Ranitidine Tablet uses in hindi|रेनिटिडाइन टैबलेट का इस्तेमाल तथा लाभ

Health Tip Hindi

आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Ranitidine Tablet uses in hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं इसका इस्तेमाल पेप्टिक अल्सर एवं आंत के अल्सर के उपचार तथा रोकथाम के लिए ही किया जाता है। यह भोजन नली में एसिड या अपच के कारण होने वाली परेशानियों को भी पूरी तरह से ठीक करता है एवं रोकता भी है।

रेनिटिडाइन टैबलेट क्या हैं – 

ऐसा कहा जाता है कि रैनिटिडिन (Ranitidine) H2 रिसेप्टर एंटागोनिस्ट नामक दवाओं के समूह से सम्बन्ध रखता है। दरअसल यह आपके पेट में बनने वाले एसिड (Acid) की मात्रा को बहुत ही कम किया करता है। इसका इस्तेमाल पेप्टिक अल्सर एवं आंत के अल्सर के उपचार तथा रोकथाम के लिए ही किया जाता है। यह भोजन नली में एसिड या अपच के कारण होने वाली परेशानियों को भी पूरी तरह से ठीक करता है एवं रोकता भी है।

सावधानियाँ – 

  • बता दें कि स्तनपान के दौरान इस ड्रग का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य ले लें।
  • यदि आपको इसमें मौजूद सामग्री से एलर्जी है तो इसका प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
  • अगर आप पहले से कोई विटामिन या हर्बल ड्रग ले रहें हैं तो रैनीटिडीन टैबलेट प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूर ले लें।
  • यदि आप लीवर या किडनी से सम्बंधित किसी समस्या से पूरी तरह ग्रसित हैं तो इस ड्रग का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से अवश्य परामर्श ले लें।
  • यदि आप एल्कोहल का इस्तेमाल किया करते हैं तो रैनीटिडीन टैबलेट का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।

कैसे काम करती है – 

दरअसल यह दवाई एक ऐसी दवाई होती है जो हिस्टामिन रिसेप्टर्स विरोधी नामक ड्रग की श्रेणी में सम्मिलित है। ऐसी दवाइयों का पूरा समूह मिलकर सामान्य तरीके से ही कार्य किया करता है इन दवाइयों का इस्तेमाल अक्सर रोगी के शरीर में एसिड को नष्ट करने एवं उसके इलाज के लिए ही किया जाता है।

कैसे स्टोर किया जाए – 

बता दें कि रेनिटिडाइन के रख-रखाव के लिए कमरे का तापमान सबसे बढ़िया होता है। इसे धूप के सीधे प्रभाव या नमी में आने से तुरंत बचाना होता है। रेनिटिडाइन को कभी भी बाथरूम या ठंडी जगह में बिल्कुल भी न रखें। दरअसल मार्केट में रेनिटिडाइन के अलग-अलग ब्रांड होते हैं, जिन्हें स्टोर करने के लिए दिशा निर्देश भी पूरी तरह से अलग-अलग हो सकते हैं। जब भी रेनिटिडाइन खरीदें सबसे पहले उसके पैकेज पर लिखे आवश्यक निर्देशों को अच्छे से पढ़े या फिर अपने डॉक्टर से इसके बारे में अवश्य जानकारी लें। सुरक्षा के लिहाज से आपको इसे बच्चों एवं जानवरों की पहुंच से अवश्य दूर रखना चाहिए।

बता दें कि बिना निर्देश के रेनिटिडाइन को टॉयलेट या किसी नाले में बिल्कुल भी न फेकें। यदि यह एक्सपायर हो चुका है या इसका प्रयोग नहीं करना है, तो इसका उपयोग बिल्कुल भी न करें। दरअसल इसकी ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने किसी नजदीकी डॉक्टर से संपर्क अवश्य कर सकते हैं।

साइड इफेक्ट्स – 

  • बता दें कि सीने में दर्द, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, हरे या पीले बलगम के साथ खांसी का होना 
  • खून बहना, या असामान्य कमजोरी का होना 
  • तेज या धीमी हृदय गति का होना 
  • नजर का धुंधलापन हो जाना
  • बुखार, गले में खराश या छाला, त्वचा पर लाल चकत्ते के साथ सिरदर्द का होना 
  • चक्कर आना, पेट में दर्द रहना, कम बुखार, भूख में कमी का होना , गहरे रंग का मूत्र, मिट्टी के रंग का मल, पीलिया आदि का होना।

