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Brahma Kamal Flower | Benefits | Vastu & Pooja

WELLNESS FOREVER

दोस्तों भारत देश में ना ही सिर्फ अलग अलग धर्म और जातियों ने जन्म लिया है बल्कि यहाँ तरह तरह के फूल, पेड़ और पौधे भी ऐसे खिलते हैं जो पूरी दुनिया में और कहीं नहीं खिलते। इनमें से Brahma Kamal भी एक है.

यहाँ ऐसे फूल मिलते हैं जो ना केवल दिखने में खूबसूरत हैं बल्कि साथ ही साथ औषधीय गुणों से भरे हैं ।

ऐसा ही एक फूल है bramha kamal flower । दोस्तों यह फूल इतना प्राचीन है की इसका उल्लेख महाभारत के किस्से कहानियों में भी है। ऐसा माना जाता है की जब द्रोपदी पांडवों के साथ वन में थी तब उसने ये फूल देख था और इसे देखते ही अपने सारे दुख दर्द भूल के इसपर मोहित हो गई थी ।

माना ये भी जाता है की यह पौधा अध्यात्मिक शांति और उपलब्धि भी प्रदान करता है। इस बात से आप यह समझ गये होंगे bramha kamal flower  की महिमा कितनी है।

दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको brahma kamal flower importance के बारे में तो बताएंगे ही साथ ही साथ bramaha kamal plant and vastu की भी जानकारी भी देंगे ।

इसके साथ में आप ये भी सीखेंगे की घर मे ब्रम्ह कमल का पौधा कैसे लगाएँ means how to grow bramha kamal flower.

GOD BRAMHA IN LOTUS

ब्रह्म कमल फूल की उत्पत्ति

Bramha Kamal flower  के बारे में ऐसी मान्यता है की इसकी रचना स्वयं ब्रम्हा जी ने की है और इसमें देवीय शक्तियाँ मौजूद है जिस कारण से इसके दर्शन मात्र से सारी इच्छाएँ पूरी हो जाती हैं ।

Bramha kamal flower importance and uses – Bramha Kamal Flower  में कई औषधीय गुण भी है जैसे-

कई बीमारियों की दावा है ब्रह्म कमल

  • हड्डियों के दर्द का इलाज
  • बुखार की समस्या को दूर करना
  • लीवर की समस्या से निजात
  • यौन संचारित रोगों से राहत
  • कई वैद्य इस बात को प्रमाणित करते हैं की इसकी पंखुड़ियों से अमृत की बूंदे टपकती हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में इसे ले कर काफी प्रयोग किये गई तथा में इस फूल के लगभग 172 सूत्रीकरण पाए गए हैं। इस फूल का एक बार में 50 एमएल अर्क दिन में दो बार सेवन करने से बुखार एकदम ठीक हो जाता है।  इसके तेल से बने परफ्यूम्स का उत्तेजक पदार्थ के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है।
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  • इसको सुखाकर कैंसर जैसे असाध्य रोग की दवा के रूप में प्रयोग किया जाने लगा है ।  
  • इसका सबसे आम प्रयोग है की इससे निकलने वाले पानी को पिया जाता है और थकान एक दम से मिट जाती है।
  • ब्रह्म कमल से पुरानी (काली) खांसी का इलाज भी प्रमाणित हो चुका है।
  • इस फूल का प्रयोग जड़ी-बूटी के रूप में किया जाता है। वैद्य बताते हैं कि इसकी पंखुडियों से टपका जल अमृत समान होता है। पेशाब में संक्रमण होने पर इसके अर्क का इस्तेमाल इन्फेक्शन दूर कर देता है।
  • कुछ जनजाति के लोग गांव में रोग व्याप्त न हो, इसके लिए इस पुष्प को घर के दरवाजों पर लटका देते हैं।
  • लीवर को स्वस्थ रखने के लिए इस फूल से तैयार सूप का रोजाना सेवन किया जा सकता है।
  • यदि स्वाद की बात की जाए तो ये कड़वा होता है|इसमें पौष्टिक तत्वों की मात्रा इतनी अधिक होती है कि इसका रोजाना सेवन करना से भूख बढ़ा देता है क्योंकि ये लीवर के लिए अत्यंत लाभकारी होता है और अगर लीवर स्वस्थ होगा तो भूख तो अपने आप ही लगेगी|
  • इसकी पत्तियां हड्डियों के दर्द से निजात दिलाने में काफी कारगर होती हैं । बस इसकी पत्तियों का लेप बनाकर दर्द वाले स्थानों पर रखने से जल्द ही राहत मिलती है|
  • आप जानकार हैरान हो जायेंगे की शरीर में जख्म हो जाने पर इसका रस एंटीसेप्टिक फायदे पहुंचाता है। जले कटे पर इसका रस तुरंत लाभ पहुंचाता है|

वनस्पति विज्ञानियों ने इस दुर्लभ-मादक फूल की 31 प्रजातियां बताई हैं। इसलिए जानकार लोग जैसे वैध ही इसका सही प्रयोग कर सकते हैं|

History of Bramha Kamal Flower

हिंदू मान्यताओं और पौराणिक कथाओं के हिसाब से ब्रम्हा जी की उत्पत्ति इसी फूल से हुई थी  । 

