Ticket Collector Kaise Bane|टिकट कलेक्टर का कार्य | पूरी जानकारी

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Ticket Collector Kaise Bane के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं टिकट कलेक्टर (TC) को TTE (Travelling Ticket Examiner) भी कहा जाता है।

Ticket Collector (TC) कैसे बनें

ध्यान रखने वाली बात यह है कि भारतीय रेल नेटवर्क विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क माना जाता है एवं इसी कारण से यह रेल नेटवर्क विश्व का 8वा सबसे अधिक रोज़गार देने वाला कार्यदाता कहलाता है। इतनी बड़ी कार्य प्रणाली का सुव्यवस्थित संचालन करने के लिए रेलवे बोर्ड ने केवल 4 समूह ही निर्धारित किए हैं जिसके अंतर्गत बहुत सारे अलग-अलग पद सम्मिलित किए गए हैं। इन्ही समूहों में से एक, C समूह के अंतर्गत टिकट कलेक्टर का पद भी निहित होता है। टिकट कलेक्टर (TC) को TTE (Travelling Ticket Examiner) भी कहा जाता है। रेलवे में Ticket Collector या टीटीई की परीक्षा का आयोजन रेलवे बोर्ड आरआरबी कहलाता है।

आरआरबी की फुल फॉर्म रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड से होती है यह देश के कई अलग-अलग जगहों से कराई जाती है जैसे आरआरबी बेंगलुरु,आरआरबी चेन्नई, आरआरबी इलाहाबाद एवं आरआरबी पटना। देश के अलग-अलग स्थानों से यह परीक्षा संपन्न होती है। यदि आप इस परीक्षा में सम्मिलित होना चाहते हैं तो इसकी वेबसाइट https://www.rrbcdg.gov.in/ को रेगुलर देखते रहें एवं हमेशा चेक करते रहें कि इस में अतिरिक्त पदों की भर्ती के लिए कोई इंफॉर्मेशन आई है या नहीं।

टिकट कलेक्टर का कार्य 

बता दें कि टिकट कलेक्टर रेलगाड़ी में यात्रियों के पास टिकट चेक करने का कार्य करता है, साथ ही साथ वह यह भी देखता है कि कोई बिना टिकट के यात्रा तो नहीं कर रहा। अगर वह ऐसे किसी मनुष्य को पकड़ता है तो उस मनुष्य पर जुर्माना लगाने का कार्य भी Ticket Collector के द्वारा ही किया जाता है। ट्रेन में यदि किसी सीट के चलते यात्रियों में कोई लड़ाई झगड़ा उत्पन्न हो जाता है तो उसका निपटारा भी टिकट कलेक्टर के द्वारा ही होता है। टिकट कलेक्टर यात्रियों के द्वारा रखे गए सामान के टिकटों की जांच करने के साथ-साथ यह भी देखता है कि कितने यात्री रेलवे पास के साथ यात्रा कर रहे हैं। यात्रियों के साथ बड़े भारी आकार के पैकेज, कुत्तों, पक्षियों आदि होने की स्थिति में शुल्क दर (टैरिफ) के नियमों पर भी ध्यान देना टिकट कलेक्टर के अंतर्गत ही आता है।

दरअसल Ticket Collector मालगाड़ियों में रखे सामान को भी खूब अच्छी तरह से जाँचता है ताकि वह यह सुनिश्चित कर सके कि कोई अतिरिक्त सामान या फिर कोई विवादास्पद वस्तु एक स्थान से दूसरे स्थान न पहुँचाई जा रही हो।

लाभ – 

  • बता दें कि Railway Ticket Collector बनने के पश्चात् आपका प्रमोशन वरिष्ठ टिकट कलेक्टर, हैड टिकट कलेक्टर, टिकट निरीक्षक, मुख्य टिकट निरीक्षक आदि पदों में प्रमोशन अवश्य हो जाता है।
  • दरअसल टिकट कलेक्टर की इनकम 9300 रूपए से लेकर 34800 रुपए तक होती है।
  • टिकट कलेक्टर बनने के लिए आपको किसी डिग्री की कोई ज़रूरत नहीं होती है अपितु 12वीं उत्तीर्ण किए हुए लोग भी इसे आवेदन अवश्य कर सकते हैं।
  • मासिक वेतन के अलावा अतिरिक्त दिए एवं परिवार के रहने के लिए एक निशुल्क घर की सुविधा भी ज़रूर मिलती है।
  • इसके अलावा कर्मचारी एवं उसके परिवार के लिए निशुल्क चिकित्सा की सुविधा भी प्रदान अवश्य की जाती है।
  • आपको यह भी बता दूँ कि कर्मचारी एवं उसके परिवार वाले निशुल्क रेलवे में सफर अवश्य कर सकते हैं।

आवश्यक दस्तावेज – 

  • भारतीय नागरिक होना बहुत ही अनिवार्य होता है।
  • आवेदक की आयु  कम से कम 18 साल से और अधिकतम 30 साल के मध्य होना चाहिए।
  • आधार कार्ड का नंबर होना बहुत ही ज़रूरी है. 
  • वोटर आईडी कार्ड भी होना चाहिए.
  • स्थाई निवास प्रमाण पत्र भी होना चाहिए.
  • रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भी होना चाहिए.
  • इंटरमीडिएट परीक्षा कम से कम सेकंड डिवीजन होना बहुत ही आवश्यक है। 
  • ग्रेजुएट हो तो उसकी मार्कशीट भी बहुत ज़रूरी है.
  • कोई डिप्लोमा किया हो तो उसका प्रमाण पत्र भी होना चाहिए आदि.

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.