Deriphyllin Tablet uses in hindi |डेरीफाइलिन टैबलेट का इस्तेमाल तथा लाभ

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Deriphyllin Tablet uses in hindiके बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं डेरीफाइलिन टैबलेट दो दवाओं से मिलकर बनी होती है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) एवं अस्थमा से सम्बंधित लक्षणों जैसे सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न, तथा घरघराहट (wheezing) के इलाज एवं रोकथाम के लिए ही किया जाता है।

डेरीफाइलिन टैबलेट क्या है एवं इसके प्रयोग –

बता दें कि डेरीफाइलिन टैबलेट दो दवाओं से मिलकर बनी होती है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) एवं अस्थमा से सम्बंधित लक्षणों जैसे सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न, तथा घरघराहट (wheezing) के इलाज एवं रोकथाम के लिए ही किया जाता है।

याद रहे कि डेरीफाइलिन टैबलेट तुरंत अपना प्रभाव बिल्कुल भी नहीं दिखाती है इसलिए इसे अचानक से होने वाली साँस लेने की दिक्कत के लिए प्रयोग बिल्कुल भी नहीं किया जाना चाहिए।

कैसे काम किया करती है – 

कहा जाता है कि डेरीफिलिन टैबलेट, दवा फेफड़ों में वायुमार्ग की मांसपेशियों को आराम देकर कार्य किया करती है। यह एलर्जी के लिए फेफड़ों की संवेदनशीलता को भी बहुत ही कम किया करता है जो सीने एवं फेफड़ों में जलन एवं कसाव का कारण भी बन जाता है। यह प्रतिस्पर्धात्मक रूप से फॉस्फोडिएस्टरेज़ (PDE) टाइप III और IV को रोककर ब्रोंकोडायलेशन का कारण भी बनता है। पीडीई (PDE) एक एंजाइम होता है जो चिकनी मांसपेशियों की कोशिकाओं में चक्रीय एएमपी (cyclic AMP) के टूटने के कारण ही बनता है। दरअसल यह एडेनोसाइन A2B रिसेप्टर्स एवं अंटागोनीज़िंग एडेनोसाइन के साथ बंधन करके ब्रोन्कोकन्सट्रिक्शन की भी गिनती किया करता है। कुल मिलाकर यह स्थिति के लक्षणों को बहुत ही कम किया करता है।

Deriphyllin Tablet के दुष्प्रभाव –

ध्यान रहे कि Deriphyllin Tablet के कारण कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे:

  • मतली का होना 
  • उल्टी अधिक से अधिक करना
  • पेट में दर्द का रहना 
  • नींद बिल्कुल भी न आना
  • सिर दर्द रहना 
  • दस्त का होना 
  • बेचैनी का रहना आदि.

इंटरैक्शन – 

जब भी आप एक से ज्यादा दवा लेते हैं या इसे किसी अन्य खाद्य या पेय पदार्थों के साथ मिलाने पर इंटरैक्शन होने का खतरा बना रहता है।

शराब के साथ इंटरैक्शन

बता दें कि डेरीफिलिन टैबलेट, शराब के साथ इंटरैक्ट करके नकारात्मक परिणाम उत्पन्न अवश्य कर सकता है क्योंकि यह चक्कर आना, उनींदापन, धुंधली दृष्टि, समन्वय की हानि एवं ऐसी अन्य स्थितियों को भी अधिक बढ़ा सकता है।

दवाओं के साथ इंटरैक्शन

अगर आप पहले से ही कार्बामेज़पाइन, फ्लुवोक्सामाइन, फ़िनाइटोइन एवं प्रोप्रानोलोल के साथ दवा ले रहे हैं, तो आपको डॉक्टर से सलाह अवश्य करना चाहिए। डॉक्टर आपको सही खुराक लेने में काफी सहायता करेंगे या फिर आपको इन दवाओं में से एक को रोकने के लिए कहेंगे या आपको डेरिफीलिन का उचित विकल्प अवश्य देंगे।

रोग के साथ इंटरैक्शन

कहा जाता है कि इस दवा के परस्पर क्रिया से हृदय विकार, किडनी से संबंधित समस्याएँ, लिवर रोग, दौरे विकार, उच्च रक्तचाप एवं इस तरह के मामलों में गंभीर परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। आपको डॉक्टर को अपने चिकित्सकीय इतिहास के बारे में अवश्य बताना होगा ताकि वे आपको कुछ वैकल्पिक दवा लिख सकें एवं साथ ही साथ खुराक भी बदल सकें।

