डेंगू बुखार । मलेरिया। कारण। लक्षण । उपचार । बचाव । रोकथाम

डेंगू बुखार । मलेरिया। कारण। लक्षण । उपचार । बचाव । रोकथाम

WELLNESS FOREVER

डेंगू बुखार, जिसे आमतौर पर हड्डी तोड़ बुखार के रूप में भी जाना जाता है, यह एक फ्लू जैसी बीमारी है,डेंगू बुखार मलेरिया कारण लक्षण  उपचार बचाव रोकथाम. डेंगू का मच्छर कितने समय के लिए रहता है और इससे बचाव कैसे करे एवं डेंगू मे गिलोय का इस्तेमाल कैसे करें।

डेंगू की बीमारी

 डेंगू बुखार, जिसे आमतौर पर हड्डी तोड़ बुखार के रूप में भी जाना जाता है, यह एक फ्लू जैसी बीमारी है, जो डेंगू वायरस की वजह से होती है। यह तब होता है, जब वायरस वाला एडीज मच्छर किसी स्वस्थ मनुष्य को अपना शिकार बनाता है। यह रोग मुख्य रूप से दुनिया के उष्णकटिबंधीय एवं उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है।आइए दोस्तों आज डेंगू बुखार के बारे में कुछ और भी चर्चा करें

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For Dengue Fever What is Platelet Count

आपको बता दें कि डेंगू में ब्लड प्लेटलेट्स 45000 से कम होने पर दिल काम करना बंद कर सकता है

Dengue or Malaria ke Lakshan

डेंगू के लक्षण – ऐसा कहा जाता है कि डेंगू होने के आरंभ में मरीजों को सिर में बहुत तेज दर्द हो सकता है, मसल पेन एवं जोड़ों में दर्द से भी लोग बहुत ही परेशान हो सकते हैं। इसके अलावा, तेज बुखार, शरीर में ठंड लगने जैसी कंपकंपाहट, अधिक पसीना आना, कमजोरी, थकान, भूख में कमी, मसूड़ों से खून आना एवं उल्टी भी डेंगू का संकेत माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू के लक्षण समान्यतः 3 से 14 दिनों में दिखाई दे जाते हैं।

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कुछ लोगों का मानना है कि आंखों के पास दर्द, ग्रंथियों में सूजन, रैशेज जैसी दिक्कतें भी आने लगती हैं ।  अनुभवी लोगों के अनुसार कुछ मामलों में डेंगू जानलेवा भी माना जाता है। गंभीर मामलों में ब्लड वेसल्स डैमेज हो सकते हैं एवं प्लेटलेट्स की कमी भी हो जाती है। ऐसे में सांस लेने में दिक्कत, बेचैनी, लगातार वोमिटिंग/ उल्टियाँ , यूरिन/ पेशाब में ब्लीडिंग/ खून  तथा अत्यधिक पेट दर्द भी हो सकता है।

मलेरिया के लक्षण –आप को बता दें कि इस बीमारी के आम लक्षणों में बुखार एवं बदन दर्द भी शामिल होते हैं । स्वस्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इस रोग से पीड़ित रोगियों को बहुत अधिक ठंड लग सकती है और शरीर का तापमान 101 से 105 डिग्री फॉरेनहाइट तक बना रहता है। इसके अलावा, सांस लेने में दिक्कत, सिर दर्द, लिवर का बढ़ना, पेट दर्द, चक्कर, दस्त, एनीमिया, उल्टी और कंपकंपाहट हो सकती है।

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Dengue Kiske Karan Hota Hai

आपको बता दें कि डेंगू चार वायरसों की वजह से होता है, जो इस प्रकार हैं – डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। जब यह पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है एवं बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ मनुष्य को काटता है, तथा वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलने लगता है।

Dengue Virus Name

Dengue Virus मच्छर की एक मादा प्रजाति जिसका नाम एडीज़ है के काटने से होता है । इसलिए इसे एक वाइरल संक्रमण के नाम से कहा गया है 

बच्चों में डेंगू के लक्षण

आपको बता दें कि अक्सर बच्चों में 40°C / 104°F टेंपरेचर/  तापमान  वाला तेज बुखार तेज सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना/उल्टी लगना, ग्रंथियों में सूजन, जोड़ों, हड्डियों एवं मांसपेशियों में दर्द तथा त्वचा पर लाल चकत्ते होना गंभीर लक्षणों में हैं. मसूड़ों से खून आना, खून की उल्टी लगना, तेज-तेज सांस आना और शरीर टूटना/बेचैनी ये प्रमुख लक्षण दिखाई पड़ते हैं

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डेंगू कितने समय तक रहता है।

आपको बता दें कि डेंगू वायरस कम से कम 7 दिन तक बना रहता है उसके बाद मनुष्य स्वतः ही ठीक होने लगता है.

Dengue Test

आपको बता दें कि जब किसी को डेंगू फीवर होता है तो एंटीजन ब्लड टेस्ट (NS-1) किया जाता है. और यही टेस्ट लगभग 7 दिनों तक किया जाता है. पहले दिन बहुत ही अधिक पॉजिटिव जांच आती है. फिर रोगी जैसे-जैसे ठीक होता है पॉजिटिव का स्तर धीरे–धीरे कम होने लगता है.

