Rajya aur Rajdhani kya hai|रोचक तथ्य|पूरी जानकारी

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आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Rajya aur Rajdhani kya hai के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं  भारत एक धर्मनिरेपक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य होता है जिसमें संसदीय प्रणाली की सरकार होती है। राष्ट्रपति इस संघ की कार्यकारिणी का संवैधानिक प्रमुख है।

Rajya aur rajdhani kya hai

बता दें कि राज्यों का एक संघ, भारत एक प्रभुसत्ता सम्पन्न, धर्मनिरेपक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य होता है जिसमें संसदीय प्रणाली की सरकार होती है। राष्ट्रपति इस संघ की कार्यकारिणी का संवैधानिक प्रमुख है। राज्यों में सरकार की प्रणाली केन्द्र की प्रणाली से बिल्कुल मेल खाती है। देश में कुल 28 राज्य एवं 8 संघ राज्य क्षेत्र हैं। संघ राज्य क्षेत्रों को राष्ट्रपति के द्वारा ही नियुक्त किए गए प्रशासक के माध्यम से प्रशासित भी किया जाता है।

बता दें कि भारत मे कुल 28 राज्य है तथा 9 केन्द्र शासित प्रदेश है, जिनके नाम इस प्रकार से हैं-

क्र.सं.       राज्य         राजधानी 

1.           असम         दिसपुर

2.‌‌        अरुणाचल प्रदेश     इटानगर

3.         उत्तर प्रदेश     लखनऊ

4.          ओडिशा   भुवनेश्वर

5.        उत्तराखण्ड     देहरादून

6.        आन्ध्रप्रदेश   अमरावती ( हैदराबाद )

7.         कर्नाटक         बंगलोर

8.           केरल       तिरुवनंतपुरम

9‌.         गुजरात         गांधीनगर

10.        गोवा         पणजी

11.       छत्तीसगढ़     रायपुर

12.       झारखण्ड     रांची

13.      तमिलनाडु   चेन्नई

14.       तेलंगाना   हैदराबाद

15.        त्रिपुरा       अगरतला

16.       नागालैंड         कोहिमा

17.      पश्चिम बंगाल   कोलकाता

18.       पंजाब         चंडीगढ़

19.       बिहार         पटना

20.      मणिपुर         इम्फाल

21.     मध्य प्रदेश   भोपाल

22.      महाराष्ट्र         मुंबई

23.      मिजोरम       आइजोल

24.      मेघालय       शिलांग

25.      राजस्थान   जयपुर

26.      सिक्किम       गंगटोक

27.       हरियाणा   चंडीगढ़

28.     हिमाचल प्रदेश   शिमला

भारत के केन्द्र शासित प्रदेश (Union Territories)

1.       चंडीगढ़       चंडीगढ़

2.    दमन और द्वीप   दमन

3.    दादरा और नागर हवेली   सिलवासा

4.      पॉन्डिचेरी         पुडुचेरी

5.      लक्षद्वीप         कवरत्ती

6.       दिल्ली       नई दिल्ली

7.   अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह     पोर्ट ब्लेयर

8.      जम्मू कश्मीर         –

9.        लद्दाख               –

भारत के राज्य एवं राजधानी के बारे में रोचक तथ्य – 

  • दरअसल भारत में, राज्य की अपनी प्रशासनिक इकाइयाँ होती हैं जिनकी अपनी चुनी हुई सरकार मानी जाती है।
  • बता दें कि राज्य का कार्यकारी प्रमुख राज्यपाल ही होता है।
  • राज्य सरकार एवं सेंट्रल के मध्य संबंध को संघीय के रूप में अवश्य जाना जाता है।
  • राज्य को मुख्यमंत्री के द्वारा ही एवं जनता के द्वारा ही चयन ज़रूर किया जाता होता है।
  • भारत में, राज्यों को एक साथ उत्तरी क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र, दक्षिणी क्षेत्र, मध्य क्षेत्र, उत्तर-पूर्वी क्षेत्र जैसे क्षेत्रों में वर्गीकृत भी ज़रूर किया जाता है.

बता दें कि किंग जॉर्ज ने 12 दिसम्बर सन 1911 को भारत की राजधानी दिल्ली को बनाने की घोषणा की थी | स्वतंत्र होने के पश्चात् नई दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया गया |

दरअसल भारत की राजधानी नई दिल्ली है, यहाँ पर देश की कार्यपालिका, न्यायपालिका एवं व्यवस्थापिका का निर्माण किया गया है | भारत के लगभग सभी मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है | यहां पर संसद भवन, प्रधानमंत्री निवास, राष्ट्रपति भवन व अन्य कई प्रकार के मुख्यालय भी है | साथ ही, भारत की आर्थिक राजधानी (Financial Capital of India) के रूप मुंबई के रूप अवश्य जानी जाती है| ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत सी आर्थिक गतिविधियाँ भारत के इसी सिटी में ही होती रहती है|

भारत में राज्यों का गठन – 

दरअसल राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 में गठित, भारतीय राज्यों के हाशिये को शब्दार्थ के आधार पर पुनर्गठित करने में एक प्रमुख शक्ति बनी हुई थी। बाद में, भारतीय संविधान में एक सुधार के अनुसार, तीन प्रकार के राज्यों, जिन्हें भाग ए राज्यों, भाग बी राज्यों और भाग सी राज्यों के रूप में माना जाता है, एवं इन्हें एक प्रकार के राज्य के रूप में बदल दिया गया।

जैसे – 

भाग ए: राज्य ब्रिटिश भारत के पूर्व राज्यपालों के क्षेत्रों से संबंधित होता है।

भाग बी: राज्य पूर्व शाही राज्यों के होते है.

भाग सी: राज्यों में पूर्व मुख्य आयुक्त के प्रांत एवं कुछ रियासतें भी शामिल थी।

यद्यपि सन 1947 के पश्चात् से राज्य की सीमाओं में नए परिवर्तन पेश अवश्य किए गए हैं, फिर भी अधिनियम को भारतीय राज्यों में वर्तमान आकार एवं रूपों को लागू करने में एक आधिकारिक खिलाड़ी के रूप में अवश्य जाना जाता है।

निष्कर्ष – 

आशा करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी अतः आपसे निवेदन है कि अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी इस वेबसाइट से अवश्य जुड़े रहें. धन्यवाद.