इसके अलावा इस फूल के बारे में और भी कहानियाँ प्रचलित है जैसे ऐसा माना जाता है की जब भगवान शिव ने गणेश जी का सर काटा था तो उसकी जगह हाथी का सर लगाने के बाद भगवान शिव ने इसी फूल से गणेश जी पर पानी का छिड़काव किया था ।

 इसके अलावा जब हनुमान जी संजीवनी लेने गए और लक्ष्मण जी को बचाने में सफल होते हैं तो देवों ने उनपर इसी फूल की वर्षा की वो फील ब्रह्म कमल ही थे ।

एक अन्य मान्यता के अनुसार रामायण में जब लक्ष्मण जी ठीक हो गई थे तो देवताओं ने उनके ऊपर ब्रह्म कमलों की ही वर्षा की थी|

BRAHM KAMAL FLOWER BLOOMING

3 Bramha kamal flower blooming time

दोस्तों ये फूल कई मायनों में अनोखा है जैसे इसे इसके खिलने का समय बाकी फूलों से बहुत अलग है।  जहाँ कुछ फूल सूरज के उदयन के साथ खिलते हैं तो उनसे ठीक विपरीत यह फूल सूरज के डूबने के बाद खिलता है और कुछ स्थानों पर तो यह आधी रात के बाद खिलता है।  और इसे पूर्ण रूप से खिलने में 2 घंटे का समय लगता है ।

इसमें वारे में विशेष बात ये है की ये चट्टानों के बीच में रुकी हुई बर्फ वाले स्थानों पर खिलता है। इसे खिलते हुए देखना स्वप्निल सुख देता है। ऐसा भी माना जाता है कि जो कोई ब्रह्म कमल को खिलते हुए देख ले तो उसकी कोई भी मनोकामना पूरी हो जाती है।

यह सुबह तक मुरझा जाता है। इसके पौधे में एक साल में केवल एक बार ही रात में फूल आता है।

Bramha kamal plant and vastu –

जब यह फूल पूरी तरह से खिलता है तो इसमें ब्रम्हा देव और शिव जी का निशान दिखाई देता है और ऐसा माना जाता है की इसमें स्वयं दोनों का वास भी होता है इसलिए इसे घर मे ब्रम्ह स्थान या घर के बीच मे रखने से ब्रह्मा से जुड़े सारे वस्तु दोष खतम हो जाते हैं | इसके अलावा दरवाजे पर मात्र टांगने से सारी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है तथा  नकारात्मक उर्जा का घर में प्रवेश नहीं होता |

Bramha kamal in English –  Saussurea Obvallata

The scientific name of Bramha kamal flower is Saussurea Obvallata.  It’s commonly found in Himalyas and many parts of India including Uttrakhand and Madhyapradesh.

The plant remains green and active whole year but it’s flower which is white in colour blooms in the month of July to August. 

It is also known as  Kon, Kapfu and Vansembruu by localities. Bramha Kamal flower has high medicinal properties and is believed to cure many sexual disease including bone disease as well.

The water drops that comes out of it increases immunity of human beings. Bramha  Kamal flower importance is not bounded only up to  medicines but it is also considered useful widely in astrology and Vastu Shastra. 

LOTUS IN FLOWER VASE GAMLA HELLOZINDGI

How to grow Bramha Kamal Flower –  

दोस्तों ब्रम्ह कमल के पौधे को उसकी पत्ती से लगाया जाता है। ऐसा करने के लिए इसकी पत्ती को लें और मिट्टी के गमले में आधा से थोड़ा कम गाड़ दे।

ध्यान रखें की मिट्टी चिकनी हो और अगर ऐसा नहीं है तो मिट्टी में थोड़ा रेत मिला लें। ध्यान रखें कि  गमले में पानी निकलने की सुविधा अच्छी हो और पानी वहाँ रुके या जमे नहीं। इसे अतिरिक्त इस पौधे को छाँव में ही रखें क्यों की धूप में इसके फूल ठीक से नहीं रह पाते।

इसके अलावा दोस्तों एक बात का ध्यान रखें कि  इस पौधे को ज्यादा पानी की ज़रूरत नहीं होती|  तो पहली बार में तो पर्याप्त पानी डालें पर उसके बाद कम पानी ही डालें।

BRAHM KAMAL POOJA LORD SHIV HELLOZINDGI

Bramha kamal flower pooja –  

दोस्तों हिंदु धर्म में अलग अलग देवताओं की पूजा मे अलग अलग रंग के फूलों की उपयोग की मान्यता है।

जैसे देवी माता की पूजा में लाल रंग और लाल फूलों की महत्व बहुत जादा है वैसे ही bramha kamal  फूल का उपयोग महादेव या शिव जी की आराधना में सबसे जादा होता है।

ब्रम्ह कमल फूल ब्रम्हा जी को भी अर्पित किया जाता है पर महादेव में इसे चढ़ाने की अलग ही महिमा है। आस्था अनुसार से दूसरे देवी देवताओं में भी चढ़ाया जा सकता है ।

दोस्तों इस लेख के द्वारा हमने आपको brahmkamal के वारे में जानकारी देने की पूरी कोशिश की है उम्मीद है कि ये आपको पसंद आई होगी ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए हमारी site  hellozindgi.com से जुड़े रहें।