आदर्श विद्यार्थी पर निबंध हिंदी में Adarsh Vidyarthi Nibandh In Hindi

Adarsh Vidyarthi Nibandh|आदर्श विद्यार्थी पर निबंध हिंदी में

NIBANDH IN HINDI

Adarsh Vidyarthi दोस्तों इस पोस्ट में हम आदर्श विद्यार्थी पर हिंदी में निबंध प्रस्तुत करने जा रहे हैं. उम्मीद है कि आदर्श विद्यार्थी Essay in Hindi आपका ज्ञान वर्धन अवश्य करेगा. हिंदी निबंध का हिंदी भाषा के अध्ययन में अपना ही एक महत्वपूर्ण स्थान है. तो आइये अब पढ़ते हैं आदर्श विद्यार्थी पर हिंदी में निबंध.

परिचय

दरअसल आपको यह बता दें कि एक Adarsh Vidyarthi आदर्श विद्यार्थी वह होता है जो पूरी लगन से अध्ययन करता है, स्कूल, घर एवं समाज में ईमानदारी से व्यवहार करता है, सभी लोगों के साथ अच्छे से रहता है तथा उनकी सहायता भी करता है एवं साथ ही सह-पाठ्यचर्या वाली गतिविधियों में पूर्ण रूप से भाग लेता है. हर माता पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा एक आदर्श विद्यार्थी बने जो दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बन सके. आदर्श छात्रों का हर स्थान (जैसे- स्कूलों, महाविद्यालय, कोचिंग सेंटरों, खेल संस्थाओं और शिक्षा से सम्बंधित सेमिनारों में) स्वागत अवश्य किया जाता है.

एक आदर्श छात्र अपनी लगन एवं परिश्रम के साथ उन्हें सौंपे गए सभी कामों को पूर्ण करते हैं और जब तक दिया हुआ कार्य पूर्ण न हो तो वे चैन से कभी नहीं बैठते. वे शीर्ष पर रहना पसंद करते हैं और उस जगह को हासिल करने के लिए बहुत ही कड़ा परिश्रम करते हैं. एक आदर्श छात्र वह है जिसे परिवार, समाज एवं देश के हर मनुष्य सम्मान भाव से देखता है. कक्षा में, खेल के मैदान में या सामाजिक सेवाओं में अपने सभी कार्यों को पूर्ण करने के लिए उनकी सराहना अवश्य की जाती है. आदर्श विद्यार्थी बनना सभी विद्यार्थी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं.

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आदर्श विद्यार्थी के विशेष लक्षण

एक आदर्श विधार्थी को चाहिए कि उसमे कौए के समान कुशाग्र दृष्टि एवं त्वरित निरीक्षण क्षमता अवश्य होनी चाहिए. आदर्श विद्यार्थी को चाहिए कि वह बगुले की भाती ध्यान लगा कर रख सके. इसके अलावा कुत्ते की तरह अपनी नींद का तत्काल रूप से त्याग करने के साथ ही उसे कम भोजन करने वाला अवश्य होना चाहिए. शिक्षा लेने के लिए विद्यार्थी को किसी भी समय घर छोड़ना अवश्य पड़ सकता है, इसलिए विद्यार्थी का गृहत्यागी होना भी बहुत ही अनिवार्य होता है.

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आदर्श विद्यार्थी का अर्थ क्या है

जो विद्यार्थी पूरी लगन से अध्ययन (पढाई) करता है, स्कूल, घर एवं समाज में ईमानदारी से व्यवहार भी करता है, सभी लोगों के साथ एकदम बढ़िया तरीके से रहता है तथा उनकी सहायता भी करता है और साथ ही सह-पाठ्यचर्या वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में भाग लेता है वही आदर्श विद्यार्थी कहलाता हैं. आदर्श विद्यार्थी, विद्यार्थी का वो रूप है जिसे घर, परिवार, समाज एवं देश का हर व्यक्ति सम्मान देता है और उसे सरहाना भी करता है. जीवन में एक सफल मनुष्य बनने के लिए विद्यार्थी का आदर्श विद्यार्थी बनना परमावश्यक है. आदर्श विद्यार्थी एक सफलता की कुंजी है.

