Monocef 1g Injection uses in hindi |मोनोसेफ 1जीएम का इस्तेमाल तथा लाभ

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Monocef 1g Injection uses in hindi के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं इसका इस्तेमाल Urinary Tract Infection (मूत्र मार्ग संक्रमण), कानों के संक्रमण, फेफड़ों के संक्रमण, चर्म संक्रमण, रक्त एवं हृदय संक्रमण आदि सभी लक्षणों की रोकथाम करने में किया जाता है।

Monocef Injection क्या है – 

बता दें कि Monocef Injection एक एंटीबायोटिक के रूप में प्रयोग किया जाता है, जो Bacterial Infection एवं हानिकारक बैक्टीरिया की ग्रोथ को पूरी तरह से प्रभावित किया करता है।

दरअसल इसका इस्तेमाल Urinary Tract Infection (मूत्र मार्ग संक्रमण), कानों के संक्रमण, फेफड़ों के संक्रमण, चर्म संक्रमण, रक्त एवं हृदय संक्रमण आदि सभी लक्षणों की रोकथाम करने में किया जाता है।

याद रहे कि Monocef एक एंटीबायोटिक दवा होती है, जो Cephalosporins की श्रेणी में आती है। Monocef बैक्टीरिया की दीवार (Cell Wall) को पेनिसिलिन से बांधती है, जिससे हानिकारक बैक्टीरिया की ग्रोथ पूर्ण रूप से रुक जाती है एवं उसका खात्मा भी हो जाता है।

दरअसल इसका इस्तेमाल कैल्शियम युक्त Interveins Medicines (अंत:शिरा दवाओं) के साथ बिल्कुल भी नहीं किया जाना चाहिए।

सावधानियां – 

  • अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं, तो इस दवा के इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले लें।
  • अगर आप अतिसंवेदनशीलता से पीड़ित हैं, तो इस दवा का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें।
  • यदि आप हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, गुर्दे की समस्याएं, जिगर की बीमारी में से किसी भी बीमारी से पीड़ित रहते हैं, तो इस इंजेक्शन को प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले लें।
  • यदि आपको इसमें मौजूद सामग्री से एलर्जी होती है तो इसका प्रयोग बिल्कुल भी ना करें या फिर अपने किसी नजदीकी डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले लें।
  • स्तनपान के समय इस इंजेक्शन का प्रयोग न करने की सलाह अवश्य दी जाती है, एवं ज्यादा जानकारी के लिए अपने किसी नजदीकी डॉक्टर से सलाह अवश्य ले लें।
  • बता दें कि प्रेगनेंसी के दौरान इसका प्रयोग न करने से की सलाह आपको अवश्य दी जाती है, एवं ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले सकते हैं।
  • यदि आप पहले से ही कोई विटामिन ले रहें हैं तो इस इंजेक्शन का प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर ले लें।
  • दरअसल इस ड्रग को ऐल्कोहल के साथ बिल्कुल भी न लें।

कैसे काम किया करती है – 

बता दें कि इस दवा में सक्रिय घटक होता है जो तीसरी पीढ़ी के सेफलोस्पोरिन से पूरी तरह संबंधित होता है। यह पेनिसिलिन-बाइंडिंग प्रोटीनों के लिए बाध्य करके बैक्टीरिया कोशिका दीवार संश्लेषण को रोककर अपना कार्य किया करता है जो बैक्टीरिया के विकास एवं गुणन को बाधित भी करता है। इसमें जो दूसरा घटक होता है, वह बैक्टीरिया कोशिकाओं द्वारा निर्मित बीटा-लैक्टामेज एंजाइम से जुड़कर बीटा-लैक्टामेज अवरोधक के रूप में अपना कार्य किया करता है, जो बदले में इसकी एंजाइमी क्रिया को पूरी तरह से रोकता है एवं बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक्स को एंजाइम द्वारा मेटाबोलाइज करने से रोकता भी है।

खुराक – 

  • बता दें कि Monocef Injection की खुराक मनुष्य की अवस्था पर मुख्यतौर से निर्भर किया करती है। इसलिए इसे विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह के पश्चात् ही इअतेमाल मे लें। एक सामान्य उम्र के मनुष्य को संक्रमण के दौरान इसकी 1gm से 2gm तक की सुरक्षित खुराक इंजेक्शन के द्वारा ही दी जाती है।
  • कहा जाता है कि 10 से 15 साल के उम्र के बच्चों में संक्रमण के दौरान इसकी 500mg तक की सुरक्षित खुराक I. V. द्वारा ही दी जाती है।
  • याद रखने वाली बात यह है कि 5 से 10 साल के उम्र के बच्चों में 125mg तक की सुरक्षित खुराक डॉक्टर की सलाह के अनुसार दी जाती हैं। इस विषय में बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह आपको ज़रूर लेनी चाहिए।
  • ध्यान रहे कि 28 दिन से कम उम्र के नवजात शिशु में इसकी खुराक कभी भी नहीं दी जानी चाहिए। अत्यंत ज़रूरत पड़ने पर बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क अवश्य करना चाहिए।

