Sarthak meaning in hindi |सार्थक नाम के लड़कों का मतलब|पूरी जानकारी

Name Meanings

आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Sarthak meaning in hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं सार्थक नाम के लोग साहित्य एवं कला से अच्छा खासा जुड़ा हुआ महसूस कर सकते हैं।

सार्थक नाम का मतलब –

सार्थक नाम का मतलब बहुत ही यूनिक है. सार्थक नाम का मतलब “अच्छी तरह से किया, उद्देश्य” ही होता है।

जैसा कि हमनें बताया कि सार्थक नाम का अर्थ “अच्छी तरह से किया, उद्देश्य” होता है, ऐसे में यदि आप अपने बच्चे का नाम सार्थक रखते हैं तो आपके बच्चे का व्यक्तित्व भी सार्थक नाम के अर्थ की तरह अर्थात “बढ़िया तरीके से किया, उद्देश्य” जैसा ही हो सकता है.

यदि आप अपने बच्चे का नाम सार्थक रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका अर्थ जान लेना बहुत ही आवश्यक होता है। हम आपको यह बता दें कि सार्थक का अर्थ बहुत ही बढ़िया होता है। दरअसल इस अर्थ का प्रभाव सार्थक नाम के मनुष्य के स्वभाव में भी दिखने लगता है। इस नाम का अर्थ बहुत बढ़िया होने के कारण से सार्थक नाम के लोगों को समाज में भी बहुत ही अधिक पसंद किया जाता है। यह माना जाता है कि अगर आपका नाम सार्थक है एवं इसका मतलब बहुत ही अच्छा है, तो इसका गहरा प्रभाव मनुष्य के स्वभाव पर भी पड़ता है। सार्थक नाम की राशि, सार्थक नाम का लकी नंबर व सार्थक नाम के लोगों के व्यक्तित्व अथवा इस नाम के मतलब जो कि बहुत अच्छा माना गया है.

व्यक्तित्व – 

याद रहे कि यह अपने जीवन में बहुत ही बढ़िया कलाकार भी साबित हो सकते हैं. इन्हे अच्छे खाने, पीने के शौक भी होते हैं. बढ़िया कपड़े पहनना, घूमना, सिनेमा देखना आदि इन्हे बहुत ही बढ़िया लगता है. इनका झुकाव सदैव भौतिक सुखो में ही होता है.

बता दें कि सार्थक नाम के लोग साहित्य एवं कला से अच्छा खासा जुड़ा हुआ महसूस कर सकते हैं। इस नाम के लोगों की संगीत एवं कला क्षेत्र में बहुत ही अधिक रुची हो सकती है। सार्थक नाम वाले लोग बहुत जल्दी घुलते-मिलते रहते हैं एवं बहुत जल्दी ही दोस्ती कर सकते हैं। इन्हें अपनी बुद्धिमत्ता पर बहुत ही गर्व होता है। सार्थक नाम के लोगों को यह समझना सरल बिल्कुल नहीं होता। सामाजिक होने के बावजूद सार्थक नाम के लोग मित्र चुनते समय पूरी तरह से सावधान भी रहते हैं। इस राशि के लोग आवश्यकताओं के प्रति सहानुभूति भी रखते हैं एवं उनकी सहायता भी किया करते हैं।

सार्थक नाम के लोग अपने व्यक्तित्व के अनुसार बोलने से अधिक सुनना पसंद कर सकते हैं। सार्थक नाम वाले लोग व्यवहारिक रूप से बहुत ही ईमानदार हो सकते हैं एवं इन्हें लोगों से घुलना-मिलना बहुत ही अधिक पसंद होता है।

इनकी प्रायः बहुत ही बढ़िया शिक्षा होती है. किसी भी विचार को काम में रूपांतरित करना इनकी खासियत भी रहती है. इनकी रूचि, संगीत, चित्रकला, में बहुत ही बढ़िया रूचि होती है. इसके बावजूद यह शिक्षा में कभी – कभी पिछड़ते दिखाई भी देते है.

इनके पास जितना धन होता है. यह उससे अधिक खर्च करने का प्रयत्न भी किया करते हैं. इस कान इन्हे जिंदगी में धन की कमी होती रहती है. इनकी आर्थिक स्थिति में सदैव उतार – चढाव अवश्य दिखाई देता है. यह निरंतर कर्म एवं प्रयास से ही यह बहुत ही बढ़िया धनवान बनते हैं.

