आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Solar Energy in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं भारत के गांवों एवं शहरों में भी सौर उर्जा का इस्तेमाल अब पूरी तरह से संभव हो गया है.
सौर ऊर्जा क्या है –
बता दें कि सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होने वाली वह ऊर्जा होती है जो फोटोवोल्टिक कोशिकाओं की मदद से तापीय या विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है। सौर ऊर्जा की उत्पादन लागत शून्य होता है। एक फोटोवोल्टिक सेल कम धूप में भी बिजली का उत्पादन अवश्य कर सकता है इसलिए बारिश या बादल वाले दिन भी ऊर्जा में कोई कटौती बिल्कुल भी नहीं होती है।
महत्त्व –
आपको यह बता दें कि देश में बिजली का 53% उत्पादन कोयले से किया जाता हैं एवं ऐसा अनुमान लगाया जाता हैं कि वर्ष 2040 – 2050 तक ये भी समाप्त अवश्य हो जाएगा. भारत की कुल 72% से अधिक जनता गाँवों में निवास किया करती हैं तथा इसमें से आधे गाँव बिना बिजली के ही अपना जीवन यापन अवश्य कर रहे हैं. अब भारत ऐसी स्थिति में आ गया हैं कि अब हम ऊर्जा के अधिकाधिक उत्पादन के लिए, ऊर्जा के संरक्षण के क्षेत्र में, उसके नविनीकरण तथा बचाव के लिए कदम उठाए. इस मांग को पूर्ण करने हेतु सौर ऊर्जा का इस्तेमाल सर्वोत्तम उपाय बन गया हैं, जिससे हम ऊर्जा की मांग तथा पूर्ति के मध्य सामंजस्य स्थापित अवश्य कर सकते हैं.
सौर ऊर्जा तकनीक –
ऐसा कहा जाता है कि सौर ऊर्जा, सौर विकिरणों तथा सूर्य के ताप के इस्तेमाल के द्वारा एक विकसित तकनीक होता है. इसके और भी रूप हैं, जैसे – सौर ताप, सौर विकिरण और कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण, इत्यादि.
लाभ –
बता दें कि सौर ऊर्जा से होने वाले लाभों के कारण यह और भी अधिक उचित प्रतीत होता है. इसमें से होने वाले कुछ लाभ इस प्रकार से दिए गये हैं -:
- सौर ऊर्जा कभी नष्ट न होने वाला संसाधन माना गया है एवं यह अनविनीकरणीय संसाधनों का सर्वोत्तम प्रतिस्थापन होता है.
- सौर ऊर्जा वातावरण के लिए भी बहुत ही लाभप्रद होता है. जब इसका इस्तेमाल किया जाता है, तो यह वातावरण में कार्बन – डाई – ऑक्साइड एवं अन्य हानिकारक गैस बिल्कुल भी नहीं छोड़ती है, तो वातावरण प्रदूषित बिल्कुल भी नहीं होता है.
- सौर ऊर्जा अनेक उद्देश्यों हेतु इस्तेमाल की जाती है , जैसे -: उष्णता के लिए, सुखाने के लिए, भोजन पकाने में एवं बिजली के रूप में, आदि. सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कार में, हवाई जहाज में, बड़ी नावों में, उपग्रहों में, केल्कुलेटर में तथा अन्य उपकरणों में भी इसका इस्तेमाल अवश्य किया जाना बहुत ही उपयुक्त माना जाता है.
- चूँकि सौर ऊर्जा एक अनविनीकरणीय ऊर्जा का संसाधन है. अतः भारत जैसे देशों में जहाँ ऊर्जा का उत्पादन बहुत ही महँगा पड़ता हैं, तो वहाँ ये संसाधन इसका एकदम बढ़िया विकल्प मानते हैं.
- सौर ऊर्जा उपकरण किसी भी स्थान पर स्थापित अवश्य किया जा सकता है. यहाँ तक कि ये घर में भी स्थापित ज़रूर किया जा सकता है, क्योंकिं यह ऊर्जा के अन्य संसाधनों की तुलना में यह बहुत ही सस्ता भी पड़ता है.
भारत में सौर उर्जा का गाँवों एवं शहरों में प्रयोग –
ध्यान रखने वाली बात यह है कि भारत के गांवों एवं शहरों में भी सौर उर्जा का इस्तेमाल अब पूरी तरह से संभव हो गया है. एक समय था जब भारत के अनेक गांवों में बिजली बिल्कुल भी नहीं थी. परन्तु तकनीकी विकास एवं सौर उर्जा की सहायता से आज भारत के अनेक गांवों में बिजली है. हालाँकि आज भी भारत में अनेक गाँव ऐसे है जहाँ पर बिजली बिल्कुल भी नहीं है परन्तु सौर उर्जा की सहायता से गांवो एवं शहरों में बिजली उत्पादन बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है तथा लोग सौर उर्जा की सहायता से अपने घर को रौशन करने में पूरी तरह सफल भी हुए हैं. सौर उर्जा या सौलर पैनल पर सरकार भी भारतियों की बहुत ही सहायता प्रदान कर रही है.
निष्कर्ष –
आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.