भोजन के साथ इंटरैक्शन

बता दें कि इस दवा का इस्तेमाल करते वक्त आपको उच्च कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों से तुरंत बचना चाहिए क्योंकि इनसे कुछ सामान्य दुष्प्रभाव भी पैदा हो सकते हैं।

सावधानियां –

अतिसंवेदनशीलता: अगर आप इस दवा के किसी भी अवयव के प्रति अतिसंवेदनशील (एलर्जिक) होते हैं तो आपको इस दवा का इअतेमल करने से तुरंत बचना चाहिए।

गर्भावस्था: गर्भवती स्त्रियों में इस दवा का प्रयोग पूरी तरह से सावधानी के साथ ही किया जाना चाहिए।

लीवर या किडनी की बीमारी: ध्यान रहे कि किसी भी लीवर या किडनी की बीमारी से पीड़ित रोगियों को सावधानी के साथ ही डेरीफाइलिन टैबलेट का प्रयोग करना चाहिए।

शराब: बता दें कि इस दवा का इस्तेमाल शराब के साथ बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

दिशा-निर्देश – 

दवा की डोज़ भूल जाने पर क्या करें –

आपको छूटी हुई खुराक को याद आते ही तुरंत इसे ले लेना चाहिए, किन्तु इससे तुरंत बचना भी चाहिए, यदि यह अगली खुराक का निर्धारित समय होता है। यह अनिवार्य है कि आप ऐसे मामलों में छूटी हुई खुराक को बिल्कुल छोड़ दें एवं अगली बार खुराक को दोगुना बिल्कुल भी न करें।

ज्यादा मात्रा में डोज़ लेने पर क्या करें – 

आप एक ओवरडोज (ज्यादा मात्रा में सेवन) अवश्य ले सकते हैं अगर आप एक बार में दो खुराक लेते हैं या इसकी आवृत्ति बढ़ाते हैं। ओवरडोज के मामलों में, आपको तुरंत डॉक्टर से अवश्य मिलना चाहिए क्योंकि इसके दुष्प्रभाव गंभीर स्वास्थ्य परेशानियां उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए, यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि आप निर्धारित किये अनुसार खुराक को पूरी कठोरता के साथ पालन किया करें।

FAQ – 

Ques: डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) क्या है?

Ans: बता दें कि डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) एक दवा होती है जिसमें एटोफाइलिन एवं थियोफाइलिन शामिल हैं। यह दवा मांसपेशियों को शांत करने एवं वायु मार्ग को खोलने एवं फॉस्फोडाइस्टरेज़ एंजाइम को रोकने के द्वारा कार्य किया करती है। दरअसल यह साँस लेने में कठिनाई, अस्थमा, घरघराहट, सीने में जकड़न एवं अन्य स्थितियों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

Ques: डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) कब लिया जाना चाहिए?

Ans: आपको बता दें कि डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) को खाली पेट लेने की सलाह अवश्य दी जाती है। भोजन लेने के कम से कम एक घंटे पहले या भोजन लेने के 2 घंटे पश्चात् इसका सेवन अवश्य किया करें।

Ques: क्या साँस लेने में कठिनाई और दमा के लिए डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) का प्रयोग किया जा सकता है?

Ans: जी हां, डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) सांस लेने में दिक्कत एवं अस्थमा का इलाज भी कर सकती है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना एवं पिछली दवाओं के बारे में सूचित करना बहुत ही अनिवार्य होता है।

Ques: मुझे डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) कब तक लेना चाहिए?

Ans: यह देखा गया है कि पूर्ण प्रभाव दिखाने के लिए डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) को कम से कम 4-5 सप्ताह का समय अवश्य लग सकता है। यह मरीज की स्वास्थ्य स्थितियों पर भी निर्भर किया करता है। इसलिए, प्रयोग की सही अवधि के लिए चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह आपको अवश्य दी जाती है।

Ques: मैं कितनी बार डेरिफीलिन टैबलेट (Deriphyllin Tablet) ले सकता हूं?

Ans: बता दें कि दिन में एक या दो बार इस्तेमाल करने की सलाह आपको अवश्य दी जाती है। यह एक निर्धारित दवा होती है, इसलिए डॉक्टर से उचित खुराक के लिए पूछने का सुझाव अवश्य दिया जाता है।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.