PAN Full Form in Hindi | जानिए क्या है PAN, पूरी जानकारी

Full Form in Hindi

आज के इस पोस्ट में हम आपको PAN Full Form in Hindi के बारे में बताएंगे और साथ में PAN से सम्भंधित और भी टॉपिक्स को अच्छे से बताएंगे। सरल भाषा में जानें PAN Full Form in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी हमारी वेबसाइट hellozindgi.com पे| 

PAN का फुल फॉर्म –

PAN का full form “Permanent Account Number” एवं इसका (हिंदी अर्थ/मतलब) “स्थायी खाता संख्या” होता है। दरअसल Pan Card का इस्तेमाल हम गवर्मेंट proof के तौर पर भी कर सकते हैं. यह एक ऐसा Card होता है जिसमें भारत के income tax department द्वारा जारी किए गए दस अंकों वाले Alpha Numeric संयोजन शामिल होते हैं.

बता दें कि Pan Card में जो नंबर होते हैं वो सभी प्रकार की financial transaction बहुत ही जरूरी होता है जैसे बैंक में खाता खोलने के लिए ,TAXABLE SAILRY पाने के लिए आदि.

पैन अपडेट फॉर्म भरने के लिए क्या करें एवं क्या न करें – 

  • फॉर्म केवल बड़े अक्षरों का इस्तेमाल करके ही भरा जाना चाहिए,
  • ध्यान रहे कि अपडेट करने के लिए सभी फ़ील्ड अवश्य भरें,
  • किसी भी अपडेट के लिए मोबाइल नंबर बहुत ही आवश्यक है,
  • नामांकन के समय अंग्रेजी एवं स्थानीय भाषा में ही फॉर्म भरें,
  • यह सुनिश्चित कर लें कि फ़ॉर्म केवल वर्तमान एवं प्रासंगिक विवरणों से भरा होना चाहिए,
  • यह भी सुनिश्चित कर लें कि पैन का पूरा नाम एवं पूरा पता पैन के लिए भरा हुआ है भी या नही,
  • दस्तावेजों को स्व-अटेस्ट करने पर हस्ताक्षर या फिर अंगूठे के निशान के साथ स्पष्ट रूप से नाम भी दर्ज अवश्य करें,
  • प्रासंगिक दस्तावेज़ संलग्न करें जो केवल अनिवार्य अद्यतन का समर्थन करते हैं,
  • गलत जानकारी एवं समर्थन दस्तावेजों की कमी के कारण आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाएगा,

पैन क्या है – 

आपको बता दूँ कि पैन कार्ड एक स्थायी खाता संख्या माना जाता है जिसमें 10-अंकीय अल्फ़ान्यूमेरिक वर्ण होते हैं एवं इसे भारत के सभी करदाताओं को सौंपा जाता है. यह भारतीय आयकर विभाग, भारतीय आयकर विभाग, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) की देखरेख में भारतीय आयकर विभाग के द्वारा ही 1961 के तहत जारी अवश्य किया जाता है।

मूल रूप से, यह पैन कार्ड एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली मानी जाती है जिसमें किसी मनुष्य या फिर कंपनी की सभी कर संबंधी जानकारी एकल पैन नंबर के विरुद्ध दर्ज अवश्य की जाती है. आपको यह भी बता दें कि दो कर भुगतान करने वाली संस्थाओं के पास एक ही पैन कार्ड बिल्कुल भी नहीं हो सकता है, प्रमुख वित्तीय लेनदेन के लिए पैन कार्ड पूर्ण रूप से आवश्यक माना गया है जैसे बैंक खाता खोलना, परिसंपत्तियों की बिक्री या फिर खरीद आदि, यही वजह है कि पैन कार्ड खाताधारक के विवरण को एक अनोखे तरीके से प्रदान करता है।

योग्यता – 

दरअसल आयकर अधिनियम की धारा 139 एए के तहत, निम्नलिखित कर संस्थाओं को स्थायी खाता संख्या होना बहुत ही अनिवार्य हो गया है −

  • कोई भी मनुष्य जिसने कर का भुगतान किया है या फिर आयकर विभाग को कर का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी है। तो यह टैक्स स्लैब के आधार पर ही निश्चित किया जाएगा।
  • यदि कोई भी मनुष्य जो किसी व्यवसाय या फिर पेशेवर अभ्यास को अंजाम दे रहा है जो उसे मूल्यांकन के किसी भी वर्ष में कम से कम रु 5 लाख से अधिक का सालाना कारोबार करता रहता है।
  • बता दें कि आयातक एवं निर्यातक जो आयकर अधिनियम के अनुसार या फिर किसी भी प्रचलित कानून के अनुसार कर या फिर शुल्क के किसी भी प्रकार का भुगतान करने के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं
  • सभी प्रकार के ट्रस्ट, धर्मार्थ संगठन एवं संघ का होना।