गर्भ में लड़का या लड़की होने के शुरुवाती लक्षण परिवर्तन स्वभाव

गर्भ में लड़का या लड़की होने के लक्षण | परिवर्तन | स्वभाव

WELLNESS FOREVER

Beta Ya Beti Hone Ke Lakshan

हिन्दू धर्म में गर्भ में लड़का या लड़की प्रथम संस्कार गर्भाधान संस्कार है इस संस्कार का उद्देश्य दम्पति का माता-पिता बनना है हर स्त्री चाहती है कि वह माता बने और हर पुरुष चाहता है कि वह पिता बने. साथ ही परिवार के सदस्य चाहते हैं उनके घर में कोई बच्चा हो जो घर  के सदस्यों का तनाव कम कर सके यह मनुष्य की स्वाभाविक मांग है इसी मांग की पूर्ति के लिए पूर्वजों ने विवाह की रीत बनाई .

संतान ईश्वर का उपहार है  व लिंग का निर्धारण करना ईश्वर के हाथ में हैं लेकिन दम्पति का परिवार जन्म लेने वाली संतान के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है. परिवार की हर संभव कोशिश रहती है कि वह जन्म से पहले यह जान लें कि जन्म लेने वाली संतान बेटा है या बेटी है.

विज्ञान के इस युग में गर्भ में पल रही संतान के बारे में जानना बहुत आसान है लेकिन दुनिया के देशों ने इस पर प्रतिबन्ध लगा दिया है क्योंकि इससे दम्पति के बीच लिंग सम्बन्धी मानसिकता को लेकर विवाद हो जाता है जिसका असर जन्म लेने वाले बच्चे के स्वभाव पर पड़ता है और इस तरह विज्ञान का दुष्प्रभाव बच्चे के स्वास्थ्य पर होता है .

गर्भ में पल रही संतान के बारे में जानने के लिए विज्ञान के अतिरिक्त और भी कई प्रचलित माध्यम हैं  जिसके माध्यम से दम्पति और परिवार यह जान सकते हैं कि जन्म लेने वाला बेटा है या बेटी .

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तो आइये जानते हैं कि बेटा या बेटी होने के लक्षण क्या क्या हैं.

  1. गर्भवती स्त्री के पेट को देख कर आसानी से पता लगाया जा सकता है यदि गर्भवती स्त्री के पेट का निचला भाग फूला है तो जन्म लेने वाली संतान लड़का है .
  2. अगर गर्भवती स्त्री की हथेली मुलायम और हाथ सुन्दर दिखने लगें  तो जन्म लेने वाली संतान लड़की है लड़की सुन्दरता को बढाती है .
  3. अगर है गर्भवती स्त्री के पैर ठन्डे रहने लगें और बाल झड़ने शुरू हो जायें  तो समझ लेना चाहिए कि होने वाली संतान लड़का.
  4.  अगर गर्भवती स्त्री गर्भावस्था के दौरान बांयी करवट से लेटती है व सिर में दर्द महसूस करती है तो जन्म लेने वाली संतान लड़का है.
  5.  गर्भ में पल रही संतान के बारे में जानने का एक तरीका ये भी  है बेकिंग पाउडर के माध्यम से जांचना इसमें गर्भवती स्त्री की सुबह की पेशाब को किसी कांच के बर्तन में लें फिर एक चम्मच बेकिंग पाउडर डाल दें पेशाब में झाग निकले तो समझ लें जन्म लेने वाली संतान लड़की है .
  6. गर्भवती स्त्री के खूब पानी पीने के बाद भी पेशाब का रंग पीला रहता है तो गर्भ ने पल रही संतान लड़का है पेशाब का रंग अगर गुलाबी है तो जन्म लेने वाली संतान लड़की है .
  7. गर्भवती स्त्री के पेट के उपरी भाग में दर्द होता है तो गर्भ में पल रही संतान लड़की है .
  8. गर्भवती स्त्री के मुंह पर मुहांसे निकल आये  और उसका स्वभाव चिडचिडा हो जाए तो गर्भ में पल रही संतान लड़का है .
  9.  गर्भवती स्त्री का मन मीठा,मिठाई और आइसक्रीम खाने को हो तो मान लेना चाहिए कि गर्भ में पल रही संतान लड़की है .
  10. अगर गर्भवती स्त्री का गर्भ के दौरान कुछ खाने का मन न करे  और उसे भूख भी न लगे तो समझ लेना चाहिए कि गर्भ में पल रही संतान लडका है .

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Pet Me Beta Hone Ke Lakshan (पेट में बेटा होने के लक्षण)

गर्भवती स्त्री के बदलते स्वभाव और उसके शरीर में परिवर्तनों (पेट में बेटा होने के लक्षण) को देख कर आसानी से अंदाजा  लगाया जा सकता है कि पेट में पल रही संतान क्या है क्योंकि लड़का और लड़की के लक्षणों में अंतर होता है और इसे आसानी से पहचाना जा सकता है तो पेट में पल रहे बेटा के लक्षण क्या हैं ?

तो आइये जानते हैं पेट में बेटा होने के लक्षण.

