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गहरी नींद के 12 बेहद आसान उपाय | घरेलू उपचार | टेबलेट

Dadi Naani ke Nuskhe
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गहरी नींद न आने से समस्याएं के कारण

रात्रि के समय अच्छी नींद लेना स्वस्थ रहने के लिए अत्यंत आवश्यक है. यदि व्यक्ति पूरी नींद नहीं ले पाता है अथवा गलत समय पर सोने के साथ साथ टुकड़ों में नींद पूरी करता है तो  इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता घटना व मस्तिष्क से सम्बंधित विकार जन्म ले सकते हैं. इसी के साथ अगर व्यक्ति अच्छी नींद लेता है तो न शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ती है बल्कि ब्लड प्रेशर, हार्मोन और भी कई बड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है. नींद नही आये तो तुरन्त शारीरिक और मानसिक बीमारियाँ शुरू हो जाती हैं.इस पोस्ट में हम आपको gehri neend ke liye काफी अच्छे टिप्स बताने वाले हैं.

गहरी नींद meaning in English

गहरी नींद को अंग्रेजी में Sound Sleep कहा जाता है

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गहरी नींद न आने के कारण-

गहरी नींद न आ पाने का कारण अत्यधिक तनाव, मस्तिष्क में भरी चिंता या कोई डर हो सकता है. इतना ही नहीं गहरी नींद ना आ पाने का कारण बहुत सी बीमारियाँ भी हो सकती हैं जिनमें सबसे ज्यादा कॉमन हैं

रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम

इस बीमारी में व्यक्ति अक्सर अपने पैरों को हिलाता रहता है और जब भी सोने का नंबर आता है तो उन्हें पैरों में जलन करता है

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स्लीप पैरालिसिस

यह एक ऐसा रोग होता है जिसमें व्यक्ति जैसे ही सोने जाता है वह हिलने या बोलने में असमर्थ होता जाता है है. कई बार इस बीमारी से पीड़ित मरीज सचेतन में होते हैं, लेकिन फिर भी हिल डुल नहीं पाते हैं .

सर्कैडियन रिदम डिसऑर्डर

यह ऐसी बीमारी है जिसमें में मरीजों की आतंरिक बायोलॉजिकल क्लॉक बाहरी समय के साथ समन्वय नहीं बिठा पाती. इसमें सोने के टाइम को लेकर मरीज की दिमागी घड़ी कुछ घंटे तक चली जाती है. अक्सर रात की ड्यूटी करने वाले लोगों के साथ ऐसा होता है. 

CAUSES OF INSOMNIA

इनसोमनिया

अधिकतर इस तरह के अनिद्रा रोग में व्यक्ति को नींद आने में तो दिक्कत होती ही है साथ ही नियमित तौर पर पूरी नींद लेने में अत्यधिक दिक्कत होती है. अर्थात कभी भी आँख खुल जाती है और वे चैन से सो नहीं पाते जिसके कारण पूरे दिन उनमें ऊर्जा की कमी नजर आती है.

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गहरी नींद के लिए टेबलेट

पतंजली की दिव्य मेधा वटी

वैसे तो नींद के लिए किसी भी प्रकार की दवाई से बचना चाहिए. आप नीचे दिए हुए 12 टिप्स को फॉलो कर के अपनी नींद न आने की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं लेकिन आप बाबा रामदेव जी की दिव्य मेधा वटी सोने से पहले सादा पानी या दूध से 2 गोलियों का सेवन कर सकते हैं. ये एक बेहतरीन आयुर्वेदिक दवाई है जो की गहरी नींद का इलाज माना जा सकता है आप इसे 2 से 3महीने तक भी ले सकते हैं .

गहरी नींद का इलाज

दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आज हम आपको Gehri Neend Mein Sone ke Upay बताएँगे. अच्छी नींद के लिए नीचे दिए हुए बारह टिप्स आप के जीवन में सच में परिवर्तन ले के आयेंगे. आप इन बारह में से कोई भी टिप्स फालो करो आपको नींद आनी शुरू हो जाएगी (gehri neend ke liye). तो आइये जानते हैं अच्छी व गहरी नींद के लिए क्या करना चाहिए.

अच्छी नींद के लिए चुनें शांत और हल्की रौशनी वाला माहौल-

शांत वातावरण में सोना है जहाँ कोई आवाज नही है , गड़बड़ नही है शांत वातावरण है वहाँ सोने का होता है वातावरण ऐसा ठंडा होना चाहिए मतलब बहुत ठंडा न हो और न ही ज्यादा गरम हो और एक दम हल्का सा प्रकाश होना भी जरूरी है कमरे में. ये गहरी नींद का उपाय है .

