बुद्धिमान व्यक्ति की सही पहचान | 10 SIGNS OF GENIUS

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में बुद्धिमान व्यक्ति की सही पहचान के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। जो बुद्धिमान व्यक्ति होता है वह सामाजिक नहीं होता.

बुद्धिमान व्यक्ति के लक्षण  (Buddhiman Vyakti Ki Lakshan)

आज हम यहाँ  बात करने वाले हैं बुद्धिमान व्यक्ति के 10 लक्षण के बारे में यानी कि (10 SIGNS OF GENIUS ) . जो बुद्धिमान व्यक्ति होता है उसके अंदर क्या-क्या लक्षण पाए जाते हैं तो हम आपको 10 लक्षण बताएंगे अगर 5 से ज्यादा आपके साथ मैच करते हैं तो समझ जाइए आप इंटेलिजेंट है.

बुद्धिमान व्यक्ति  का पहला लक्षण  

पहला लक्षण यह है कि जो बुद्धिमान व्यक्ति होता है वह सामाजिक नहीं होता. यह ज्यादा सामाजिक नहीं होते. यह ज्यादा सोशल नहीं होते. इनको सबके साथ यूं ही रहना पसंद नहीं होता. यह ना ही किसी कारण से किसी के साथ रहते हैं और ना ही बेकारण रहना एक्सपेक्ट करते हैं. यह लोग बहुत ही कम दोस्त बनाते हैं , यह ज्यादा से ज्यादा 2 या 4 दोस्त बनाते हैं. लेकिन जो भी दोस्त बनाते हैं बहुत ही खास होते हैं यह अपने दोस्तों के लिए कुछ भी कर गुजरने को आतुर होते हैं.  लेकिन इनके दोस्त भी इनके काम आएँ जब इनको जरूरत हो तो दोस्त इनका साथ निभाए.

लेकिन होता क्या है कि जब इनको इनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तभी वो लोग इनका साथ छोड़ देते हैं. ये लोग हैल्फ़ फुल (helpful )होते हैं. यह लोग दूसरों की भलाई करना चाहते हैं और इनको अच्छा भी लगता है जरूरी नहीं है कि आप इनकी भलाई करें तभी आपकी भलाई करेंगे. ये किसी अनजान व्यक्ति की भलाई कर देते हैं. लेकिन बदले में इनको भलाई मिलती नहीं है. आप इनके कितने भी बड़े दुश्मन हो आप इनके लिए कितना ही बुरा कर दें लेकिन जब यह लोग आपको किसी मुसीबत में देखते हैं ना तो हेल्प करने के लिए पीछे नहीं हट पाते और आपकी हेल्प और भलाई कर ही रहते हैं .बेशक आप इनको बाद में कितना ही भला बुरा कह देना इनको भलाई करना अच्छा लगता है. किसी को दुख में नहीं देख सकते.

यह बहुत ही दयालु होते हैं. ये किसी को परेशानी में नहीं देख सकते और यही एक क्या कारण है कि ये मददगार होते हैं. ऐसे व्यक्ति अकेले में रहना ज्यादा पसंद करते हैं. मैंने आपको बताया कि उनकी ज्यादा दोस्त नहीं होते तो ये घर पर भी ज्यादा सबसे मिल जुल कर नहीं रहते हैं. हाँ जब काम होता है तो बोल लेते हैं लेकिन अकेले रहना बहुत पसंद करते हैं .सवाल उठता है कि लोग अकेले में करते क्या हैं.

अकेले में या तो खुद से बातें करते हैं या तो ज्यादा सोचते रहते हैं. ये लोग बहुत सिलेक्टिव (selective)होते हैं. ये बहुत ही चुनिंदा होते हैं . ये लोग चुनाव बहुत ही सोच समझकर करते हैं. चाहें दोस्ती का या बाकी चीजों का यह सोच समझकर ही सिलेक्शन करते हैं. यूं ही किसी से दोस्ती नहीं करते ऐसा नहीं होता कि आप हमसे दोस्ती करने आए हाय हेलो हो गया और उन्होंने आपसे दोस्ती कर ली जी नहीं ऐसा सोचियेगा भी मत ये लोग बहुत ही समय के बाद दोस्ती निभाते हैं और दोस्ती करते हैं.

