Brihaspativar Vrat ka Niyam

Brihaspativar Vrat ka Niyam | गुरुवार व्रत के नियम

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Brihaspati Katha के नियमित पाठ से आप भी बदल सकते हैं जीवन की दिशा. हिन्दू धर्म में हर धार्मिक कार्य को नियमानुसार करने की बहुत मान्यता है जानें Brihaspativar Vrat ka Niyam और करें भगवान की आराधना और पाएं खुशियों का वरदान.

Brihaspativar Vrat ka Niyam

  • आपको चने की दाल, गुड़, हल्दी, थोड़ा केला और भगवान विष्णु की एक तस्वीर की आवश्यकता होगी। इस दिन आप केले के पेड़ की पूजा भी कर सकते हैं। सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद भगवान की तस्वीर को साफ करें। साथ ही ढेर सारा पानी और हल्दी डालकर भगवान विष्णु को स्नान कराएं।
  • इसके अलावा, भगवान को स्नान कराने के बाद पीले रंग का कपड़ा रखें क्योंकि यह शुभ माना जाता है। भगवान को पीले चावल चढ़ाएं और मंत्रों और श्लोकों का जाप करें और भगवान की स्तुति के लिए कहानी पढ़ें। पूजा करते समय घी का दीपक भी जलाएं। भगवान की स्तुति करने के लिए मंत्रों का जाप करें। इस दिन आपको बृहस्पति भगवान को कुछ पीले रंग की मिठाई भी अर्पित करनी चाहिए।
  • साथ ही गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करें और बृहस्पति भगवान की पूजा कर ही भोजन करें। अपना सिर धोने या नमक युक्त भोजन खाने से परहेज करें। कथा सुनकर या पढ़कर व्रत का अंत करना चाहिए। इस दिन केले के पेड़ की पूजा करने के लिए पेड़ के सामने दीपक जलाएं और पेड़ को स्नान और चना दाल और हल्दी भी अर्पित करें. गुरुवार का व्रत कथा अवश्य है और इस दिन पीले रंग के वस्त्र का दान करना चाहिए।

ब्रहस्पतिवार व्रत में ध्यान देने योग्य बातें

केले का सेवन नहीं करना चाहिए

अगर आप विष्णु जी की पूजा अर्चना करते हैं तो उस दिन केले का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. यह भी कहा जाता है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु जी का निवास होता है.

पीली वस्तुओं को दान करना चाहिए

ब्रहस्पतिवार के दिन विष्णु जी की पूजा अर्चना करने के बाद गुड़, पीला कपड़ा, चने की दाल और केला भगवान को चढ़ाकर गरीब को दान करना चाहिए. इससे विष्णु जी की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है.

चावल या खिचड़ी को न खाएँ

ब्रहस्पतिवार के दिन विष्णु जी की पूजा अर्चना करने के बाद पीला भोजन ही ग्रहण करें. इससे विष्णु जी खुश रहते है. इस दिन भूलकर भी काली दाल की खिचड़ी और चावल को खाना वर्जित है. यह भी कहा जाता है कि इस दिन चावल का सेवन करने से धन की हानि होती है. विष्णु जी को चावल की जगह तिल चढ़ाना चाहिए .

गाय को रोटी जरूर खिलाना चाहिए

 हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि गायों में कई करोड़ देवताओं का निवास होता है. शास्त्रों के अनुसार ब्रहस्पतिवार के दिन गाय को रोटी और गुड़ खिलाने से सभी दुःख दूर हो जाते हैं.

बाल और नाखून को नहीं काटना चाहिए

हिंदू धर्म के अनुसार ब्रहस्पतिवार के दिन नाखून और बाल काटने से गुरु कमजोर होता है. इससे धन में भी हानि होती है. शास्त्रों के अनुसार महिलाओं को इस दिन बाल और कपड़े धोने से मान की हानि होती हैं.

Thursday Fast Food

  • लोगों का मानना है कि कुछ खाद्य पदार्थ शरीर में सात्विकता बढ़ाने के लिए सहायक सिद्ध होते हैं. इसलिए इन्हें प्रयोग करना ही सही जाना जाता है.
  • यह मानना है कि दूध से बनी कोई भी वस्तु भी प्रयोग में ली जा सकती है.
  • यह भी कहा जाता है कि शारीरिक शुद्धि के लिए तुलसी जल, अदरक का पानी या फिर अंगूर का भी सेवन कर सकते हैं। तथा मानसिक शुद्धि के लिए जप, ध्यान, सत्संग, दान और धार्मिक सभाओं में भाग ले सकते हैं.
  • मान्यतानुसार इस दिन एक बार बिना नमक का पीला भोजन करना चाहिए. भोजन में चने की दाल का भी प्रयोग अवश्य किया जाना चाहिए .
  • लोगों का मानना है कि गुरूवार के दिन विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए जो लोग व्रत करते हैं, वे लोग उस दिन केवल शाम के समय ही किसी वस्तु का सेवन कर सकते हैं.
  • ऐसी मान्यता है कि दिन के समय आप चाय, दूध, शरबत आदि पी सकते हैं और आप दिन में फलों का सेवन भी कर सकते हैं.
  • यह भी कहा जाता है कि इस दिन व्रत के दौरान व्रती को किसी भी प्रकार का नमक ग्रहण नहीं करना चाहिए.