Avesh Kise Kahte Hai

Avesh Kise Kahte Hai | आवेश किसे कहते हैं

Meaning in Hindi

Avesh Kise Kahte Hai हम आपको इस पोस्ट में देंगे आवेश से जुडी जानकारी और आपके सभी सवालों के जवाब जैसे कि Aavesh Kitne Prakar Ke Hote Hain. ऐसे ही हम आपको देंगे Solar Energy के बारे में अद्भुत जानकारी.

Avesh Kise Kahte Hai

  • आवेश को अंग्रेजी में ‘Charge’ कहते है और यह एक प्रकार की Noun होती है |
  • आवेश द्रव्य के साथ जुड़ी हुई वह अदिश भौतिक राशि है जिसके कारण चुम्बकीय एवं वैद्युत प्रभाव उत्पन्न होते हैं।
  • दरअसल किसी वस्तु में इलेक्ट्रॉनों को अधिकता अथवा कमी से आवेश की अभिधारणा प्राप्त होती है। ऋणावेशित वस्तु में इलेक्ट्रॉनों की अधिकता एवं धनावेशित वस्तु में इलेक्ट्रॉनो की कमी होती है।
  •  सन् 1775 में एन्टोनी लैवोइजियर ने इस गैस के गुणों का वर्णन किया एवं इसका नामकरण करके इसे एक तत्व की संज्ञा भी दी।
  • आवेश का सबसे छोटा मात्रक, कुलाम बताया गया है।

Aavesh Kitne Prakar Ke Hote Hain

आवेश मुखतः दो प्रकार के होते हैं ।

  1. धनात्मक आवेश – परिपाटी के अनुसार काँच की छड़ अथवा बिजली के समूर पर आवेश, धनात्मक कहलाता है।
  1. ऋणात्मक आवेश – प्लास्टिक-छड़ अथवा रेशम पर आवेश, ऋणात्मक कहलाता है। जब किसी वस्तु पर कोई आवेश होता है तो वह वस्तु विद्युन्मय अथवा आवेशित (आविष्ट) कही जाती है। जब उस पर कोई आवेश नहीं होता तब उसे अनावेशित कहते हैं।

आवेश का क्वांटीकरण किसे कहते है

 जब काँच की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ा जाए तो काँच की छड़ से इलेक्ट्रॉन रेशम की छड़ पर स्थानांतरित होते हैं यहाँ स्थानांतरित इलेक्ट्रॉन पूर्ण संख्या (गुणज) के रूप में होते हैं एवं न्यूनतम स्थानांतरण 1 इलेक्ट्रॉन (1e) का हो सकता है तो इस गुण को ही आवेश का क्वांटीकरण नियम कहते हैं।

आवेश पदार्थ का एक गुण है जब पदार्थो को आपस में रगड़ दिया जाये तो उनमें परस्पर इलेक्ट्रोनों के आदान प्रदान के फलस्वरूप आकर्षण का गुण अवश्य आ जाता है।

Vidyut Aavesh Kise Kahte Hai

विद्युत आवेश प्रत्येक मूल कणों का एक अंतर्निहित गुण माना गया है, जिसके प्रत्येक पदार्थ के परमाणु के इलेक्ट्रॉन एवं प्रोटॉन के कारण वह विद्युत बल आरोपित कर सकता है तथा विद्युत बल पर प्रतिक्रिया बल भी आरोपित कर सकता है। विद्युत आवेश कुछ उपपरमाणवीय कणों में एक मूलगुण माना गया है जो विद्युतचुम्बकत्व का महत्व है। आवेशित पदार्थ को विद्युत क्षेत्र का असर पड़ता है एवं वह स्वयं एक विद्युत क्षेत्र का स्रोत भी हो सकता है। दरअसल विद्युत आवेश एक भौतिक राशि है। “विराम में विद्युत आवेश को स्थेतिक भी कहते हैं।”

विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का सूत्र क्या होता है?

 विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक न्यूटन/कूलाम होता है तथा विमा [MLT-3A-1] होती है। 

Note- परीक्षण आवेश(qo) – वह आवेश जो परीक्षण में इस्तेमाल होता है उसे परीक्षण आवेश कहते हैं। इसे qo से प्रदर्शित भी कर सकते हैं यह सदैव धनात्मक आवेश ही होता है।

विद्युत क्षेत्र की तीव्रता

 विद्युत क्षेत्र में किसी बिंदु पर रखें परीक्षण आवेश पर लगने वाले बल एवं उस बिंदु पर परीक्षण आवेश के अनुपात को विद्युत क्षेत्र की तीव्रता कहते हैं। विद्युत क्षेत्र की तीव्रता को E से प्रदर्शित भी कर सकते हैं। एवं यह एक  है इसकी दिशा वही होती है जो धनावेश पर कार्यरत बल की दिशा होती है।