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डेंगू के मरीजों को क्या खाना चाहिए।

1- कहा जाता है कि डेंगू के बुखार से निजात पाने के लिए नारियल पानी बहुत ज्यादा पिएं। इसमें मौजूद आवश्यक पोषक तत्व जैसे मिनरल्स एवं एलेक्ट्रो लाइट्स शरीर को तन्दुरुस्त बनाने में बहुत सहायता करते हैं ।
2- आपको बता दें कि तुलसी के पत्तों को गर्म पानी में उबाल लें तथा फिर इस पानी को अवश्य पिएं। ऐसा करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कुछ बेहतर होती है। इसे दिन में कम से कम चार बार अवश्य पियें
3- ध्यान रहे कि डेंगू बुखार में मेथी की पत्तियां उबालकर चाय बनाकर जरूर पिएं। ऐसा करने से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर की ओर निकलते हैं और डेंगू का वायरस हमेशा के लिए दूर हो जाता है।
4- डेंगू में पपीते के पत्ते भी बहुत लाभकारी होते हैं । इसमें मौजूद तत्त्व शरीर के पाचन को बढ़िया रखता है। इसका जूस पीने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ने लगते हैं।
5- ऐसा मानना है कि तुलसी के पत्तों के साथ काली मिर्च को पानी में उबाल लें तथा उसे अवश्य पिएं। इससे इम्यून सिस्टम बहुत दुरुस्त होता है और यह एंटी बैक्टीरियल की तरह काम भी करता है।

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डेंगू के मरीजों को क्या नहीं खाना चाहिए।

फ्राइड फूड्स से बचें – आपको बता दें कि डेंगू में तली-भुनी चीजों से बिल्कुल परहेज करना चाहिए. इससे फैट बढ़ता है तथा ये चीज़ें आपकी इम्यूनिटी को कमजोर भी बना सकती हैं जिससे बुखार से रिकवरी में बहुत परेशानी हो सकती है.

कैफीन एवं कार्बोनेटेड ड्रिंक्स को दूर रखें – माना जाता है कि चाय, कॉफी, सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे चीजों के सेवन से दूर रहना चाहिए. इससे डिहाइड्रेशन की समस्या अधिक हो सकती है, जो डेंगू के बुखार में बहुत ही नुकसानदायक है.

मसालेदार भोजन का इस्तेमाल न करें – आपको बता दें कि डेंगू के समय चटपटा, मसालेदार भोजन से भी बहुत दूरी बनाना चाहिए. यह एसिटीडी एवं पेट संबंधी परेशानी को बढ़ाकर बुखार से रिकवर करने में बाधा उत्पन्न कर सकता है.

डेंगू में गिलोय का इस्तेमाल

ऐसा कहा जाता है कि डेंगू के रोगियों के लिए गिलोय भी  बहुत ही असरदार होता है। यह आपके शरीर के इम्यून सिस्टम को तन्दुरुस्त बनाता है, जिससे इंफेक्शन होने का खतरा बिल्कुल कम हो जाता है। साथ ही ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी बहुत सहायता करता है। इसके अलावा गिलोय के पत्ते का जूस पीने से प्लेटलेट्स काउंट भी बहुत तेजी के साथ बढ़ता है।

क्या डेंगू की वजह से मौत हो सकती है?

‘हाँ’, डेंगू की वजह से रोगी की मृत्यु भी हो सकती है.

डेंगू का मच्छर किस समय काटता है?

बताया जाता है कि सुबह सूरज निकलने के दो घंटे तक एवं शाम को सूरज छिपने से कुछ देर पहले तक यह लोगों को अपना शिकार खूब अच्छी तरह से बना लेता है। हालांकि कई बार यह सूरज डूबने के पश्चात भी आपको काट सकता है। इसके अलावा डेंगू का मच्छर आमतौर पर लोगों के टखने, कुहनी  आदि को ही अधिक टारगेट करता है।आपको बता दें कि डेंगू फैलाने वाले मच्छर सबसे अधिक दोपहर के समय काटते हैं. खासतौर से सूर्योदय के दो घंटे पश्चात एवं सूर्यास्त से एक घंटे पहले. हालांकि, रात के समय भी डेंगू के मच्छर एक्टिव रहते हैं, खासकर उन इलाकों में जहां अच्छी रोशनी भी होती है. डेंगू के मच्छरों के काटने का खतरा ऑफिस, मॉल, इनडोर ऑडिटोरियम एवं स्टेडियम के अंदर अधिक होता है क्योंकि यहां हर समय आर्टिफिशियल लाइट्स का प्रयोग होता है तथा प्राकृतिक रोशनी यहाँ बिल्कुल भी नहीं आ पाती है.

 डेंगू का मच्छर कैसा दिखता है?

कहा जाता है कि डेंगू फैलाने वाला एडीज इजिप्टी एक छोटा, गहरे रंग का मच्छर होता है जिसमें बंधी हुई टांगें होती हैं। इस कारण से ये मादा मच्छर अधिक ऊपर नहीं उड़ पाते हैं तथा दूसरे मच्छरों की तुलना में इजिप्टी छोटे ही होते हैं।