  1. गर्भवती स्त्री के पेट का निचला भाग फूला है तो जन्म लेने वाली संतान लड़का है. ये भी कहा जाता है कि गर्भवती स्त्री गर्भावस्था के दौरान बांयी करवट से लेटती है और सिर में दर्द महसूस करती है तो जन्म लेने वाली संतान लड़का है.
  2. गर्भवती स्त्री के खूब पानी पीने के बाद भी पेशाब का रंग पीला रहता है, तो गर्भ ने पल रही संतान लड़का है .
  3. गर्भवती स्त्री के मुंह पर मुंहासे निकलने शुरू हो जाएँ और उसका स्वभाव में चिडचिडापन आ जाए तो गर्भ में पल रही संतान लड़का है .
  4. अगर गर्भवती स्त्री का गर्भ के दौरान कुछ खाने का मन न करे और उसे भूख भी न लगे तो समझ लेना चाहिए कि गर्भ में पल रही संतान लडका है.

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पहली तिमाही में बेटा होने के लक्षण

गर्भ की पहली तिमाही में पेट में लिंग विकसित हो चुका होता है और लिंग अपने लक्षण गर्भ वती स्त्री के शरीर और स्वभाव को प्रभावित करना शुरू कर देता है अगर गर्भ का सनातन ज्ञान है तो पहली तिमाही में ही पता लगाया जा सकता है कि गर्भ में क्या है? पहली तिमाही में  बेटा होने के कई लक्षण होते हैं जिन्हें जान कर आप गर्भ में पल रही संतान को लेकर निश्चिन्त हों जायेंगे और आप आर्थिक, मानसिक और वैज्ञानिक दुष्प्रभाव से आसानी से बच सकते हैं.

यह हैं गर्भ की पहली तिमाही में बेटा होने के लक्षण.

अगर गर्भवती स्त्री का मूड बार बार चेंज होता है तो गर्भ में बेटा है .
गर्भवती स्त्री को लहसुन खाने के बाबजूद भी स्त्री के तन से लहसुन की गन्ध न आती है तो पेट में बेटा होने के लक्षण हैं .
गर्भवती के पेट में दर्द बना रहे तो समझ लेना चाहिए कि पेट में बेटा है.
गर्भवती स्त्री के बाल कमजोर होने लगें तो समझ लेना चाहिए कि पेट में बेटा के लक्षण हैं .
गर्भवती स्त्री को भूंख कम होने लगे तो समझ लेना चाहिए कि पेट में बेटा होने के लक्षण हंं .

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गर्भ में लड़का होने पर कहाँ दर्द होता है ?

गर्भ में लड़का होने पर गर्भवती स्त्री के पेट के निचले हिस्से में में खूब दर्द होता है तो गर्भ में लड़का होता है .

गर्भ में लड़का होने के शुरुआती लक्षण

गर्भ में पल रहे लड़के के कुछ शुरूआती लक्षण होते हैं जिन्हें जान कर आप निश्चिन्त हो सकते हैं कि गर्भ में पल रहा लड़का है तो आइये जानते है कि गर्भ में लड़का होने के शुरूआती लक्षण क्या हैं .

  • गर्भ धारण करने वाली स्त्री को अगर मितली नहीं आती है तो गर्भ में लड़का होने के शुरूआती लक्षण हैं .
  • गर्भवती स्त्री के बाल कमजोर होना लड़का होने के शुरूआती लक्षण हैं .
  • गर्भ धारण करने वाली स्त्री को भूंख न लगना, लड़का होने का शुरूआती लक्षण हैं .
  • गर्भवती के चेहरे पर मुंहासे निकलने लगे तो लड़का होने  के शुरूआती लक्षण है .

आठवें महीने में लड़का होने के लक्षण

  • गर्भवती स्त्री के पेट में दर्द डिलीवरी होने तक बना रहता है .
  • गर्भवती स्त्री का मूड स्विंग होता है.
  • गर्भवती स्त्री के स्वभाव में चिडचिडापन बना रहता है .
  • गर्भवती स्त्री के सिर में अक्सर दर्द रहता है

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Garbh Mein ladki hone ke lakshan

गर्भ में पल रहे लिंग गर्भवती स्त्री के स्वभाव में और शारीरिक परिवर्तन भी करते हैं यह परिवर्तन लिंग के अनुसार होते हैं. आइये जानते हैं गर्भ में बेटी हो तो कौन से परिवर्तन होते हैं?   

गर्भवती स्त्री की हथेली मुलायम और हाथ सुन्दर दिखने लगे तो जन्म लेने वाली संतान लड़की है लड़की सुन्दरता को बढ़ाती है .

गर्भ में पल रही संतान के बारे में बेकिंग पाउडर के माध्यम से जान सकते हैं गर्भवती स्त्री की सुबह की पहली पेशाब को किसी कांच के बर्तन में लें   फिर उसमें चम्मच भर बेकिंग पाउडर डाल दें  पेशाब में झाग दिखने लगे तो समझ लेना चाहिए गर्भ में पल रही संतान लड़की है .

गर्भवती स्त्री के खूब पानी पीने के बाद पेशाब का रंग अगर गुलाबी है तो जन्म लेने वाली संतान लड़की है .

गर्भवती स्त्री के पेट के कमर में दर्द होता है तो गर्भ में पल रही संतान लड़की है .

अगर गर्भवती स्त्री को मितली आये  तो समझ लेना चाहिए कि गर्भ में लड़की है .

गर्भवती स्त्री का मन मीठा,मिठाई और आइस क्रीम खाने का हो तो समझ लेना चाहिए कि गर्भ में पल रही संतान लड़की है .