लेकिन एक बार दोस्ती कर लेते हैं ना फिर तो समझ जाइए बहुत ही अच्छा दोस्त आपको मिल चुका है 

बुद्धिमान व्यक्ति  का दूसरा लक्षण 

दूसरा लक्षण बुद्धिमान व्यक्ति का कि ये लोग खुद से बातें करते हैं और ज्यादा सोचते हैं यह इनकी बहुत ही अच्छी आदत होती है बुरी नहीं अच्छी आदत होती है क्यों होती है मैं आपको बताता हूं मान लीजिए कि आपकी किसी के साथ तू तू मैं मैं हो गई , बहस – बाजी हो गई , लड़ाई हो गई , तो अगर आप उनके साथ अपनी भड़ास निकालेंगे तो आपकी दुश्मनी और बढ़ जाएगी. 

और हो सकता है आने वाले समय में आपको ही खाया जाए तो ये लोग क्या करते हैं और समय रिजेक्ट नहीं करते मगर घर पर अगर सोच रहे होते हैं कि मैं उसको यह भी बोल सकता था जब उसने ऐसा बोला था तो मुझको ऐसा बोल देता तो उसको करारा जवाब मिल जाता और कितना मजा आ जाता. मैं उसको अगली बार उसने यह कहा तो मैं अगली बार यह कहूँगा फिर वो यह कहेगा फिर मैं ऐसा जवाब दूंगा कि बोलती बंद हो जाएगी.

यह पुरानी चीजों को भी याद करते हैं और नई चीजों को भी याद करते हैं पुराने समय पर क्या हुआ था , कैसे हुआ था , क्यों हुआ था , उसके बारे में विचार कर रहे होते हैं और फ्यूचर के बारे में भी , कि कल मैं अगर यहां जाऊंगा तो मैं ऐसे जाऊंगा , मैं यह करूंगा , मैं यह खरीदूँगा इसके साथ जाऊंगा , इसके साथ बातें करूंगा , कैसे बात करूंगा , कहां बात करूंगा , बहुत सोचते हैं पुराना भी और नया भी.

ये लोग मुसीबत से दूर ही रहना पसंद करते हैं लड़ाई झगड़े से दूर ही रहना पसंद करते हैं , इनको ना तो ज्यादा भीड़ – भाड़ पसंद होती है और ना तो ज्यादा लड़ाई – झगड़ा ही, ये लोग ज्यादा चें – चें , पें – पें में नहीं रहते. आपने देखा होगा कि ग्रुप ऐसा होता है जिसमें सब लोग कुछ न कुछ बोल रहे होते हैं कुछ ना कुछ ऐसी बकर बकर कर रहे होते हैं तो दूर ही रहना पसंद करते हैं क्योंकि इनको ज्यादा मुसीबत झेलना पसंद नहीं है और इनको बकर – बकर करने वाले लोग पसंद नहीं हैं. इन लोगों का एक रूल होता है कि अकेले रहूँगा मगर सुखी रहूंगा.

बेशक मुझे सिंगल रहना पड़े , अकेले रहना पड़े , मगर मुझे खुश रहना है , मुझे सुखी रहना है , मैं कोई मुसीबत नहीं झेलना चाहता.

ये है बुद्धिमान व्यक्ति  का तीसरा लक्षण 

तीसरा लक्षण कि ये लोग पॉजिटिव होते हैं , यह लोग सकारात्मक विचार के होते हैं , सकारात्मक सोच के होते हैं यह हर चीज में कुछ ना कुछ पॉजिटिव ढूंढ लेते हैं मगर कई बार दूढ़ना चाहते नहीं है बुराई भी ढूंढ लेते हैं.

इनकी एक अच्छी आदत यह होती है कि आप कितने भी बुरे हो आप के अंदर कुछ न कुछ अच्छाई ढूढ़ ही लेंगे इन लोगों को ज्यादा चुगली करना पसंद होता नहीं है इन लोगों के सामने आप चुगली करेंगे तो लोग आप को चुप करा देंगे यह कहकर कि छोड़ ना यार उसकी जिंदगी है उसे करने दें हमें क्या फर्क पड़ता है ये लोग ज्यादा बुराई नहीं करते कभी कभाय करते हैं जब हद से ज्यादा पानी गुजर जाता है तब ही, लेकिन यह अच्छाई करना जानते हैं यह लोगो की अच्छाई करते हैं इन लोगों में अच्छाई देखते हैं और एक्स्पेक्ट करते हैं कि लोग भी इनमें अच्छाई देखें मगर होता क्या है आपको पता है न लोग इनमे अच्छाई ही नहीं देख पाते.