सार्थक किस धर्म का नाम होता है –

यदि आप सार्थक नाम को चुन रहे हैं तो यह आप अवश्य जानना चाहेंगे कि सार्थक नाम किस धर्म से संबंधित है. ऐसे में आपको यह बता दें कि आपके द्वारा चुना जा रहा नाम सार्थक, हिंदू धर्म से संबंधित माना जाता है।

शुभ अंक – 

बता दें कि सार्थक नाम का शुभ अंक 6 होता है। इस संख्या वाले लोग बंधन एवं रिश्ते में तन्दुरुस्त होते हैं। ऐसे लोग अधिक आत्मविश्वासी ,सेवा करने वाले, दोस्ताना एवं दूसरों के साथ अधिक दयालुवान भी हो सकते हैं।

जिनका नाम सार्थक होता है उनकी जिंदगी में 6 संख्या का बहुत ही अधिक महत्व होता है। ऐसे लोग अपने जीवन में कई शुभ घटनाओं, सफलता एवं प्रसन्नता भरे पल को 6 संख्या से जुड़ा हुआ महसूस भी कर सकते हैं।

सार्थक नाम का लकी नंबर 6, इस नाम वाले लोगों के लिए उनकी जिंदगी में बहुत ही लकी साबित हो सकता है। कुल मिलाकर यह देखा जाए तो सार्थक नाम का लकी नंबर 6, सार्थक नाम वाले लोगों को उनकी जिंदगी में कई खुशनुमा पल से भी जोड़ सकता है।

सार्थक नाम का नक्षत्र क्या है –

ऐसा कहा जाता है कि इस नाम का नक्षत्र शतभिषा होता है। शतभिषा नक्षत्र से सम्बंधित एवं अक्षर इस प्रकार है- गो, सा, सी, सू । इस नक्षत्र का चिन्ह पूरी तरह से खाली वृत्त होता है।

सार्थक नाम का शुभ रत्न कौन सा होता है –

  • याद रहे कि इस राशि वालों को नीलम नग 5,7,9,12 रती का पंचधातु, लोहे तथा सोने की अंगूठी में शनि के बीज मंत्र “ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः” मंत्र से अभिमंत्रित करके ही धारण करना चाहिए.
  • नीलम यह नग नीली किरणों से युक्त पारदर्शी होता है नीलम पंचधातु या फिर सुवर्ण ही अंगूठी में कम से कम 4 रत्ती का ही होना चाहिए।
  • नीलम रत्न कुछ ही घंटों में अपना असर अवश्य दिखाने लगता है अगर कोई अनिष्ट हो जाए या फिर आंखों में पीड़ा या रात को भयानक स्वप्न आए तो उसे बहुत ही जल्दी उतार देना चाहिए।
  • उपयुक्त नीलम धारण करने से आकस्मिक धन लाभ, कारोबार में तरक्की एवं रक्त विचार तथा चक्षु रोगों में फायदा होता रहता है.
  • याद रखने वाली बात यह है कि रत्न हर किसी मनुष्य को फायदा बिल्कुल भी नहीं पहुंचाते। कई बार इन्हे धारण करने से हानि भी हो सकती है।
  • इसलिए किसी अच्छे रत्नो के जानकार से एक बार ज़रूर मंत्रणा कर लें। उसके मार्गदर्शन के पश्चात् ही रत्न धारण करना चाहिए।

सार्थक नाम की राशि – 

प्रभु शनि देव एवं भगवान हनुमान जी को कुंभ राशि का आराध्य देव माना जाता है। कुम्भ राशि के सार्थक नाम के लड़कों की उत्तेजना एवं परिसंचरण को यूरेनस ग्रह द्वारा नियंत्रित किया जाता है। वर्षा ऋतु का अन्त होने के पश्चात् इस राशि के सार्थक नाम के लड़के जन्म लेते हैं। सार्थक नाम के लड़के स्वभाव से थोड़े गुस्सैल किस्म के होते हैं। इस राशि के सार्थक नाम के लड़के अंगों में सूजन, गठिया, अस्थमा एवं हृदय रोगों से पीड़ित भी हो सकते हैं। इस राशि के सार्थक नाम के लड़के बहुत ही बुद्धिमान, प्रतिभाशाली एवं ऊर्जावान होते हैं। इन्हें मित्रता करना बहुत ही पसंद होता है।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से जुड़े रहें. धन्यवाद.