Mahangai par Nibandh | Mahangai Short Essay

NIBANDH IN HINDI

Mahangai par Nibandh दोस्तों इस पोस्ट में हम महंगाई  पर हिंदी में निबंध प्रस्तुत करने जा रहे हैं. उम्मीद है कि महंगाई Essay in Hindi आपका ज्ञान वर्धन अवश्य करेगा. हिंदी निबंध का हिंदी भाषा के अध्ययन में अपना ही एक महत्वपूर्ण स्थान है. तो आइये अब पढ़ते हैं  महंगाई  पर हिंदी में निबंध. 

प्रस्तावना

आपको बता दें कि भारत एक कृषि प्रधान देश है,परन्तु फिर भी हमारे देश की समूची अर्थव्यवस्था के कारण से भी कृषि अच्छी वर्षा पर निर्भर करती है। बिजली उत्पादन भी महंगाई को प्रभावित करता है।

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मुद्रा स्फीति एवं महंगाई

बता दें कि बढती हुई महंगाई का मुद्रा-स्फीति के साथ बहुत ही गहरा संबंध है क्योंकि हमारी सरकार हर साल घाटे के बजट को अधिक बढ़ा देती है, जिससे कीमतें भी कुछ अधिक बढ़ जाती हैं। इसका परिणाम ये निकलता है कि रुपए की कीमत एकदम से घट जाती है।

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अक्सर यह देखा गया है कि सभी लोग महंगाई के भत्ते की मांग करते हैं। सरकार ने कृषि की तो घोर उपेक्षा की। लेकिन काले धन को रोकने के लिए हमारी सरकार ने कुछ भी नहीं किया। यहाँ तक कि भ्रष्टाचार को रोकने के इंतजाम भी नहीं किये। जिस कारण से मुद्रा-स्फीति को बिल्कुल भी नहीं रोका गया है। इसी कारण से महंगाई भारत देश में साल-दर-साल ऊपर बढ़ती चली जा रही है।

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महंगाई के कारण

दरसल महंगाई के बढने के बहुत से कारण होते हैं। परन्तु महंगाई की समस्या हमारे ही नहीं अपितु पूरे विश्व की एक बहुत ही गंभीर समस्या है जो निरंतर बढती ही जा रही है।

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जनसंख्या वृद्धि –हमारे देश में जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है, उस तरह से फसलों की पैदावार भी यहाँ बिल्कुल नहीं हो रही है। पिछली 2-3 सालों से फसलों की पैदावार में अधिक वृद्धि हो रही है। देश में अतिवृष्टि एवं अनावृष्टि दोनों के कारण से ही अन्न की कमी हो रही है इसीलिए जनसंख्या वृद्धि के कारण महंगाई की लोगों को बहुत मार झेलनी पड़ रही है।

जमाखोरी की समस्या जमाखोरी से भी महंगाई की समस्या बहुत अधिक बढती जा रही है। कालाबाजारी के कारण से लोगों को खाने के लिए अन्न भी बिल्कुल नहीं मिल पाता है।

व्यापारियो की दोषपूर्ण वितरण की प्रणाली कई बार हम लोगों के द्वारा यह देखा गया है कि हमारे देश में सभी वस्तुओं का अच्छा उत्पादन होने के पश्चात भी वह चीज हमें समय पर बिल्कुल भी नहीं मिल पाती हैं और यदि मिलती भी है, तो वह बहुत ही महंगी मिलती हैं। इसमें हमारी वितरण प्रणाली का दोष होता है। भ्रष्ट व्यापारी भ्रष्ट नेताओं के कारण से बहुत महंगाई आम लोगों को झेलनी पड़ती है।

कौन कौन इसका जिम्मेदार है : बढ़ती हुई महंगाई के लिए सबसे अधिक अमीर लोग ही जिम्मेदार होते हैं। क्योंकि वह बाजार से बहुत कम कीमतों पर वस्तुओं को खरीद लेते हैं और फिर बाद में उनको समय आने पर अधिक मूल्य में बाजार में भेज देते हैं। इससे वो लोग अपने फायदे के लिए आम जनता को बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसके अलावा सरकारी अफसर, नेता, बड़े-बड़े उद्योगपति यह सभी महंगाई को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार भी पूर्णरूप से होते हैं।

महंगाई को रोकने के उपाय

यदि प्रयत्न किया जाये तो भारत में महंगाई को एकदम से रोका भी जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले सरकार को मुद्रा-स्फीति पर रोक अवश्य लगानी होगी तथा बजट घाटों को पूरी तरह से बनाना बंद करना होगा।

महंगाई को रोकने के उपाय इस प्रकार से हैं –सरकार को बड़े-बड़े नगरों के विकास के साथ साथ गांवों के विकास पर अधिक ध्यान अवश्य देना चाहिए। क्योंकि अब लोग गांव में सुविधाएं ना होने के कारण अधिकतर लोग शहरों की तरफ भाग रहे है क्योंकि ना गांव में पानी की व्यवस्था है ना ही बिजली की व्यवस्था और जीवन के मूलभूत संसाधनों की ज़रूरतों की भी बहुत कमी है इसी कारण से सरकार को गांव की तरफ विशेष ध्यान देना चाहिए पूरे देश के लिए एक तरह की सिंचाई व्यवस्था का आयोजन भी भलीभांति होना चाहिए।

महंगाई को रोकने के लिए समय-समय पर हड़तालें एवं आंदोलन भी चलाये गये हैं। सरकार को कालाबाजारी, जमाखोरों को रोकने के लिए बहुत ही सख्त कानून बनाने चाहिए क्योंकि यह लोग आम जनता का बहुत अधिक शोषण करते हैं। बाजार से कम कीमत पर वस्तुओं का क्रय विक्रय कर देते हैं, इससे लोगों को बहुत अधिक महंगाई झेलनी पड़ती है।

महंगाई को खत्म करने के लिए जनता को भी सरकार का साथ अवश्य देना चाहिए। जनता का यह कर्तव्य बनता है कि महंगी वस्तुओं से दूर रहे उसे महंगाई से होने वाली कठिनाइयों के बारे में अवश्य सोचना चाहिए।

वितरण की व्यवस्था का समुचित होना

हमारी आवश्यकता की सभी वस्तुओं के इस्तेमाल के लिए समुचित वितरण के लिए बहुत कानून बनाएं गए है। हर स्थान खदानों की पूर्ति के लिए खाद्यान्न आपूर्ति विभाग स्थापित किए गए हैं। जगह जगह पर राशन की दुकान भी अवश्य खोली गई है ताकि लोगों को राशन के लिए दूर-दूर तक ना भटकना पड़े। यदि हमारे देश में खाद्यान्न वितरण की प्रणाली सही होगी तो महंगाई को बहुत ही सरलता से रोका जा सकता है। इसके लिए सरकार का पूरा सहयोग एवं जनता का सहयोग होना बहुत ही अनिवार्य है परन्तु ऐसा होता बिल्कुल नहीं है।

निष्कर्ष

आपको बता दें कि महंगाई को कम करने के लिए हमारे देश मे उपयोगी राष्ट्र नीति की बहुत ही आवश्यकता है। जैसे-जैसे हमारे देश मे जनसंख्या बढ़ रही है। उस तरीके से महंगाई को रोकना बहुत ही अनिवार्य है, नहीं तो हमारी आजादी को दुबारा से खतरा पैदा हो सकता है।