अधिगम क्या है|प्रकार|परिभाषा |विशेषताएँ |कारक |अवरोधक

Meaning in Hindi

What Is Adhigam And Its definition In Hindi. अधिगम के प्रकार, परिभाषा, विशेषताएँ, प्रभावित करने वाले कारक और अवरोधक।

Adhigam Kya Hai – अधिगम क्या है

नए ज्ञान को अर्जित करना एवं विभिन्न प्रकार के एकत्रित ज्ञान, व्यवहार, कौशलों, मूल्यों और जानकारियों को संश्लेषित करना अधिगम या सीखना कहलाता है। ये नवीन अनुभव, मनुष्य के व्यवहार में वृद्धि एवं संशोधन करता हैं। ये एक व्यापक सतत् एवं जीवन पर्यन्त चलनेवाली महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। मनुष्य जन्म के उपरांत ही सीखना प्रारंभ कर देता है एवं जीवन भर कुछ न कुछ सीखता ही रहता है। 

अधिगम के प्रकार

  • अभिग्रहण सीखना
  • अन्वेषण सीखना
  • रटकर सीखना
  • सांकेतिक सीखना (Signal learning)
  • उद्दीपन-अनुक्रिया सीखना (Stimulus-Response learning)
  • सरल श्रृंखला का सीखना (Learning of simple chaining)
  • शाब्दिक साहचर्य सीखना (Verbal association learning)

Meaning Of Adhigam In Hindi

अधिगम मानसिक क्षमताओ के विकास की प्रक्रिया है। अधिगम सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनो ही होता है। अधिगम विकास की प्रक्रिया बताई जाती है। अधिगम जन्म से लेकर मृत्यु तक चलने वाली प्रक्रिया है इसीलिए व्यक्ति प्रत्येक परिस्तिथियों से सीखता है और अपने व्यवहार में परिवर्तन करता है।

Adhigam Kya Hai Definition in Hindi

विभिन्न विद्वानों के द्वारा दी गई अधिगम की परिभाषाएं –

  • गेट्स व अन्य – ‘अनुभव के द्वारा व्यवहार में होने वाले परिवर्तन को सीखना या अधिगम कहते है।
  • क्रो एण्ड क्रो के अनुसार – सीखने के अंतर्गत आदतें, ज्ञान तथा व्यवहार को ग्रहण करना शामिल है। 
  • पाल के अनुसार –  अधिगम, व्यक्ति में एक परिवर्तन है जो उसके वातावरण के परिवर्तनों के अनुसार होता है।
  • वुडवर्थ – नवीन ज्ञान और नवीन प्रक्रियाओं को प्राप्त करने की प्रक्रिया ही सीखने की प्रक्रिया है।
  • क्रोनबेक – “अधिगम की अभिव्यक्ति अनुभव के परिणाम स्वरूप व्यवहार में परिवर्तन के रूप में होती है”

अधिगम की विशेषताएँ –

  • जीवन पर्याप्त चलने वाली प्रक्रिया है।
  • सीखना अनकूलन की प्रक्रिया है।
  • सीखना सार्वभौमिक है।
  • सीखना कुशलतादायक है।
  • सीखना व्यवहार में परिवर्तन है।
  • सीखना एक उद्धेश्य पूर्ण होता है।
  • सीखना एक मानसिक क्रिया है।
  • सीखने की प्रक्रिया सक्रियता पर निर्भर करती है।

अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक-

  • बालक की योग्यता 
  • निश्चित उद्धेश्य
  • परिपक्वता
  • परिवार
  • समाज
  • वातावरण
  • शिक्षक का व्यवहार
  • सीखने की इच्छा

प्रभावशाली अधिगम के अवरोधक –

  • प्रेरणा का अभाव होना।
  • सीखने की परिस्थिति बनना।
  • उद्देश्यहीनता।
  • शिक्षक की दूरदर्शिता न होना।
  • परिणाम में परिचयन का होना।
  • भाषा को अधिगम से जोड़ देना।
  • जीवन से कतई न जुड़ना।

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