दुष्प्रभाव – 

बता दें कि शरीर की अलग प्रतिक्रिया एवं गलत खुराक के कारण Monocef Injection से निम्न साइड इफ़ेक्ट्स भी हो सकते हैं। किन्तु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, कि सबको एक समान एक जैसे साइड इफ़ेक्ट्स हो। अत्यंत साइड इफ़ेक्ट्स होने पर डॉक्टर से मदद अवश्य ले।

  • चेहरे, होंठ, पलकें, जीभ, हाथ एवं पैर में सूजन का होना 
  • पेट मे गैस का बनना 
  • स्वाद में बदलाव होना 
  • सांस लेने में दिक्कत 
  • काला मल का होना 
  • छाती में दर्द रहना 
  • बुखार का होना 
  • पेशाब मे परेशानी होना 
  • गले मे खरास का पड़ना 
  • पेटदर्द रहना 
  • सिर का चकराना
  • वजन बहुत ही अधिक बढ़ना
  • सिरदर्द रहना 
  • दस्त का होना आदि.

दिशा–निर्देश – 

दवा की डोज़ भूल जाने पर क्या करें –

बता दें कि इस दवा की जिस डोज को आपने मिस्ड कर दिया है तो, याद आते ही उसे तुरंत लें. अगर यह अगली अनुसूचित डोज के लिए वक्त है तो मिस्ड हुई डोज को छोड़ दिया जाता है. पिछले दिन की मिस्ड डोज के लिए एक दिन के भीतर ही दो डोज बिल्कुल भी न लें.

ज्यादा मात्रा में डोज़ लेने पर क्या करें –

अगर ओवरडोज होने का संदेह हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें. अगर लक्षण अधिक गंभीर हों तो उचित मदद उपायों को तुरंत आरंभ किया जाना चाहिए.

इंटरैक्शन – 

बता दें कि जब भी आप एक से ज्यादा दवा लेते हैं या इसे किसी अन्य खाद्य या पेय पदार्थों के साथ मिलाने पर इंटरैक्शन होने का खतरा बना रहता हैं।

शराब के साथ इंटरैक्शन

याद रहे कि आपको इस दवा को लेते समय शराब की खपत को सीमित अवश्य करना चाहिए.

दवाओं के साथ इंटरैक्शन

कहा जाता है कि इस दवा को एमिकैसीन, क्लोरैम्फेनिकॉल, एथिनिल एस्ट्राडियोल, कॉलरा वैक्सीन एवं फ्यूरोसेमाइड के साथ इंटरैक्शन करने के लिए अवश्य जानी जाती है.

रोग के साथ इंटरैक्शन

आपको यह बता दें कि इस दवा का इस्तेमाल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर, लिवर डिजीज, सिज़र डिसऑर्डर एवं किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों में पूरी तरह से सावधानी के साथ ही किया जाना चाहिए.

FAQ – 

प्रश्न – मोनोसेफ 1जीएम इंजेक्शन कितने समय तक शरीर में रहता है?

उत्तर – आमतौर पर, मोनोसेफ 1gm इन्जेक्शन दवा को पूर्ण रूप से बंद करने के पश्चात् लगभग 2 दिनों तक शरीर में अवश्य रहता है !

प्रश्न – क्या Monocef Injection को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है

उत्तर – जी नहीं. आप मोनोसेफ इंजेक्शन का इअतेमाला करने से पूर्व केवल खाना या नास्ता ही खाएं, आपको अन्य किसी भी वस्तु का इस्तेमाल करने से अवश्य बचना चाहिए.

प्रश्न – मोनोसेफ़-एसबी 1जीएम इंजेक्शन (Monocef-Sb 1Gm Injection) के क्या साइड इफेक्ट्स है?

उत्तर – बता दें कि साइड इफेक्ट्स में दर्दनाक पेशाब, चेहरे की सूजन, होंठ, पलकें, जीभ, हाथ और पैर, सीने में दर्द एवं अन्य शामिल होते हैं।

प्रश्न – क्या मोनोसेफ़-एसबी 1जीएम इंजेक्शन (Monocef-Sb 1Gm Injection) के उपयोग से एलर्जी हो सकती है?

उत्तर – जी हाँ, यह दवा एलर्जी की प्रतिक्रिया का कारण भी बन सकती है एवं इसे एलर्जी वाले मरीजों के लिए बहुत ही हानिकारक माना जाता है जो सेफलोस्पोरिन नामक एंटीबायोटिक दवाओं के एक वर्ग के लिए होता है।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.