इनको न बुरा समझ लेते हैं इनकी अक्सर यही शिकायत होती है कि लोग मुझको समझते नहीं है मैं उनके लिए कितना कुछ कर जाता हूं या कर जाती है मै इनके लिए सब कुछ करता हूं सब कुछ करती हो लेकिन लोग मुझ को समझते नहीं है इनकी रिलेशनशिप में भी बहुत से मतलब बहुत परेशानी होती है कि लोग इनको समझते नहीं है मेरा पार्टनर मुझको समझता नहीं है वह हमेशा मेरे बारे में यह कहता रहता है वह कहता रहता है ये लोग हमेशा परेशान रहते हैं कि लोग इनको समझें.

यह चाहते हैं कि जिस तरीके से यह दयालु होते हैं जिस तरीके से यह दूसरों की गलतियों को माफ कर देते हैं ठीक उसी प्रकार लोग भी उनकी गलतियों को माफ कर दें मगर ऐसा नहीं हो पाता यह चाहते हैं कि लोग इनके जैसे हो जाए दुनिया उनके जैसी हो जाए जैसे यह सब में अच्छाई देखना चाहते हैं पॉजिटिव है ऐसी दुनिया भी अच्छाई देखे पॉजिटिव हो जाए लेकिन कोई अच्छा है ही नहीं इनके अनुसार यह लोग बहुत ही कम लोगों में अच्छाई देख पाते हैं और जिन में भी अच्छाई देखते हैं उनको अपना अच्छा दोस्त बना लेते हैं और दोस्त इनके 2 , 4  तो होते ही हैं यानी कि अच्छाई भी दो-चार लोगों में ही देखते हैं 

जानें बुद्धिमान लोगों का चौथा लक्षण 

फोर्थ लक्षण कि इन लोगों की हैंडराइटिंग ज्यादातर अच्छी नहीं होती. हो सकता है कि आपकी हैंडराइटिंग अच्छी हो और आप बुद्धिमान भी हो या किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हो जिसकी हैंडराइटिंग भी अच्छी है. वह बुद्धिमान भी है तो ऐसा हो सकता है लेकिन 80 से 90% लोगों के अंदर हैंडराइटिंग इतनी अच्छी नहीं होती जो लोग बुद्धिमान होते हैं मगर ऐसा नहीं है कि ये लोग ज्ञानी नहीं होते.

आपकी क्लास में कुछ ऐसे बच्चे जरूर होंगे जिनकी हैंडराइटिंग तो अच्छी नहीं होती मगर वो बुद्धिमान होते हैं. बुद्धिमान किस तरीके से क्लास में , पढ़ने में ,  ध्यान में , ज्यादातर लोगों की चीजें बिखरी रहती हैं.

इनके घर के आसपास की चीजें बिखरी रहती है इधर-उधर बेड पर पड़ी रहेंगी , टेबल पर पड़ी रहेगी , ये लोग उसको समेटते नहीं हैं. बाकी लोग देख कर कहते हैं की इसके लिए कितनी असुविधाजनक चीज है यह इसको चीजें मिल कैसे जाती हैं लेकिन यह इनके लिए बहुत बड़ी सुविधा होती है बाकी लोग जहां इन चीजों को बिखरा हुआ समझते हैं यह समझते की ये चीजें इनके लिए सही है ऐसे बिखरी हुई चीजें हैं इनको जल्दी मिल जाती है और यह अगर चीजों को समेट कर रखना शुरू कर देते हैं अच्छा दिखाना शुरू कर देते हैं जिनको चीजें मिलती ही नहीं हैं. यह भुलक्कड़ भी थोड़े होते हैं भुलक्कड़ कब जब इन चीजों को समेटने लग जाते हैं लेकिन जब चीजे बिखरी होती है बाकी लोगों के अनुसार इनके लिए वो चीजें एकदम सही होती है एकदम परफेक्ट प्लेस पर होती है.

इनके बेड पर ज्यादातर चीजें रखी रहती है खाने पीने का सामान , फोन ,  लैपटॉप जो भी जो भी चीज यूज करते हैं ज्यादातर ये इनके आसपास बेड पर बिखरी रहेंगी बुक्स हो गई , आर्टिकल बगेरा हो गये जो भी हो गये सब बिखरे रहेंगे. 

