Karela kya hai|करेला एक गुण अनेक |पूरी जानकारी

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Karela kya hai के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं करेला एक तरह की सब्जी होती है। जो औषधीय के रूप में मानी जाती है। 

karela kya hai

बता दें कि करेला या मोमोर्दिका एक लता या बेल होती है जिसे एशिया एवं कैरेबियाई क्षेत्रोन में इसके खाद्य फल के लिए व्यापक रूप से अवश्य उगाया जाता है। इसके फलों का स्वाद बहुत ही कड़वा होता है हालाँकि किस्म के अनुसार इसके फलों का आकार एवं कड़वाहट की तीव्रता पूरी तरह से बदलती रहती है।

दरअसल करेला एक तरह की सब्जी होती है। जो औषधीय के रूप में मानी जाती है। करेला स्वाद में बहुत ही कड़वा होता है। किन्तु अपने गुणों से कई तरह की बीमारियों को दूर करने में काफी मदद किया करता है। करेला भारत में बहुत ज़माने से रसोई में भोजन के रूप में अवश्य पकाया जाता है। करेला अपने गुणों के लिए पूरी दुनिया में बहुत ही अधिक प्रसिद्ध है। करेला में कई तरह के एंटी बायोटिक,एंटी फंगल, एंटी सेप्टिक एंटी वायरल, कई विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अधिक लाभप्रद होते हैं।

लाभ – 

1. सिरदर्द को दूर करता है: बता दें कि करेले की ताजी पत्तियों को पीस कर माथे पर लगाने से सिरदर्द से तुरंत आराम मिलता है.

2. घाव को ठीक करता है: घाव पर करेले के जड़ को पीस कर लगाने से घाव एकदम पक जाता है और मवाद भी निकल जाता है. इससे घाव बहुत ही जल्दी ठीक हो जाता है. यदि आपके पास करेले का जड़ नहीं है तो इसकी पत्तियों को पीस कर गर्म करके पट्टी बांध लें. इससे फोड़ा पक जाएगा और पस भी बहुत ही जल्दी निकल जाता है.

3. घुटने के दर्द में लाभकारी: कच्चे करेले को आग में भूनकर, फिर उसे मसल कर रुई में लपेट कर घुटने में बांधने से घुटने के दर्द में तुरंत आराम मिलता है.

4. पथरी में भी असरदार: करेले के रस को पीने से पथरी में बहुत ही जल्द आराम मिलता है.

करेले के पोषक तत्व – 

बता दें कि करेला एक सब्जी है। यह हरा रंग का होता है। इसकी ऊपरी त्वचा एकदम मगरमच्छ की तरह लगती है। करेला में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह खनिजों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैगनीज,आयरन, फोलेट, कार्बोहाइड्रेड, जैसे प्रोटीन पाए जाते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अधिक लाभकारी साबित होता है।

करेले का इस्तेमाल – 

  • करेले की सब्जी भीबनाई जा सकती है।
  • करेले का अचार भी बनाया जा सकता है।
  • करेले का जूस भी अवश्य पी सकते हैं।
  • करेले का रस बालों में भी ज़रूर लगाया जा सकता है।

करेला के नुकसान – 

  • बता दें कि करेला का सेवन एक दिन 2 या 3 करेलो का इस्तेमाल करें। 3 से अधिक करेला का इस्तेमाल करने से पेट में दर्द एवं दस्त की परेशानी उत्पन्न हो जाती है।
  • ध्यान रहे कि करेला के कड़वाहट को दूर करने के लिए करेला में नमक मिलाकर उसे पानी में कुछ देर के लिए छोड़ दे। उसके पश्चात् करेला को बनाने के लिए प्रयोग करे।  
  • करेले के रस में सुधार करने के लिए उसमे गाजर, शहद, सेब का रस मिलाकर इसका प्रयोग किया करें।
  • सदैव करेले के सब्जी एवं रस बनाने के लिए करेला को बढ़िया तरीके से धो कर इसका प्रयोग किया करें।
  • याद रहे कि गर्भवती महिला को करेला का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लेना चाहिए।

निष्कर्ष –

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.