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गरम पानी से नहाएं व कोई मनपसंद संगीत सुनें आएगी गहरी नींद –

एक और गहरी नींद का घरेलू उपचार है की आप को दिन का तनाव कम करने के लिए शाम को हल्का – हल्का टीवी का कोई कार्यक्रम देखना , म्यूजिक सुनना या गर्म पानी से स्नान करना ऐसा करना जरूरी है ताकि दिन भर की जो थकान है वो उससे थोड़ा हल्का हो जाएगा अलग जॉन में आप चले जायेंगे

NO TEA OR COFFEE

गहरी नींद के लिए प्रतिदिन चार बजे के बाद में चाय कॉफ़ी बंद

व्यक्ति को चाहिए कि शाम को चार बजे के बाद कैफीन युक्त पदार्थों जैसे चाय या कॉफ़ी का सेवन बंद कर देना चाहिए

सोनें के एक घंटा पहले स्मोकिंग बंद गहरी आएगी नींद

हमेशा ध्यान रखें की सोने से एक से डेढ़ घंटे पहले किसी भी प्रकार का धूम्रपान कसी भी हालत में ना करें वरना मस्तिष्क बेचैन रहेगा और नींद आने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा.

नियमित व्यायाम करना होगा से आएगी गहरी नींद

  रेगुलर व्यायाम करना बहुत जरूरी है कम से कम चालीस से पैतालीस मिनट आप रेगुलर व्यायाम करते हैं तो नींद अच्छी आती है.

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गरम दूध लाएगा गहरी नींद

सोने से पहले गर्म दूध पीना या गुनगुना दूध पीना गहरी नींद लाने में काफी सहायक होता है

दिन में सोना करें बंद-

यदि रात में अच्छी नींद चाहिए तो दिन में किसी भी हालत में सोना नहीं चाहिए. लोग बोलते है कि हम सोते नही लेते रहते हैं तो उन को बता दें कि गद्दी पर लेटना भी नही है.

घर के बहार रखें तनाव

नौकरी और व्यापार के तनाव जो है वो घर के बाहर रखने की प्रैक्टिस करना कि नौकरी के तनाव , व्यापार के तनाव वो घर पर नही चाहिए. वो घर के बाहर रखना है और अंदर आने का है मतलब घर के तनाव नौकरी में नहीं और नौकरी के तनाव घर में नहीं , वो सीखना पड़ेगा कि जॉब की का कुछ भी बात घर पर नहीं करनी है. अगर आपकी नौकरी ऐसी है जिसका काम घर पर करना ही पड़ेगा तो उस को बेडरूम तक नहीं लाना है.

बेडरूम में प्रवेश का नियम

याद रखें नींद आ रही है या ऐसा सुस्ती लग रही है तभी बेडरूम में जाना वरना नहीं .

सही से करें सोने वाले बैड का प्रयोग

बेड पर अन्य कोई एक्टिविटी जैसे खाना खाना या ताश खेलना वगेरह नहीं करना चाहिए बल्कि इसका प्रयोग सिर्फ रात्रि क्रियाओं के लिए व नींद के लिए करना है.  , बाकी बेड के ऊपर पढ़ना , टीवी देखना या बाकी कुछ बात – विवाद करना , झंझट करना , गपशप करना ऐसा कुछ भी एक्टिविटी बैड के ऊपर नही होना चाहिए सिर्फ नींद आने के बाद जाना है.

बैड पर खाली समय पास न करें

दस से बीस मिनट तक आपको नींद नही आती है सोने के बाद तो तुरंत उठ जाना है कमरे से बाहर आना , टहलना , कुछ पढ़ना और जब सुस्ती लगे तभी नींद के लिए फिर अपने बैड के ऊपर जाना है , ऐसा नहीं कि नींद नहीं आ रही है तो भी बैड के ऊपर बस इधर से उधर , उधर से इधर कर रहे हैं एक घंटा हो रहा है नींद नही आ रही है अरे इंतजार कर रहे हैं ऐसा कभी नहीं करना है.

सोने व जागने का समय फिक्स करें

उठने का और सोने का समय फिक्स कर लेना है तो उससे आप के अन्दर की रिदम जो सिर के अंदर है वो सैट हो जाती है. और फिर उसे से नींद जल्दी आती है. आप के ब्रेन को  मालूम रहता है उसे को कब सोना है कब उठना है.

तो आपको समझ आ गया होगा कि gehri neend kaise laye. आप इन बारह टिप्स की प्रेक्टिस करें और दवाई बिल्कुल बंद कर दें क्योंकि नींद की दवाई एक अल्प समय तक काम करती है फिर नींद के लिए दवाई का डोज बढानी पड़ती है. दवाई का बाकी का असर ब्रेन के ऊपर होता है ब्रेन को सुस्ती आती रहती है.

दूसरे दिन सुस्ती रहती है , काम में अटेंशन फोकस नही होता उसके काफी सारे साइड इफेक्ट्स भी होते हैं