बहुत ही limited था जिसमें किसी तरह के कोई भी tags बिल्कुल भी नही थे।
  • पहले के समय में HTML का प्रयोग Computer scientists के द्वारा ही किया जाता था जो अपने documents को HTML की सहायता से World wide web पर publish किया करते थे ताकि दूसरे scientists उसे भलीभांति पढ़ सकें।
  • बता दें कि HTML के निर्माण के समय यह इतना लोकप्रिय बिल्कुल नहीं था परन्तु जैसे जैसे लोगों को इसके बारे में अधिक पता चलता गया तब लोगों को इसके प्रयोग के importance का एहसास हुआ एवं HTML इतनी popular और effective थी कि जल्दी ही बहुत से लोग इसका प्रयोग करने लगे।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.