ये है बुद्धिमान लोगों का पांचवां लक्षण –

पांचवा लक्षण  इंटेलीजेंट व्यक्ति इमोशनल होते हैं यह बहुत इमोशनल होते हैं  वह बहुत ही इंटेलिजेंट होते हैं बहुत स्मार्ट होते हैं यानि कि जो व्यक्ति इंटेलीजेंट होकर इमोशनल ज्यादातर होगा ही होगा यह लोगों को दिल की बात बहुत जल्दी टच कर जाती है यह किसी की बातों को जल्दी बुरा भी मान जाते हैं और जल्दी अच्छा भी मान जाते हैं छोटी सी तारीफ इनको बहुत बड़ी तारीफ लगने लग जाती है

छोटी सी बात कई बार चुभ जाती है , दिल में धक्का दे देती है यह सोचते हैं कि इसने कितनी बड़ी बात कह दी. हालाँकि उस व्यक्ति ने यूं ही कोई बात कह दी होगी लेकिन इनको बात बहुत ही बड़ी लगती है और बहुत जल्दी चुभ जाती है. तो इनकी आंख में आंसू आ जाता है ये लोग चाहते हैं कि लोग इनको समझे जैसा कि मैंने आपको पहले बताया पर लोग इन को समझते नहीं हैं और जब लोग इन को समझते नहीं हैं तो यह सोचते हैं कि कोई मुझको समझता नहीं है

ऐसे लोगों की एक आदत होती है कि खुद को एक ऐसी परिस्थिति में डाल देते हैं जो कि शायद हुई भी नहीं थी.  मगर ऐसी परिस्थिति में डाल कर खुद के लिए ही दया दिखा रहे होते हैं. बात इतनी बड़ी नहीं होती मगर सोच – सोचकर उस को बड़ा कर देते हैं कि लोग मेरे साथ ऐसे करते हैं , लोग मेरे साथ यह करते हैं , वो करते हैं उसके बाद क्या आंसू बहाते हैं

कई लोगों का तो ऐसा भी देखा गया है कि जब तक यह रात में आंसू न बहायें तब तक इनको नींद भी नहीं आती. इन लोगों का मानना है कि आंसू बहाकर नींद बहुत अच्छी आती है कि संतुष्टि मिलती है तो ध्यान रखें ज्यादा रोना अच्छी बात नहीं होती तो ज्यादा रोइए मत.

जानिए बुद्धिमान लोगों का छठा लक्षण –

छटा लक्षण कि ये ज्यादा लोगों पर ट्रस्ट नहीं करते यह लोग विश्वास जल्दी नहीं करते , और ज्यादा नहीं करते. इन लोगों का मानना है कि लोग जब विश्वास तोड़ ही देती है तो उन पर विश्वास करें ही क्यों लेकिन कैसे भी करके विश्वास कर ही लेते हैं और अपना विश्वास तुड़वाते ही रहते हैं यह कितनी भी कोशिश कर ले कि लोग इनका दिल ना तोड़े ना तोड़े कितना भी अपने आप को सजक कर ले लेकिन इनका दिल टूट ही जाता है

इन लोगों को ऐसे दिखाते हैं जैसे कितने कठोर हैं अब क्योंकि अंदर से इमोशनल , अंदर से बहुत ही नाजुक हैं और यह चाहते नही हैं कि लोगों को यह पता चलें कि वो सॉफ्ट हो क्योंकि इनको लगता है कि अगर लोगों को पता लग गया कि मैं साफ्ट हूँ तो लोग मेरा यूज करेंगे लोग मेरा फायदा उठाने लगेंगे. तो इन लोगों को दिखाते हैं कि मैं कितना कठोर हूं मुझे फर्क ही नहीं पड़ता ऐसे लोगों का एक बहुत अच्छा पॉइंट होता कि मुझे तो फर्क ही नहीं पड़ता वह क्या कर रहा है क्या नहीं कर रहा लेकिन सच मैंने बताओ आपको ही पता होगा कि आपको बहुत फर्क पड़ता है आप लोगों को कितना ही दिखा दे कि आपको छोटी-छोटी बातों से फर्क नहीं पड़ता आप इमोशनल नहीं आपको छोटी-छोटी बातें टच नहीं करती लेकिन सच मायने में तो बहुत नाजुक है बहुत ही बहुत सॉफ्ट हैं.