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आदर्श विद्यार्थी के जीवन का महत्व

बता दें कि आदर्श विद्यार्थी को जीवन के सभी पड़ाव के बारे में जानकारी विद्यालय के दिनो मे ही अवश्य मिलती है. जो विद्यार्थी समय रहते शिक्षा के मूल को पूर्ण रूप से समझ जाते हैं, वो जल्दी ही कामयाब हो जाते हैं. उसे उसकी जिम्मेदारियों से परिचित भी कराया जाता है.

समाज एवं देश के प्रति विद्यार्थी के कर्तव्यों के बारे जानकारी दी जाती है. विद्यार्थी को अच्छा स्वास्थ्य बनाने के लिए जागरूक भी अवश्य किया जाता है. व्यायाम करने से विधार्थी को होने वाले स्वास्थ्य लाभ के साथ साथ खेलो के महत्त्व के विषय में भी ज़रूर बताया जाता है.

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नैतिकता, सत्य व उच्च आदर्श

एक आदर्श विद्‌यार्थी नैतिकता, सत्य व उच्च आदर्शों पर पूर्ण आस्था भी रखता है . वह प्रतिस्पर्धा को उचित मानता है लेकिन परस्पर ईर्ष्या एवं द्‌वेष भाव से हमेशा दूर रहता है . अपने से कमजोर छात्रों की मदद में वह हमेशा आगे रहता है तथा उन्हें भी मेहनत व लगन से अध्ययन करने हेतु प्रेरित भी करता है .

अपने सहपाठियों के प्रति वह हमेशा दोस्ताना संबंध रखता है . इसके अतिरिक्त उसे स्वयं पर पूरा भरोसा होता है . वह अपनी योग्यताओं एवं क्षमताओं को समझता है तथा अपनी कमियों के प्रति हीन भावना रखने के बजाय उन्हें दूर करने का बहुत प्रयत्न भी करता है .

व्यक्तित्व का विकास

विद्यार्थी जीवन मे अच्छी आदतें विद्यालय जाने के दिनों में ही विकसित अवश्य की जा सकती है. आदर्श विद्यार्थी ही सही समय पर अपने अंदर अच्छी आदतें बना पाते हैं . सुबह के समय विद्यार्थी का घूमना एवं व्यायाम करना बहुत ही लाभकारी साबित होता है.

सुबह को जल्दी उठना एवं नहा – धोकर साफ सुथरे वस्त्र पहनने से उसके व्यक्तित्व का विकास भी होता है. माता पिता के चरणो को छूकर विद्यालय जाकर शिक्षकगण का मार्गदर्शन लेना उसको सफलता की ओर अवश्य ले जाता है.

खेल में निपुण

ध्यान रहे कि अच्छे नेतृत्व के कारण आदर्श विद्यार्थी खेल कूद में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करता है. आदर्श विधार्थी उनके अच्छी आदतों के चलते शारीरिक रूप से स्वस्थ भी होते हैं, जिससे उन्हें किसी भी कार्य को करने में कोई भी मुश्किलें बिल्कुल नहीं होती.

उपसंहार

आपको यह भी बता दें कि कोई भी विद्यार्थी परिपूर्ण या आदर्श रूप में जन्म नहीं लिया है. आदर्श विद्यार्थी जीवन पाने के लिए मेहनत एवं लगन करनी पड़ती है तब जाकर वह सफल रूप से पूर्ण होता है. एक आदर्श विद्यार्थी का जीवन सुनने में मुश्किल अवश्य लग सकता है लेकिन वास्तव में आम लोगों की तुलना में बहुत अधिक सुलझा हुआ होता है. आदर्श विद्यार्थियों को महत्वकांशी भी माना जाता है. वे अपने जीवन में उच्च लक्ष्य बनाए रखते हैं एवं उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बहुत ही कड़ा परिश्रम भी करते हैं. एक आदर्श विद्यार्थी बनने के लिए दृढ़ संकल्प अवश्य लेना पड़ता है.

आज का आदर्श विद्यार्थी आने वाले समय में एक जिम्मेदार नागरिक होता है. इसलिए यह बहुत ही अनिवार्य है कि उसके अंदर अच्छे गुणों का समावेश हो, उसके अंदर देशभक्ति कूट कूट कर भरी हो.