रैनिटिडिन टैबलेट के लाभ – 

  • बता दें कि गैस्ट्रिक एसिड स्राव को कम करके अल्सर एवं गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) के लक्षणों को पूरी तरह से नियंत्रित भी किया करता है।
  • दरअसल यह मुख्य रूप से एसिड रिफ्लक्स के कारण होने वाली नाराज़गी या खट्टे पेट को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल भी किया जाता है।
  • गैस्ट्रिक खाली करने में तेजी आती है, जो गंभीर कब्ज से पीड़ित रोगियों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित हो सकता है।
  • बता दें कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल गतिशीलता में काफी वृद्धि होती है. (मल त्याग की आवृत्ति और भारीपन)
  • ऐसा कहा जाता है कि हिस्टामाइन का अवरोधक, एक प्राकृतिक पदार्थ जो गैस्ट्रिक एसिड स्राव का कारण भी बन जाता है।
  • पेट के एसिड को बेअसर करने के लिए छोटी आंत में बाइकार्बोनेट की रिहाई को उत्तेजित भी अवश्य करता रहता है।

इस्तेमाल – 

बता दें कि इस दवा को मुंह से भोजन के साथ या भोजन के बिना लें सकते हैं ! आमतौर पर दिन में एक या दो बार या अपने चिकित्सक द्वारा निर्देशित खुराक ही लेना चाहिए ! इसे कुछ स्थितियों के लिए दिन में 4 बार निर्धारित किया जा सकता है ! अगर आप यह दवा दिन में एक बार ले रहे हैं, तो इसे आमतौर पर शाम के भोजन के पश्चात् या सोने से पहले ही लिया जाता है ! उपचार की खुराक एवं अवधि आपकी चिकित्सा स्थिति तथा चिकित्सा की प्रतिक्रिया पर पूरी तरह से आधारित होती है ! बच्चों में, खुराक शरीर के वजन पर भी आधारित हो सकती है ! अपने डॉक्टर के निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन अवश्य किया करें !

आप अपने चिकित्सक द्वारा सुझाई गई अपनी स्थिति के लिए अन्य दवाएं (जैसे, एंटासिड) भी ज़रूर ले सकते हैं ! इसका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए इस दवा को नियमित रूप से ही लेना चाहिए ! आपको याद रखने में सहायता के लिए, इसे हर दिन एक ही समय पर ही लें ! अपनी खुराक में वृद्धि बिल्कुल भी न करें या इसे निर्धारित से ज्यादा बार न लें ! अपने चिकित्सक की स्वीकृति के बिना इसे लेना बंद न करें क्योंकि इससे अल्सर के उपचार में देरी अवश्य हो सकती है !

FAQ – 

Q) रैनिटिडिन टैबलेट के साइड इफेक्ट क्या हैं?

Ans– ध्यान रहे कि रैनिटिडिन की गोलियां नाराज़गी, पेट में दर्द, मतली और उल्टी का कारण भी बन सकती हैं।

Q) रैनिटिडिन का इस्तेमाल रात में क्यों किया जाता है?

Ans– दरअसल रैनिटिडिन को रात में इसलिए लिया जाता है क्योंकि यह T4 को सक्रिय T3 में बदलने से एकदम रोक सकता है।

Q) क्या रैनिटिडिन का प्रयोग पूरी तरह से सुरक्षित है?

Ans– रैनिटिडिन साइड इफेक्ट की उच्च घटनाओं के बावजूद पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है क्योंकि इसका अच्छी तरह से परीक्षण एवं अध्ययन भी किया गया है।

Q) Ranitidine tablet का प्रभाव किडनी पर क्या होता है?

Ans– दरअसल Ranitidine का बुरा प्रभाव किडनी पर बहुत ही कम होता है, क्योंकि ये नुकसानदायक बिल्कुल भी नहीं है।

Q) Ranitidine tablet का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?

Ans–Ranitidine का इस्तेमाल करने पर बहुत ही कम प्रभाव पड़ता है।

Q) क्या ह्रदय पर Ranitidine tablet का प्रभाव पड़ता है?

Ans– बता दें कि Ranitidine हृदय के लिए पूरी तरह से ठीक होता है।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि ह्मारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.