MIS Full Form in Hindi |लाभ तथा हानि | पूरी जानकारी

Full Form in Hindi

आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में MIS Full Form in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं MIS की Hindi में Full Form  क्या होती है।

MIS का फुल फॉर्म –

दरअसल MIS का फुल फॉर्म Management information system होता है. इसे हिंदी में प्रबंधन सूचना प्रणाली कहते हैं। यह एक कंप्यूटर आधारित प्रणाली मानी जाती है जिसमें हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर दोनों शामिल होते हैं जिनका इस्तेमाल किसी संगठन के संचालन में किया जाता है।

एमआईएस के नुकसान

  • बता दें कि प्रबंधन सूचना प्रणाली तुलना एवं एकदम बढ़िया निर्णय लेने के लिए डेटा संकलित करने का एक शानदार तरीका माना जाता है।
  • एमआईएस रिपोर्ट चलाने में यह बहुत ही सहायक होता है जिसमें सभी प्रकार के अलग-अलग डेटा बिंदु शामिल होते हैं। हालांकि एमआईएस की ऐसी सुविधाओं में बहुत ही ज्यादा पैसा खर्च होता है।
  • प्रबंधन सूचना प्रणाली में ऐसी सुविधाओं को पूर्ण रूप से लागू करना महंगा हो गया है। एमआईएस महंगा है क्योंकि इसमें हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर की लागत तथा अन्य मौजूदा प्रणालियों के साथ एमआईएस का एकीकरण भी शामिल होता है।
  • एमआईएस केवल एक प्रणाली नहीं है जिसे बहुत ही सरलता से सीखा जाता है, इसलिए प्रबंधन सूचना प्रणाली की लागत में उन सभी कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी शामिल है जो निर्णय लेने एवं डेटा रिपोर्ट को समझने के लिए एमआईएस का इस्तेमाल किया करते हैं।

उददेश्य – 

कहा गया है कि प्रबंधन सूचना प्रणाली का इस्तेमाल करने का मुख्य उद्देश्य किसी संगठन में सभी संपत्तियों एवं वर्गों की सभी जानकारी तथा डेटा प्राप्त करना होता है। इन प्रबंधन सूचनाओं का इस्तेमाल एकदम बढ़िया निर्णय लेकर कंपनी के राजस्व को बढ़ाने के लिए ही किया जाता है।

योग्यता –

बता दें कि एमआईएस कर्मचारी की आवश्यक योग्यताएं ये हैं –

  • उम्मीदवारों के पास कंप्यूटर विज्ञान या फिर सूचना प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री होना बहुत ही आवश्यक है।
  • विभिन्न प्रकार के सॉफ़्टवेयर के साथ अभ्यास एवं अनुभव भी बहुत ही ज़रूरी होता है.
  • एमआईएस कार्यकारी के लिए मास्टर डिग्री को प्राथमिकता भी अवश्य दी जाती है।

लाभ –

MIS का सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि इसके जरिए एकदम सही जानकारी सही मनुष्य को सही समय में पहुंचाई जाती है। MIS के इसी तरह के कई लाभ होते है। तो चलिए जानते हैं इसके लाभों के बारे में:-

  • लेन – देन (Transaction):-  MIS सिस्टम के जरिए बहुत ही सरलता से डाटा का आदान – प्रदान किया जाता है इसके साथ ही साथ यह data के रिकॉर्ड को भी Maintain करके रखता है।
  • रिकॉर्ड को पूरी तरह से मेंटेन करना (Record Maintenance): इसकी सहायता से आप किसी भी संगठन या कंपनी के डाटा को बहुत ही सरलता से रिकॉर्ड करके रख सकते हैं। जिनका इस्तेमाल बाद में अवश्य किया जा सकता है।
  • निर्णय लेना बहुत ही सरल (Decision Making): MIS सिस्टम की सहायता से आप सभी अलग-अलग जगहों से DATA को एकत्रित करते हैं एवं डाटा को बहुत ही सरलता से समझ कर उसकी जांच भी अवश्य कर सकते हैं जिससे किसी भी कंपनी के लिए कोई भी निर्णय लेना पूरी तरह सरल हो जाता है।
  • संचार में सरलता (Communication) : MIS उपयोगकर्ता को कई तरह की सुविधाएं प्रदान किया करता है। यह Email एवं SMS की सुविधा भी प्रदान किया करता है जिनके माध्यम से कोई भी कंपनी अपने क्लाइंट के साथ बहुत ही सरलता से बातचीत भी कर पाती है।

FAQ –

Q.1 MIS क्या है?

Ans. MIS या “प्रबंध सूचना प्रणाली’’ (MIS Full Form In Hindi) एक ऐसा सिस्टम होता है जिसका प्रयोग किसी भी संगठन के डाटा को रिकॉर्ड करने, संग्रहित करने एवं संसाधित करने के लिए ही अवश्य किया जाता है।

Q.2 MIS के कितने प्रकार है?

Ans. दरअसल प्रबंध सूचना प्रणाली के प्रकारों में मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली, बिक्री एवं वितरण प्रणाली लेखा, और वित्त प्रणाली प्रक्रिया में नियंत्रण प्रणाली आदि शामिल होते हैं।

Q.3 MIS Software कौन से है?

Ans. बता दें कि MIS सॉफ्टवेयर कई तरह के होते हैं जिनमें Microsoft Dynamics, Clarity Professional MIS एवं Tharstern Limited भी शामिल है।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.