Andh Bhakt Kya Hai| राजनीति में अंधभक्त किसे कहते हैं |लक्षण

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Andh Bhakt Kya Hai के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं Andh Bhakt Kaun Hote Hain होते है।

अंधभक्त किसे कहते हैं – 

अंधभक्त शब्द का प्रयोग आज किसी धर्मग्रंथ से अधिक उपयोग राजनीति में किया जाता है एवं शायद आप भी राजनीति में अंधभक्त किसे कहते है यह जानने में बहुत ही उत्सुक होंगे। लेकिन मैं आपको राजनीति के साथ – साथ हर धर्म में अंधभक्त किसे कहा गया है यह समझने वाला हूँ।

यदि हम किसी को अंधभक्त कहते हैं तो इसका अर्थ यह होता है कि कोई ऐसा मनुष्य जो किसी भी बात पर बिना रिसर्च किए, उसके सही एवं गलत पहलू को बिना जाने ही उस पर आँख बंद करके भरोसा करता है तो उसे अंधभक्त ही कहा जा सकता है।

हमारे आस पास कोई भी व्यक्ति स्वयं परिश्रम न करने के बजाय देवी देवताओं पर अपना कार्य छोड़ देता है या जो व्यक्ति किसी के द्वारा सुनाई गई बात को 100 प्रतिशत सच मान लेता है तो उसे भी अंधभक्त ही कहा जाता है।

मेरी नजर में जो मनुष्य टोने – टोटके एवं भूत प्रेत को अपना आदर्श मानता है एवं उनकी पूजा – अर्चना करता है तो वह मनुष्य भी अंधभक्त की श्रेणी में ही आता है।

राजनीति में अंधभक्त किसे कहते हैं – 

बता दें कि राजनीति के अंदर जो लोग बीजेपी पार्टी या हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जी को अपना आदर्श मानते हैं तो उन्हे भी अंधभक्त ही कहते हैं।

जो लोग बीजेपी पार्टी के हर एक निर्णय को एकदम से सही मानते हैं एवं चुनाव के अंदर बीजेपी के द्वारा ही टिकट देने वाले उम्मीदवार को बिना सोचे समझे ही वोट देते हैं तो उसे अंधभक्त ही कहा जाता है।

अगर आप इसे एकदम सरल भाषा में समझे तो बीजेपी पार्टी के किसी भी निर्णय पर विचार विमर्श किए बिना उसे एकदम से सही बता देने वाले लोगो को दूसरी पार्टी के लोग अंधभक्त ही कहकर पुकारते हैं। लेकिन आजकल बीजेपी के सही निर्णय का समर्थन करने वाले लोगो को भी दूसरी पार्टी के लोग भी अंधभक्त कह देते हैं।

राजनीति के अंदर अंधभक्त वे लोग होते हैं जो भाजपा के कार्यकर्ता हैं यां फिर भाजपा के द्वारा दिये गए ब्यान या मोदी जी के द्वारा कही गयी बात को एकदम से सही साबित करने में लगे रहते हैं तो उन्हे भी अंधभक्त ही कहा जाता है।

अंधभक्त के लक्षण क्या है?

मित्रों यदि आपके सामने कोई अंधभक्त आ जाता है तो आप उस अंधभक्त को कैसे पहचानते हैं? हम आपको अंधभक्त के कुछ लक्षण बताने जा रहे हैं जिनसे आप उन्हे अवश्य पहचान सकते हैं।

  • अगर किसी एक पार्टी को अधिक महत्व देना हो एवं भारत के पुराने किसी दूसरी पार्टी के नेताओं को बुरा भला कहना हो। सदैव ही किसी एक पार्टी के द्वारा किए गए कार्यों को बिल्कुल एकदम से बढ़िया बताना ये सब एक अंधभक्त के लक्षण ही होते हैं।
  • अंधभक्त सदैव अपने देश के हित में चर्चा किया करता है क्योंकि अंधभक्त ही सबसे अधिक आज के समय में अपने देश के प्रति ईमानदार होता है।
  • दरअसल अंधभक्त हमारे देश के प्रधानमंत्री जी एवं सेना की दिल से इज्जत किया करते हैं इसीलिए वे कुछ लोगों के दिल में हमेशा चुबते रहते हैं।https://www.youtube.com/watch?v=FOBGu0H_NOI

FAQ

अंधभक्त का पिता किसे कहते हैं ?

बता दें कि अंधभक्त का पिता राजनीति के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को कहते हैं। क्योंकि बीजेपी के लोग मोदी जी को अपना आदर्श मानते रहते हैं एवं उनके काम को एकदम से बढ़िया बताते हैं तो काँग्रेस पार्टी एवं अन्य राजनीति पार्टी के समर्थक मोदी जी को अंधभक्त के पिता कहते हैं।

अंधभक्त की परिभाषा क्या है ?

दरअसल राजनीति के अंदर जो लोग बीजेपी पार्टी या हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जी को अपना आदर्श मानते हैं तो उन्हे अंधभक्त ही कहते हैं। अंधभक्त की परिभाषा भाजपा पार्टी एवं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आँख मूंदकर समर्थन करना होता है।

अंधभक्त कौन होते हैं ?

ध्यान रहे कि भाजपा पार्टी की हर एक बात का समर्थन करने वाले एवं नरेंद्र मोदी जी को अपना आदर्श मानकर उनके द्वारा देशहित में किए गए कार्य का समर्थन करने वाले बीजेपी के समर्थक अंधभक्त ही कहे जाते हैं।

अंधभक्त क्या होता है ?

अगर कोई व्यक्ति जिसके पास गधे जितना दीमाग होने के बावजूद जब कुत्ते की तरह भौंकता रहता है तो उस 3 आत्माओं से मिलकर बने इंसान को अंध भक्त ही कहा जाता है।

अंधभक्त का अर्थ क्या होता है ?

अंधभक्त का अर्थ किसी पर अंधी श्रद्धा से है वहीं राजनीति के अंदर अंधभक्त का अर्थ जो लोग बीजेपी पार्टी या हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जी को अपना आदर्श मानते रहते हैं।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.