बताते हैं बुद्धिमान लोगों का सातवां लक्षण –

सातवाँ लक्षण ये बहुत ही रोमांटिक होते हैं बहुत रोमांटिक होते हैं दुनिया के अनुसार इन को बिल्कुल रोमांस अच्छा नहीं लगता बिल्कुल रोमांटिक नहीं है ना यह रोमांस को समझते हैं और ना प्यार को समझते हैं यह भी कई बार ऐसा दिखाते हैं कि हां मुझे प्यार मोहब्बत पसंद नहीं है रोमांस क्या होता है मुझे नहीं पता लेकिन सच मायने में आपको भी पता है कि आप बहुत रोमांटिक हैं. आपको बहुत ज्यादा रोमांस पसंद है आपको कई बार कोई मूवी और कोई सीन इतना ज्यादा रोमांटिक लगता है कि आप अपने आप उसमें देख रहे होते हैं रात को सोने से पहले उस सीन में अपने आप को डालते हैं सामने वाले पार्टनर को जानते हैं और डालते हैं जिसको आप पसंद करते हैं आप इमेजिंग कर रहे होते हैं न कि किस तरीके से सीन चीज आपका पार्टनर आपके लिए करेगा या फिर आप कैसे इसको रिएक्ट करेंगे आप उससे कैसे बोलेंगे जब आप उसके लिए चीजें करेंगे तो वह क्या कहेगा आप क्या कहेंगे उस सीन में अपने आप को इमेजिन करते हो ना तो रोमांटिक तो हुए तो छुपाते क्यों हो आप.

कोई नहीं जैसे हो वैसे ही रहो छुपाते रहो कि दुनिया को कर पता लग गया ना तो दुनिया धोखा बड़ी जल्दी दे देगी. अब क्योंकि ये रोमांटिक होते हैं तो ज्यादातर रोमांटिक सांग्स भी पसंद होते हैं और रोमांटिक मूवीज भी पसंद होती हैं.

इनको ज्यादातर एक्शन मूवीस पसंद नहीं आती जो मारधाड़ की होती है शोर-शराबे वाली नहीं है नहीं यह सब पसंद नहीं आती है इनको एकदम पीस वाली मूवी पसंद आती है थोड़ी रोमांटिक हो उसमें कुछ ना कुछ एक गुण हो में उसमें कुछ न कुछ सिखाया जाए उसमें कुछ न कुछ एक ज्ञान हो. यह चाहते हैं कि मूवी में एक शिक्षा दी गई हो एक सीख दी गई हो जिससे लोग अवयव हो सके जिससे लोगों को कुछ सीखने को मिले.

इनको कुछ ना कुछ नया सीखना अच्छा लगता है यह नया सीखते रहते हैं इनके अनुसार कोई भी ज्ञान वेष नहीं जाता कोई भी ज्ञान ऐसे ही नहीं होता उसका कोई ना कोई काम तो जरूर ही होता है इनका मानना है कि कुछ भी सीख लेना चाहिए क्योंकि कभी ना कभी वो ज्ञान काम तो आएगा ही तो कुछ भी सीख लो चाहे वह आपके मतलब का हो और चाहे ना हो अरे किसी ना किसी चीज से सीखी जाते हैं यह व्यक्ति से व्यक्ति में कुछ ना कुछ सीखे जाते हैं.

क्योंकि अच्छाई भी देख लेते हैं बुराई भी देख लेते हैं तुमको पता होता है क्या चीज है सीखने वाली है और क्या चीज नजरअंदाज करने वाली है.

नवां लक्षण जो कि थोड़ा अटपटा है कि लोग बहुत आलसी होते हैं इन लोगों को आलस बहुत ही पसंद होता है यह कामचोर भी होते हैं यह हर चीज में शॉर्टकट लगाना जानते हैं इनको आलस बहुत ही पसंद होता है यह नहीं चाहते कि इनको हर वक्त काम करने के लिए कहो यह लोग काम करवाना जानते हैं काम करना नहीं इनका एक रूल होता है कि जिंदगी में लोगों से काम करवाने वाला काम करो काम करने वाला नहीं. यह चाहते कि लोग इनके अंडर में काम करें. लोगों से काम करवाएं लोगों को बताएं ऐसा नही है कि इनको पता नहीं कि काम कैसे होता है इनको बहुत अच्छी तरह पता है कि यह काम कैसे होगा लेकिन एक करना नहीं चाहते यह नहीं चाहते कि यह काम इनको करना पड़े और यह बता सकते हैं कि काम ऐसे होगा और एकदम सही फैसला होता लेकिन यह काम कर नहीं सकते.एक और उटपटांग आदत होती है कि इन लोगों को नाखून चबाने की आदत होती है ये अपने नाखून को अपने दांत से काटते रहते हैं उसको सही करते रहते हैं यूं ही काटते रहेंगे मतलब अकेला जब रहते हैं ना तो कुछ भी न कुछ करते ही रहते हैं तो अपने नाखून को ही काट लेते हैं.