आज इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में Mahino ke Naam Hindi mein के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं फरवरी के महीने में हर चार साल पश्चात 29 दिन ही आते हैं।
बता दें कि आमतौर पर हम जनवरी फरवरी महीनो के नाम ही जानते हैं, परन्तु पुराने समय में यह नाम नहीं हुआ करते थे। उस समय भारत में हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से महीनो के नाम देखे जाते थे।
12 महीनो के नाम –
क्र.सं. | English | हिंदी | दिन |
1 | January | जनवरी | 31 |
2 | February | फरवरी | 28 , 29 |
3 | March | मार्च | 31 |
4 | April | अप्रैल | 30 |
5 | May | मई | 31 |
6 | June | जून | 30 |
7 | July | जुलाई | 31 |
8 | August | अगस्त | 31 |
9 | September | सितम्बर | 30 |
10 | October | अक्तूबर | 31 |
11 | November | नवम्बर | 30 |
12 | December | दिसंबर | 31 |
फरवरी में कितने दिन होते है –
जैसा कि आपने ऊपर फरवरी महीने में 28 या 29 दिन के बारे में पढ़ा है। परन्तु क्या आपको इसके बारे में जानकारी है, कि फरवरी महीने में 29 दिन कब होते है? जब हमारा कैलेंडर बना था, तो यह पृथ्वी तो उस समय एक साल में 365 तीनो की समय सिमा को निश्चित किया गया था। यह कैलेंडर पृथ्वी एवं सूर्य की परिक्रमा के अनुसार ही बनाया गया था। क्योकिं पृथ्वी सूर्य का पूर्ण चक्कर 365 दिन एवं 6 घंटे में लगाती है। जिसके कारण से प्रत्येक वर्ष 6 घंटे का समय बच रहा था, अब ऐसे में हर 4 साल पश्चात् एक दिन बच जाता था। तो इस बचे हुए दिन को फरवरी महीने में जोड़ दिया गया। इसलिए फरवरी के महीने में हर चार साल पश्चात 29 दिन ही आते हैं।
हिंदी महीनो के नाम हिन्दू कैलेंडर के अनुसार –
- चैत्र (मार्च-अप्रैल)
- वैशाख (अप्रैल -मई )
- ज्येष्ठ (मई -जून )
- आषाढ़ (जून-जुलाई)
- श्रावण (जुलाई-अगस्त)
- भाद्रपद (अगस्त-सितम्बर)
- आश्विन (सितम्बर-अक्टूबर)
- कार्तिक (अक्टूबर-नवम्बर)
- मार्गशीर्ष (नवम्बर-दिसम्बर)
- पौष (दिसम्बर-जनवरी)
- माघ (जनवरी-फरवरी)
- फाल्गुन (फरवरी-मार्च)
महीनो के अनुसार समय का सही अनुमान भी लगाया जाता था। जैसे की यदि 6 महीने हो गए हैं, तो इसका अर्थ होता है, कि आधा साल पूर्ण हो चूका है। इसी तरह से बारह महीनो के पूर्ण होने पर एक साल का समय हो ही जाता है।
यह सभी वस्तुएँ बच्चो को बिल्कुल भी नहीं पता होती है। बच्चो के लिए आज हम इस लेख को लिख रहें है। यह लेख सभी Class के बच्चो के लिए बहुत ही ज़रूरी है। जिससे कि आपको किसी और लेख को पढ़ने की ज़रूरत बिल्कुल भी न पड़ें। आपको यह भी बता दें कि 12 महिनों के नाम जनवरी के महीनो से आरंभ होते हैं, जनवरी वर्ष का पहला महीना होता है, एवं दिसम्बर वर्ष का आख़िरी महीना होता है।
इसके अलावा आपको यह भी जानकारी होना बहुत ही अनिवार्य है, कि किस महीने में कितने दिन होते हैं, महीनो में 28, 29, 30, या 31 दिन होते हैं। इसके बारे में आपको पूर्ण जानकारी नीचे दी गयी List में मिल जायेगी। मित्रों मुझे आपसे पूरी उम्मीद है, कि यदि आप इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ते है, तो आपको महीनो के नाम से सम्बंधित सभी जानकारियां अवश्य मिल जाएंगी। तो चलिए जानते हैं, 12 महीनों के नाम से जुड़ी सभी जानकारी के बारें में –
FAQ –
एक साल में कितने सप्ताह होते है?
बता दें कि एक साल में 52 सप्ताह होते हैं, जिसके अनुसार एक साल में 365 दिन बैठते हैं। इसलिए हम एक साल में 52 सप्ताह एक दिन कह सकते हैं।
365 दिन में कितने सप्ताह होते है?
याद रखे कि 365 दिन में 52 सफ्ताह होते हैं यदि लीप ईयर के अनुसार देखा जाए, तो 365 दिन में 52 सफ्ताह 2 दिन होंगे। क्योकिं प्रत्येक चार साल में फरवरी में 29 दिन ही आते हैं।
1 साल में 31 दिनों के कितने महीने होते हैं?
आपको बता दें कि एक साल में सात महीने 31 दिन के होते है, जो कि इस प्रकार है – जनवरी, मार्च, मई, जुलाई, अगस्त, अक्टूबर, एवं दिसंबर।
1 वर्ष में 30 दिन के कितने महीने होते हैं?
कहा जाता है कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार एक साल में चार महीने 30 दिन के होते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं – अप्रैल, जून, सितम्बर, एवं नवंबर।
अगस्त में कौन सी ऋतु होती है?
बता दें कि अगस्त के मौसम में वर्षा ऋतु (Varsha Ritu) ही होती है।
एक साल में कितने घंटे और मिनट होते है?
ध्यान रहे कि 1 साल में 8760 घंटे एवं 525600 मिनट होते हैं, यदि हम सेकेंड की चर्चा करें, तो 31536000 सेकंड होते हैं।
निष्कर्ष –
प्रिय पाठको मुझे आपसे यह आशा है, कि आपको यहाँ पर दिए गए बारह महीनो के नाम की संपूर्ण जानकारी को पढ़कर बहुत ही बढ़िया लगा होगा। यहाँ पर हमने अपनी तरफ से भारतीय महीनो के नाम और हिंदी अंग्रेजी में महीनों के नाम को बहुत ही बढ़िया तरीके से आपके लिए लिखा है। यदि आपके पास इस लेख से सम्बंधित किसी भी तरह का कोई सन्देश है, तो हमें आप कमेंट करके अवश्य बताएं। आप यह लेख Month Name in Hindi अपने मित्रों एवं परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अवश्य शेयर करें। यह लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।