Cyclopam syrup uses in hindi|साइक्लोपाम सिरप का इस्तेमाल तथा लाभ

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Cyclopam syrup uses in hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं साइक्लोपाम सिरप का इस्तेमाल करने से स्टमक की मसल्स को काफे आराम मिलता है, जिससे स्टमक मसल्स क्रैम्प में राहत मिलता है।

साइक्लोपाम सिरप (Cyclopam Syrup) क्या है – 

बता दें कि साइक्लोपाम सिरप (Cyclopam Syrup) ऐसी मेडिसिन का कॉम्बिनेशन होता है, जो एब्डॉमिनल पेन से आराम दिलाने का कार्य किया करती है। साइक्लोपाम सिरप का इस्तेमाल करने से स्टमक की मसल्स को काफे आराम मिलता है, जिससे स्टमक मसल्स क्रैम्प में राहत मिलता है। इस दवा के इस्तेमाल से गैस पास होने में भी काफी सहायता मिलती है एवं इरिटेबल बावेल सिंड्रोम की परेशानी भी काफी दूर होती है। साइक्लोपाम सिरप लेने से गट में नैचुरल मूवमेंट थोड़ा स्लो भी हो जाता है, जिससे स्टमक एवं इंटेस्टाइन मसल्स को रिलैक्स मिलता रहता है। इस सिरप का इस्तेमाल कब करना चाहिए और कितना करना चाहिए, इस बारे में डॉक्टर से अवश्य पूछ लें।

सामान्य डोज क्या है –

ऐसा कहा जाता है कि साइक्लोपाम सिरप (Cyclopam Syrup) का डोज डॉक्टर व्यक्ति की उम्र, समस्या, मेडिकल कंडिशन के साथ ही पेशेंट का दवा के प्रति रिएक्शन देखकर ही दिया जाता है। साइक्लोपाम सिरप डॉक्टर दिन में कम से कम तीन से चार बार लेने की सलाह अवश्य दे सकते हैं। अगर आपको डॉक्टर ने जितनी मात्रा में डोज लेने की सलाह दी हो, तो उतना ही लेना चाहिए।

उपयोग – 

बता दें कि साइक्लोपाम सिरप का इस्तेमाल पेट की हर परेशानियों से आराम पाने के लिए ही किया जाता है। स्टमक या इंटेस्टाइन में कई कारणों से परेशानी भी हो सकती है, जिससे दर्द का अहसास भी हो सकता है। साइक्लोपाम सिरप (Cyclopam Syrup) का इस्तेमाल भोजन के पश्चात् ही किया जाता है। डॉक्टर ने आपको जितनी दवा का इस्तेमाल करने की सलाह दी है, ठीक उतना ही लेना चाहिए। साथ ही साथ दवा लेने के कुछ समय पश्चात् तक कुछ खाएं बिल्कुल भी नहीं।

दरअसल इस साइक्लोपाम सिरप (Cyclopam Syrup) का प्रयोग बच्चों के लिए बिल्कुल भी नहीं किया जाता है क्योंकि इससे सीरियस साइड इफेक्ट्स भी दिख सकते हैं। सिरप का सेवन ध्यान पूर्वक ही करना चाहिए। साइक्लोपाम सिरप लेते समय मेजरिंग डिवाइस का इस्तेमाल अवश्य किया करें। यदि आप साइक्लोपाम सस्पेंशन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह बढ़िया होगा कि डिजिटल वॉटर का सही मात्रा में इस्तेमाल अवश्य करें एवं फिर उसे बढ़िया से मिक्स भी करें।

साइड इफेक्ट्स – 

आपको यह भी बता दें कि साइक्लोपाम सिरप (Cyclopam Syrup) लेने से हो सकता है कि आपको शरीर में कुछ साइड इफेक्ट्स अवश्य दिखें। यदि ऐसा होता है तो तुरंत इस बारे में अपने डॉक्टर को अवश्य बताएं। जानिए इस सिरप को लेने से शरीर में किस तरह के दुष्प्रभाव यानी साइड इफेक्ट्स आपको दिख सकते हैं। जैसे – 

  • चक्कर का आना (Dizziness)
  • उनींदापन का होना (drowsiness)
  • धुंधलापन का दिखना (blurred vision)
  • आंखों का सूखा हो जाना (dry eyes)
  • मूंह का सूखना (dry mouth)
  • कब्ज की परेशानी (constipation)
  • पेट का फूलना (abdominal bloating)
  • अधिक कमजोरी का महसूस होना (Weakness)
  • नींद न आने की परेशानी (Sleepiness)

स्टोरेज – 

ऐसा कहा जाता है कि साइक्लोपाम सिरप को सूर्य की सीधी रोशनी से तुरंत बचाना चाहिए। इसे कमरे के तापमान पर स्टोर किया करें। बच्चों की पहुंच से सिरप को काफी दूर रखें। दरअसल इसे फ्रिज में रखने की भूल कभी भी न करें। साथ ही साथ दवा को खरीदते समय उसकी पैकिजिंग पर ध्यान अवश्य दें कि कहीं से यह खुला हुआ तो नहीं है। दवा का इस्तेमाल करने के पश्चात् कैप को बढ़िया तरीके से बंद भी करें। केवल नमी वाले स्थान में सिरप को बिल्कुल भी न रखें। दवा को खरीदते समय एक्सपायरी डेट अवश्य देख लें।

