Varn kya hai in Hindi | परिभाषा | सरल जानकारी

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Varn kya hai in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। अगर आप Varn kya hai in Hindi की जानकारी पाना चाहते है, तो Varn kya hai in Hindi सर्च करिए हमारी वेबसाइट hellozindgi.com पे और उपयोगी जानकारी से खुद का व दोस्तों का ज्ञान वर्धन करें|  

वर्ण की परिभाषा (Varn ki Paribhasha) – 

बता दें कि ध्वनियों के वे मौलिक एवं सूक्ष्मतम रूप जिन्हें और विभाजित नहीं किया जा सकता है, उन्हें वर्ण ही कहा जाता है। वर्ण के मौखिक रूप को ध्वनि तथा लिखित रूप को अक्षर कहते हैं।

जैसे – क् , ख्, ग् , अ, ए आदि।

दूसरे शब्दों में, वर्ण उस मूल ध्वनि को कहा जाता है, जिसके खंड एवं टुकड़े नहीं किये जा सकते हैं। वर्णों की इकाइयां सदैव समान ही रहती हैं, लेकिन इन्हें पूरी तरह से अलग-अलग भागों में विभाजित बिल्कुल भी नहीं किया जा सकता है। यह सभी वर्ण स्वयं में ही अपनी एक विशेष भूमिका अदा करते हैं।

मतलब मानव के द्वारा प्रस्तुत की गई सार्थक एवं अर्थ से परिपूर्ण ध्वनि को भाषा की संज्ञा दी जाए तथा भाषा को चिन्हों के द्वारा ही लिखी गयी भाषा मे परिवर्तित किया जाए, तो इसी चिन्ह को वर्ण ही कहा जाता है।

वर्ण के कितने भेद होते हैं – 

ध्यान देने वाली बात यह है कि हिंदी भाषा के अनुसार वर्ण कम से कम 2 प्रकार के ही होते हैं।

  • स्वर
  • व्यंजन

स्वर की परिभाषा: 

बता दें कि वह वर्ण जिनके उच्चारण के लिए कोई अन्य वर्ण की मदद की आवश्यकता बिल्कुल भी नहीं पड़ती है, तो उसे स्वर ही कहते हैं।

जब भी हम स्वर का उच्चारण किया करते हैं तो हमारे कंठ एवं तालु का ही इस्तेमाल किया जाता है, जीभ एवं होंठ का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं किया जाता है।

जैसे:- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, ऋ, ॠ, ऌ, ॡ आदि होते हैं।

व्यंजन की परिभाषा: 

व्यंजन की परिभाषा के अनुसार जिन वर्णों के उच्चारण में स्वरों की मदद ली जाती है, तो उसे व्यंजन ही कहा जाता है। दरअसल जितने भी व्यंजन वर्ण होते हैं, तब उनका उच्चारण बिना स्वर के संभव बिल्कुल भी नहीं होता है।

जैसे- क, ख, ग, च, द, म, भ, त, थ आदि।

वर्णों की मात्राएं – 

बता दें कि इन सभी चिह्नो को वर्ण मात्रा भी कहते हैं। वर्णो की मात्रा मुख्य रूप से केवल दो भागों में ही विभाजित है, जिनका विवरण नीचे इस प्रकार से है;

  • लघु मात्रा
  • दीर्घ मात्रा

लघु मात्राएं – 

दरअसल इन सभी मात्राओं को वर्ड समूह के व्यंजन ग से समझते हैं।

जैसे – 

  • ग + इ = गि
  • ग + उ = गु
  • ग + ए = गे
  • ग + ओ = गो

बता दें कि यह सभी लघु मात्राओं के प्रकार होते हैं, इन सभी का उच्चारण बहुत ही झटके के साथ ज़रूर किया जाता है, मतलब इनका उच्चारण बहुत ही तीव्रता के साथ अवश्य किया करते हैं।

दीर्घ मात्राएं – 

  • ग + आ = गा
  • ग + ई = गी
  • ग + ऊ = गू
  • ग + ऐ = गै

दरअसल ग + औ = गौ यह सभी दीर्घ माताओं के उदाहरण बताये गये हैं एवं इन सभी का उच्चारण आराम से तथा बहुत ही सरलता के साथ किया जा सकता है।

निष्कर्ष – 

हम यह उम्मीद करते हैं कि आपको वर्ण किसे कहते हैं उदाहरण सहित बहुत ही बढ़िया तरीके से समझ में अवश्य आ गया होगा। अगर आपका कोई इससे जुड़ा प्रश्न होता है तो आप हमें इस कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं. धन्यवाद.