SHO Full Form |3 स्टार अधिकारी | पूरी जानकारी

Full Form in Hindi

आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में SHO Full Form in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं SHO की Hindi में Full Form  क्या होती है।

एसएचओ (SHO) का फुल फॉर्म –

आपको यह बात दूँ कि एसएचओ (SHO) का फुल फॉर्म “Station House Officer”  होता है,  इसे हिंदी भाषा में “स्टेशन हाउस अधिकारी”  कहा जाता है |  दरअसल “स्टेशन हाउस” “पुलिस स्टेशन” का एक पर्यायवाची होता है, एवं SHO भारत में एक पुलिस स्टेशन का प्रभारी अधिकारी कहलाता है |

एसएचओ (SHO) क्या होता है – 

दरअसल एसएचओ (SHO) पुलिस डिपार्टमेंट का एक पोस्ट होता है, इस पर कार्य करने वाले अधिकारी को प्रदेश सरकार के द्वारा मनोनीत अवश्य किया जाता है | यह पुलिस डिपार्टमेंट में वह अफसर होता है, जो Police Station का In-Charge होता है | पुलिस डिपार्टमेंट में Police Station के इंचार्ज को ही SHO  ही कहा जाता है। इनकी डायरेक्ट भर्ती बिल्कुल भी नहीं की जाती है, क्योंकि जो पहले पुलिस डिपार्टमेंट में Sub-Inspector के पद पर काम किया करते हैं उन्हें ही प्रोमोट करने के पश्चात् SHO  का पद प्रदान किया जाता है, एक SHO के शोल्डर में 3 Star एवं Outer Shoulder में लाल एवं ब्लू रंग का Strip Ribbon लगा हुआ होता है | वहीं भारतीय कानून में होने वाले विधि अपराधों की खोजबीन एवं जांच का संचालन SHO के अधिकार में ही किया जाता है | यह एक सम्मान जनक पद अवश्य होता है.

वेतन –

ध्यान रखने वाली बात यह है कि SHO अधिकारी को 27000 रूपए से लेकर 1,04,400 रुपये के मध्य वेतन अवश्य प्रदान किया जाता है|

एसएचओ (SHO) के कार्य –

  • बता दें कि एसएचओ पुलिस अधिकारी मुख्य रूप से अपने क्षेत्र में अपराध की जांच अवश्य किया करता है एवं अपने स्टेशन का प्रतिनिधित्व को पूर्ण करने का कार्य किया करता है |
  • दरअसल किसी भी क्षेत्र के रेलवे स्टेशन की देखरेख अवश्य किया करता है |
  • ध्यान रहे कि स्टेशन से सम्बंधित एक एसएचओ अपने मन मुताबिक, निर्णय लेकर कार्यों को करने की जिम्मेदारी निभाता है|

एसएचओ (SHO) के कर्तव्य – 

  • धान रहें कि कानून एक स्टेशन हाउस अधिकारी को भारत में आपराधिक जांच करने एवं पुलिस स्टेशन की ओर से अदालत में उपस्थित होने की अनुमति प्रदान अवश्य करता है।
  • दरअसल SHO भारतीय पुलिस का हिस्सा बनना भारत के सबसे सम्मानित पदों में से एक माना जाता है।
  • वह पुलिस स्टेशन की गतिविधियों की देखरेख अवश्य किया करता है एवं अपने क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था के संरक्षण के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होता है।
  • एसआई परीक्षा केंद्र या राज्य सरकार के द्वारा खाली सब इंस्पेक्टर पदों को आवंटित करने के लिए प्रशासित अवश्य की जाती है।

FAQ –

SHO का पूरा नाम क्या है ?

बता दें कि SHO का पूरा नाम station house officer होता है इसे हिंदी में स्टेशन हाउस अधिकारी कहा जाता है।

एसएचओ एवं इंस्पेक्टर में क्या अंतर है?

एसएचओ एवं इंस्पेक्टर के मध्य मुख्य अंतर यह होता है कि एसएचओ का रैंक इंस्पेक्टर के रैंक से बहुत ही कम होता है,एवं मेट्रो शहरों में, एसएचओ एक पुलिस इंस्पेक्टर ही होता है जबकि छोटे शहरों में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर भी एसएचओ हो सकता है। 

SHO के कार्य क्या होते हैं ?

बता दें कि स्टेशन हाउस अधिकारी का मुख्य कार्य यह होता है पुलिस थाने से संबंधित सभी कार्यों का करना साथ ही अपने क्षेत्र में क़ानूनी व्यवस्था को बनाये रखने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी SHO अधिकारी के पास ही होती है।

एसएचओ के पद में तैनात अधिकारी का वेतन कितना होता है ?

एसएचओ के पद में तैनात अधिकारी को कम से कम 27000 रूपए से 1,04,400 रुपये तक का वेतन प्रदान अवश्य किया जाता है।

स्टेशन हाउस अधिकारी की वर्दी पट्टी में कितने स्टार होते है ?

ध्यान रहे कि स्टेशन हाउस अधिकारी की वर्दी पट्टी में केवल 3 स्टार होते हैं.

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.