साइक्लोपम कैसे काम करता है –

  • बता दें कि साइक्लोपम मूल रूप से पेरासिटामोल एवं डायसाइक्लोमाइन के मेल की एक रचना होती है।
  • ऐसा कहा जाता ही कि पेरासिटामोल प्रकृति में एनाल्जेसिक एवं एंटी-पीयरेटिक होती है। पेरासिटामोल सीओएक्स एंजाइमों में काफी रूकावट डालता है एवं अंत में प्रोस्टाग्लैंडिंस के स्राव को रोकता रहता है, जो दर्द, बुखार एवं अन्य सूजन के संकेतों के लिए काफी जिम्मेदार होता है।
  • दरअसल यह पेरासिटामोल प्रोस्टाग्लैंडिन्स को ब्लॉक करके बदले में शरीर के तापमान को बहुत ही कम करता है एवं दर्द से भी छुटकारा भी दिलाता है।
  • डायसाइक्लोमाइन प्रकृति में एंटी-कोलिनर्जिक होता है एवं एंटी-स्पास्मोडिक काम को दर्शाता है। यह आंत एवं पेट की चिकनी मांसपेशियों को तुरंत आराम देता है एवं पेट की ऐंठन तथा दर्द से आराम देने में काफ़ी सहायता भी करता है।
  • बता दें कि डायसाइक्लोमाइन फ्लू के लक्षणों के लिए भी यह काम करता है क्योंकि यह शरीर से होने वाले बहाव को पूरी तरह से रोकता है।

अंगों पर प्रभाव –

  • कहा जाता है कि साइक्लोपम को लिवर एवं किडनी के रोगियों में सावधानी से इस्तेमाल किया जाना चाहिए|
  • दरअसल यह कई मामलों में खुराक के संयोजन की आवश्यकता होती है|

FAQ – 

प्रश्न – साइक्लोपम क्या है?

उत्तर – बता दें कि साइक्लोपम एक बहुउद्देशीय दवा होती है जिसमें पेरासिटामोल एवं डिसाईंक्लोमाइन सक्रिय तत्व के रूप में होते हैं एवं इसका इस्तेमाल स्पैस्मोडिक दर्द तथा बुखार के इलाज के लिए ही किया जाता है।

प्रश्न – परिणाम दिखाने के लिए यह कितना प्रभावी है या कितना समय लगता है?

उत्तर – दरअसल इसे लेने के 30 मिनट से 1 घंटे में ही यह अपना प्रभाव अवश्य दिखाता है।

प्रश्न – क्या साइक्लोपम को खाली पेट लेना चाहिए?

उत्तर – ऐसा कहा जाता है कि पेट की किसी भी समस्या से बचने के लिए इसे खाली पेट बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए|

प्रश्न – क्या साइक्लोपम से उनींदापन होता है?

उत्तर – बता दें कि साइक्लोपम कुछ मामलों में उनींदेपन का कारण हो सकता है किन्तु यह हर मनुष्य के साथ बदलता रहता है।

प्रश्न – साइक्लोपम की गोलियों के सेवन के बीच समय का अंतर क्या होना चाहिए?

उत्तर – दरअसल साइक्लोपम विषाक्तता या ओवरडोज से बचने के लिए दो खुराक के मध्य कम से कम 4 से 6 घंटे के समय अंतराल अवश्य होना चाहिए।

प्रश्न – क्या चिकित्सा का पूरा चक्र ठीक करना चाहिए, भले ही लक्षण ठीक हो जाए?

उत्तर – जी हां, लक्षणों के गायब होने पर भी साइक्लोपम की पूरी खुराक लेना बहुत ही आवश्यक होता है। बिना परामर्श के कभी भी साइक्लोपम को पूरी तरह से बंद नहीं करना चाहिए|

प्रश्न – क्या साइक्लोपम मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करता है?

उत्तर – नहीं, यह मासिक धर्म चक्र को प्रभावित बिल्कुल भी नहीं करता है किन्तु इस दवा का इस्तेमाल करने से पहले मासिक धर्म की परेशानियों के मामले में सदैव डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें|

प्रश्न – क्या बच्चों के लिए साइक्लोपम सुरक्षित है?

उत्तर – दरअसल साइक्लोपम बच्चों को केवल बाल रोग विशेषज्ञ की सिफारिश से ही दी जानी चाहिए|

प्रश्न – साइक्लोपम को लेने से पहले कोई लक्षण या बीमारियाँ हैं जिन पर विचार करना चाहिए?

उत्तर – ऐसा कहा जाता है कि किसी भी प्रकार के लिवर के विकार एवं एलर्जी की परेशानियों वाले रोगियों को साइक्लोपम लेटे समय ध्यान अवश्य रखना चाहिए|

प्रश्न – क्या भारत में साइक्लोपम की कानूनी मान्यता है?

उत्तर – जी हां, यह भारत में पूरी तरह से कानूनी बताया गया है।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.